Monday 18 July 2016

कविता. ८१०. हवाओं को समझ लेना ।

                                         हवाओं को समझ लेना।
हवाओं को समझ लेना दुनिया कि ताकद होती है जो दुनिया को एक अलग एहसास दे के जीवन कि साँसे बनती रहती है जो जीवन पर असर कर के चलती है।
हवाओं के छूँ लेने से जीवन कि कहानी बनती है जिन्हे हम परख लेते है वह हवा कि कहानी रहती है जो जीवन को अलग तरह कि कहानी देकर आगे बढती चलती है।
हवाओं मे दुनिया कि कहानी हर मौके पर बदलती है जिसे समझ लेने कि जरुरत हर कहानी को होती रहती है जो जीवन को मकसद देकर चलती रहती है।
हवाओं को समझ लेना ही तो जीवन कि अहमियत होती है जो हमे आगे बढते जाने कि उम्मीदे और रफ्तार देकर हर पल चलती रहती है।
हवाओं को समझकर आगे चलते जाना ही तो हमारी किस्मत रहती है जिसकी हमे हर पल मे हर कोने पर कोई ना कोई तो जरुरत होती ही है।
हवाओं मे जीवन कि कहानी बदलती रहती है जो हमारी दिशाए बदलकर हर मौके पर चलती है जो दुनिया के रंग बदलती है जो आगे कई कोनों से चलती है।
हवाओं को समझ लेना ही तो जीवन कि जरुरत रहती है जो जीवन कि हर दिशा को बदलकर जीवन को अलग एहसास देकर हर पल चलती है।
हवाओं को समझ लेने कि जरुरत हर पल जीवन मे रहती है जो हमे समझ देकर आगे बढती है जो साँसों को समझकर चलती रहती है।
हवाओं को परखकर दुनिया आगे लेकर जाती है उन्हे परख लेने कि भी दुनिया को जरुरत हर बार नजर आती है जो साँसों को एहसास अलगसा देकर जाती है।
हवाओं को जीवन मे आगे बढते जाने कि जरुरत नजर आती है जिन्हे हम समझ लेते है वह हवाए ही तो दुनिया मे सबसे अहम नजर आती दुनिया को अलग तरह का रंग दे जाती है।

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