Monday 13 February 2017

कविता. १२३१. हर बार किनारे पर राह कोई अलग असर।

                            हर बार किनारे पर राह कोई अलग असर।
हर बार किनारे पर राह कोई अलग असर कर जाती है जो जीवन मे किनारों से आगे बढती रहती है हर बार किनारे से कोई कहानी जिन्दा होती रहती है जो हर किनारे पर दुनिया को हर लम्हा जिन्दा रखती है।
हर बार किनारे पर राह कोई अलग असर कर जाती है जो जीवन मे कई रंगों कि पहचान हर बार हर किस्से संग लाती है जो जीवन मे कोई अलग कहानी सुनाती है जो हर एहसास को समझ लेने कि ताकत जिन्दा रखती है।
हर बार किनारे पर राह कोई अलग असर कर जाती है जो जीवन मे कई एहसासों कि दिशाए हर पल के साथ देकर चलती है जो जीवन मे किनारों से पहचान अलगसी देकर जाती है जो जीवन मे अलग उम्मीदे जिन्दा रखती है।
हर बार किनारे पर राह कोई अलग असर कर जाती है जो जीवन मे कई किनारों कि पहचान अक्सर अलगसी बनाती है जो किनारों पर दुनिया को कई एहसासों के संग आगे बढती रहती है जो जीवन मे उजाले को जिन्दा रखती है।
हर बार किनारे पर राह कोई अलग असर कर जाती है जो जीवन मे कई एहसासों कि दिशाए बदलकर जाती है हर किनारे कि पुकार अलग रोशनी दे जाती है जो जीवन मे कई किनारों मे अलग सोच और पहचान को जिन्दा रखती है।
हर बार किनारे पर राह कोई अलग असर कर जाती है जो जीवन मे कई दिशाओं मे एहसास अलगसा देकर जाती है जो जीवन मे कहती है कि हर पुकार उनके लिए कोई अलग सुबह लाती है जो हर किनारे पर दुनिया को जिन्दा रखती है।
हर बार किनारे पर राह कोई अलग असर कर जाती है जो जीवन मे कई लहरों को आवाज अलग दे जाती है जो हर किनारे पर कोई एहसास अलगसा दिखाती है वह हर दिशा मे दुनिया मे सौगाद अलग जिन्दा रखती है।
हर बार किनारे पर राह कोई अलग असर कर जाती है जो जीवन मे कई कहानियों को पहचान अलग दिखाती है वह हर किस्से के साथ किनारों पर बदलाव अलग दे जाती है वह हर किनारे पर दुनिया कि खुशियाँ जिन्दा रखती है।
हर बार किनारे पर राह कोई अलग असर कर जाती है जो जीवन मे कई पुकार के साथ एहसास अलगसा देकर जाती है जो जीवन मे हर मौसम के संग रंग बदलती रहती है वह हर किनारे पर दुनिया कि उम्मीद जिन्दा रखती है।
हर बार किनारे पर राह कोई अलग असर कर जाती है जो जीवन मे कई एहसासों कि दिशाए बदलकर हर किनारे पर पहचान अलग दे जाती है जो हर किनारे पर दुनिया कि खुशियाँ बसाती जाती है दुनिया कि आशाओं को हर पल मे जिन्दा रखती है। 

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