Wednesday 20 July 2016

कविता. ८१४. किसी गीत को समझकर।

                                              किसी गीत को समझकर।
किसी गीत को किसी तरह का एहसास मिल पाता है जिसके अंदर का मतलब और मकसद हर बार आगे बढता चला जाता है।
किसी गीत को समझ लेना जीवन कि जरुरत नजर आता है जिसे परखकर आगे चलते जाना कभी कभी हमे आता है कभी दिशाए बदलकर जाता है।
किसी गीत को अलग एहसास देकर आगे जाने कि जरुरत हर पल होती है जो हर एक मौके पर दुनिया को अलग तरह कि दास्तान देकर आगे बढती है।
किसी गीत को समझ लेना हर बार हर मोड पर जरुरी लगता है गीतों को जीवन का एहसास होता है जो जीवन मे सच्ची रोशनी देकर आगे बढता है।
किसी गीत को बढते है तो दुनिया के रंग अलग नजर आते है जो जीवन कि धारा को आगे लेकर हमे आगे बढाते हुए जीवन को समझ लेते है वह जरुरी लगता है।
किसी गीत कि पंक्ती हमे कोई अलग तरह कि सोच या ताकद हर बार आगे बढती चली जाती है जो गीतों कि ताकद दिखाती चली जाती है।
किसी गीत को समझकर आगे चलते रहने कि जरुरत हर मौके पर रहती है जो जीवन कि कहानी हर पल कुछ अलग ढंग से कहती रहती है।
किसी गीत को अलग एहसास देकर आगे चलते रहने कि उम्मीदे हर पल होती है जो जीवन कि कहानी हर बार अलग तरीके से कहती रहती है।
किसी गीत मे अंदर तो जीवन कि धारा बहती रहती है जो गीतों के मतलब को हर पल कहती रहती है जीवन को अलग संगीत सुनाती रहती है।
किसी गीत को समझकर कई किरदारों को समझ लेने कि अहमियत हर मोड पर होती है जो जीवन को अलग एहसास देकर हर पल आगे बढती रहती है।

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