Wednesday 5 October 2016

कविता. ९६८. किसी सोच को समझकर।

                                                 किसी सोच को समझकर।
किसी सोच को अलग एहसास देकर आगे चलते जाने कि आदत हर बार जरुरी होती है जो जीवन को कई लब्जों मे आगे चलते जाना होता है पर हर आदत के साथ जीवन को समझ लेना अहम हर बार नजर आता है।
किसी सोच को अलग किसम कि प्यास रहती है क्योंकि सोच के अंदर ही तो एहसासों कि अलग शुरुआत रहती है जो जीवन को हर बार अलग विश्वास देकर चलती है जो जीवन मे सोच को अलग तरह कि समझ परख लेना आता है।
किसी सोच को अलग किनारे से समझ लेने कि जरुरत हर मौके पर रहती है जो जीवन को कई कहानियों मे समझ लेने का अलग एहसास देकर चलती है अंदाज देती है जो जीवन मे सोच को अलग तरह कि समझ देकर आगे बढना आता है।
किसी सोच को परखकर ही तो जीवन का विश्वास आगे बढते जाने कि जरुरत हर मौके पर रहती है किसी सोच को समझकर आगे चलते जाने कि जरुरत जीवन मे हर मौके पर रहती है जो सोच को समझकर आगे लेकर आता है।
किसी सोच को समझकर जीवन तो आगे चलता जाता है हमे सोच कि ताकद से ही आगे चलते जाना होता है क्योंकि सोच ही तो जीवन कि रफ्तार बदलती है जो जीवन को अलग तरह का एहसास देकर आगे लेकर आता है।
किसी सोच को समझकर जीवन तो अलगसी सुबह देकर जाता है जिसे समझकर आगे लेकर चलते जाना जरुरी होता है जो जीवन को सोच के राह से अलग मकसद देकर चलता है जो जीवन को समझकर आगे बढता हुआ आता है।
किसी सोच को अलग किसम का एहसास जीवन मे अलगसा विश्वास देकर जाता है जो जीवन को अलग पहचान देता है जो जीवन को परखकर आगे लेकर चलता जाता है जिसे समझकर जीवन को अलग एहसास देकर आगे जाता आता है।
किसी सोच को अलग समझ देना हर बार जीवन कि भाषा को परख लेना जरुरी रहता है जो जीवन को कई किस्सों मे आगे लेकर चलता है सोच के अंदर ही तो जीवन कि ताकद छुपी रहती है जो जीवन मे कई कदमों को मतलब देकर आगे लेकर आता है।
किसी सोच को परखकर ही तो जीवन कि कहानी हमे आगे लेकर चलती जाती है जो जीवन को कई हिस्सों मे ताकद देकर चलती है जिसे सोच के सहारे समझ लेने कि जरुरत जीवन मे हर मौके पर हर बार होती है जिसमे हमे जीना आता है।
किसी सोच को अलग तरह का एहसास जीवन कि धारा को अलग किसम कि ताकद देकर आगे बढता जाता है जो जीवन मे सोच को हर बार आगे लेकर जाता है उस सोच को समझकर आगे चलते जाने कि जरुरत होती है जो जीवन को आगे लेकर आता है।

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