Sunday 10 July 2016

कविता. ७९४. हर चीज को समझ लेना।

                                           हर चीज को समझ लेना।
हर चीज कि अपनी एक किस्मत होती है पर किस्मत भी कहाँ चीज बूरी होती है कभी उम्मीदों से समझ लेते है एहसास कि कहानी अलग होती है।
हर चीज को परखकर जीवन कि कहानी बनती है जो चीज दुनिया मे खुशियाँ देती है वह चीज भी तो अक्सर ढूँढनी पडती है जो जीवन कि कहानी बदलती है।
हर चीज के बदलाव से दुनिया बदलती है दुनिया को हर पल समझ लेने कि जरुरत जीवन को मिलती है जीवन मे खुशियाँ कई किनारों को पार कर के ही मिलती है।
हर चीज मे जीवन कि रफ्तार दिखती है जो जीवन को हर पल खुशियों कि बारात देकर चलती है जीवन कि कहानी बदलकर रखती है।
हर चीज को पहचान लेने कि जरुरत दुनिया मे पडती है क्योंकि उनसे चीजों से दुनिया खुशहाल बनती है हमे आगे बढते रहने कि उम्मीदे दे जाती है।
हर चीज को समझकर आगे चलते रहने कि जरुरत होती है जो हमारे जीवन का एहसास या फिर खयाल रखती रहती है जो दिशाए बदलती जाती है।
हर चीज को परख लो तो दुनिया मे अलग किसम का एहसास दुनिया हमे अक्सर देकर चलती है जो जीवन कि अलग धारा मिलती है।
हर चीज मे जो जीवन कि दिशाए दिखती है जो जीवन मे आगे लेकर जाती है उसे समझ लेने कि जरुरत हर पल होती है जो आगे बढती रहती है।
हर चीज को परखकर जीवन कि नई रफ्तार हर पल होती है जो जीवन को समझकर आगे बढती जाती है जो दिशाए देकर चलती है।
हर चीज को समझ लेने कि जरुरत जीवन को अहम सोच दे जाती है जो आगे बढती जाती है जिन्हे समझकर दुनिया रोशनी देकर जाती है।

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