हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी चमक देता है कि हर बार यह मन अंधेरे से ना जाने क्यूँ डरता है हर बार उजाला कई किनारों से आगे बढता है जो जीवन मे कई एहसासों को रोशनी के साथ अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी पुकार देता है कि हर बार यह मन रोशनी कि तरफ खिंचता जाता है हर बार वह किसी अलग अंदाज के संग पहचान अलगसी देकर चलता है वह हर रोशनी कि पुकार को अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी पहचान देता है कि हर बार यह मन कई किरणों के संग कुछ ऐसे जुडता है कि अंधियारे से बढकर उजाला हर मौके पर लगता है वह हर लम्हा जीवन को कुछ अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी सोच देता है कि हर बार यह एहसास जीवन को अलग दिशा दिखाकर आगे बढता जाता है वह हर पल जीवन मे रोशनी कि पुकार के खातिर हर बार अंधेरे से अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी परख देता है कि हर बार यह सोच कुछ ऐसी बनती है कि उजाला हर कदम पर जरुरत लगता है अंधेरे कि उम्मीदों से जीवन का भरोसा कम हो जाता है जो हर लम्हा जीवन को अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी दिशा देता है कि हर बार उसे परख लेना जीवन को अलग जज्बातों कि उडान देकर चलता है जो अंधेरे से बढकर लगता है वह उजाला जीवन मे कई रंगों कि पुकार को मकसद के अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी समझ देता है कि हर बार उसे कई किस्सों मे समझ लेना जीवन कि जरुरत बनता है जो जीवन मे कई बार अंधेरे कि उम्मीदों को अनदेखा कर के उजाले कि तलाश मे अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी उम्मीद देता है कि हर बार उस उम्मीद से आगे बढते जाना जीवन के लिए जरुरी होता है पर कभी कभी अंधेरे मे ही उम्मीदों का किनारा छुपा रहता है जो हर लम्हा जीवन मे हँसी के अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी रोशनी देता है कि हर बार उस के भीतर कोई अलग पुकार को पढता है जिसे समझ लेने कि जरुरत जीवन को कई अंधेरों से दूर ले जाती है अगर अंधेरे मे दर्द हो तो बात सही है पर कभी अंधेरा भी रोशनी के अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी दिशा देता है कि हर बार मन उस पर ही चलना चाहता है पर कभी कभी अंधेरे से लढना सही नहीं होता है क्योंकि हर अंधेरा गलत और उजाला सही नही होता है जो जीवन मे उम्मीदे दे वही जीवन मे अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी चमक देता है कि हर बार यह मन अंधेरे से ना जाने क्यूँ डरता है हर बार उजाला कई किनारों से आगे बढता है जो जीवन मे कई एहसासों को रोशनी के साथ अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी पुकार देता है कि हर बार यह मन रोशनी कि तरफ खिंचता जाता है हर बार वह किसी अलग अंदाज के संग पहचान अलगसी देकर चलता है वह हर रोशनी कि पुकार को अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी पहचान देता है कि हर बार यह मन कई किरणों के संग कुछ ऐसे जुडता है कि अंधियारे से बढकर उजाला हर मौके पर लगता है वह हर लम्हा जीवन को कुछ अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी सोच देता है कि हर बार यह एहसास जीवन को अलग दिशा दिखाकर आगे बढता जाता है वह हर पल जीवन मे रोशनी कि पुकार के खातिर हर बार अंधेरे से अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी परख देता है कि हर बार यह सोच कुछ ऐसी बनती है कि उजाला हर कदम पर जरुरत लगता है अंधेरे कि उम्मीदों से जीवन का भरोसा कम हो जाता है जो हर लम्हा जीवन को अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी दिशा देता है कि हर बार उसे परख लेना जीवन को अलग जज्बातों कि उडान देकर चलता है जो अंधेरे से बढकर लगता है वह उजाला जीवन मे कई रंगों कि पुकार को मकसद के अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी समझ देता है कि हर बार उसे कई किस्सों मे समझ लेना जीवन कि जरुरत बनता है जो जीवन मे कई बार अंधेरे कि उम्मीदों को अनदेखा कर के उजाले कि तलाश मे अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी उम्मीद देता है कि हर बार उस उम्मीद से आगे बढते जाना जीवन के लिए जरुरी होता है पर कभी कभी अंधेरे मे ही उम्मीदों का किनारा छुपा रहता है जो हर लम्हा जीवन मे हँसी के अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी रोशनी देता है कि हर बार उस के भीतर कोई अलग पुकार को पढता है जिसे समझ लेने कि जरुरत जीवन को कई अंधेरों से दूर ले जाती है अगर अंधेरे मे दर्द हो तो बात सही है पर कभी अंधेरा भी रोशनी के अलग किनारे देता है।
हर उजाला जीवन को कुछ ऐसी दिशा देता है कि हर बार मन उस पर ही चलना चाहता है पर कभी कभी अंधेरे से लढना सही नहीं होता है क्योंकि हर अंधेरा गलत और उजाला सही नही होता है जो जीवन मे उम्मीदे दे वही जीवन मे अलग किनारे देता है।
No comments:
Post a Comment