Sunday 17 July 2016

कविता. ८०९. सूरज कि किरणों कि ताकद।

                                      सूरज कि किरणों कि ताकद।
सूरज कि किरणों कि ताकद जीवन को परख लेती है जो सूरज दुनिया को समझ लेना चाहता है सूरज कि ताकद जो हमे आगे लेकर चलती रहती है।
सूरज कि ताकद ही हमारी जरुरत रहती है जो हमे जीवन कि रोशनी दिखाती है जीवन को मकसद देकर आगे बढती जाती है नई रफ्तार लाती है।
सूरज को समझ लेने कि जरुरत हर पल जीवन को होती है जीवन मे सूरज कि कहानी साँसे दे जाती है उजाला देकर आगे बढती चली जाती है।
सूरज को परखकर जीवन को समझ लेने कि अहमियत हर पल आगे बढती जाती है जो हमे जीवन कि कहानी अलग सोच से समझ लेने कि जरुरत होती है।
सूरज को समझ लेना ही तो जीवन कि कुछ पलों कि जरुरत होती है जो जीवन कि धारा को संभलकर जीना अक्सर कई मोड पर सिखाती रहती है।
सूरज जब उजाला दे तभी दुनिया रंग तरह तरह के देकर आगे बढती है उस उजाले मे अलग तरह कि चमक हर पल जीवन को रोशनी देकर चलती है।
सूरज को परख लेना जीवन को समझ लेना हर बार अहम होता है क्योंकि सूरज कि रोशनी हर पल हमे कई किसम कि ताकद देकर आगे बढती रहती है।
सूरज कि कहानी जो हमे जीवन मे आगे लेकर चलती है पास आने पर जलाती है दूर से जीवन पर अलग तरह का असर कर के जीवन मे आगे बढती है।
सूरज कि रोशनी जीवन कि धारा को पल पल बदलकर चलती है जो जीवन को हर एक राह मे कोई नई उम्मीदे देकर आगे बढती है जो अलग मकसद से चलती है।
सूरज के अंदर ही दुनिया कि सबसे बडी ताकद रहती है जो जीवन को अलग किसम कि रोशनी देकर हर पल चलती रहती है जो जीवन को मतलब देती है।

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