Saturday 17 December 2016

कविता. १११५. कुछ कुदरत को समझकर आगे।

                                         कुछ कुदरत को समझकर आगे।
कुछ कुदरत को समझकर आगे चलते जाते है कुछ अपने मन को परख लेना चाहते है जो जीवन मे कई किनारों को समझकर चलते है वह कुदरत के कई नक्शों को परख लेना चाहते है वह कुदरत कि कहानियों को समझ लेना चाहते है।
कुछ कुदरत को समझकर आगे बढते जाते है कुछ लम्हों को जीवन कि धारा के संग परख लेना चाहते है कुदरत कि हर दिशा को समझ लेना चाहते है तो कुछ कुदरत को बिना समझे भी बढते जाते है पर कुदरत कि धारा को कोई फर्क नही होता है इन्सान ही बदलना चाहते है।
कुछ कुदरत को समझकर आगे बढते हुए जाते है कुछ लम्हों को बिना समझे ही दिशाओं को परख लेते है हर बार कुदरत जीवन को समझा नही पाती है क्योंकि कुदरत कि कहानी कभी कभी बदल जाती है पर फिर भी हम उसे समझना चाहते है।
कुछ कुदरत को समझकर आगे बढते रहते है तो कुछ उसे बिना समझे ही आगे बढना चाहते है क्योंकि कुदरत के अंदर हर पल जीवन मे कुछ सोच तो हर लम्हे मे जिन्दा रहती है जिसे समझ लेना हम हर बार जीवन मे अक्सर चाहते है।
कुछ कुदरत को समझकर आगे बढते जाते है तो कुछ अलग किनारों को समझकर जीवन मे आगे चलना पहचान लेते है क्योंकि कुदरत हर मौके पर कुछ अलग किसम के एहसासों कि समझ हर बार देती है जिसे हम समझना चाहते है।
कुछ कुदरत को समझकर आगे बढते जाते है तो कुछ कुदरत को बिना परखे ही आगे बढते जाते है हर बार कुदरत को समझ लेने से दुनिया हर बार कोई नया एहसास लिखती है जो जीवन को आसान बनाना जरुरी समझते है वह कुदरत को परख लेना चाहते है।
कुछ कुदरत को समझकर आगे बढते जाते है तो कुछ कुदरत को समझ लिये बिना भी आगे चलते जाने कि जरुरत दुनिया को होती है जो कुदरत को बदलाव देकर जाती है वह सोच दुनिया को कई रंगों मे बदलकर रखती है जिसे हम समझना चाहते है।
कुछ कुदरत को समझकर आगे बढते रहने कि जरुरत जीवन मे रहती है जो जीवन को अलग तरह कि समझ दे जाती है हर बार जीवन को अलग तरह कि समझ देने कि जरुरत होती है जिसे जीवन को समझकर हम आगे बढते है उसे हम समझना चाहते है।
कुछ कुदरत को समझकर आगे बढते रहने कि अहमियत साँसों को होती है जो जीवन को कई किस्सों मे आगे लेकर जाना चाहता है क्योंकि कुदरत को कई किनारों से समझ लेने कि जरुरत हर लम्हे को कई कहानियों मे हर बार रहती है जिसे हम समझना चाहते है।
कुछ कुदरत को समझकर आगे चलते है तो कुछ लोगों कि राह अपनी खुदकी होती है जो जीवन मे कुदरत को कई तरह कि चमक दे जाती है जिसे कुदरत मे हम समझ लेना जरुरी समझते है जिसे हम कई बार जीवन मे समझना चाहते है।

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