Sunday 9 August 2015

कविता १२४. कोई नयी कहानी

                                                              कोई नयी कहानी              
हर मोड़ पे जीवन कोई नयी कहानी लिखता है अगर गेहराई से समजो तो सारी किताबे सारी फिल्मे पीछे रह जाये
ऐसी ही कोई दिलचस्प कहानी लिखता है हर बार जीवन मे  जब हम आगे बढ़ जाते है तो हमे उम्मीदों के तराने देता है
पर जब वह कोई अच्छीसी कहानी को मोड़ देता है और कोई उन पे अच्छे तरीकों से सोचता है अच्छा लगता है
हमे हर बार जब उस पर कोई प्यार से लिखता है तब पता चलता है आख़िर जीवन है क्या जो ख़ुशियों के साथ ग़म देता है
वही तो किसी कहानी मे जीवन का रंग देता है बिना जीवन के क्या कोई कहानी सुना सकता है
हर बारी जीवन ही है जो दुनिया को जिन्दा करता है बिन जीवन के जो बन जाती है वही कहानी हमने नहीं है देखी
जीवन ही वह कहानी है जो हमने सीखी और परखी जब जब हम जीवन को समजले उसके अंदर एक शुरुआत है दिखती
उस कहानी कि जो सुन्दरता का मतलब है समजती वह जीवन कि एक धारा है जो अब तक बाकी है पर हर नयी सोच के साथ जागी है
जीवन को समजो तो अलग तरह कि बातें जीवन के अंदर नयी सोच लाती है जीवन को समजो तो जीवन ही एक कहानी है
जिसे लिखनेवाले कह गये वही ख़ुशियों की जीवन एक निशानी है वह सबसे  ज़्यादा प्यारी कहानी है जो जीवन मे आनी जानी है

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