Saturday 17 November 2018

कविता. २५१५. हर सुबह को किरण से कोई कहानी।

                                    हर सुबह को किरण से कोई कहानी।
हर सुबह कि किरण से कोई कहानी बनती है हर किस्से के साथ दिशाओं कि पुकार देती है हर कदम को बदलावों कि निशानी देती है हर आस को इरादों कि पहचान देती है हर जज्बात को अफसानों कि तलाश देती है हर नजारे को मौसमों कि कोशिश देती है हर अल्फाज को दास्तानों कि पहचान देती है हर आवाज को तरानों कि सौगात देती है हर सोच कि लहर को दिशाओं कि अहमियत देती है।
हर सुबह कि किरण से कोई कहानी बनती है हर किस्से के साथ आशाओं कि कोशिश देती है हर किनारे को अंदाजों कि कोशिश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर आवाज को तरानों कि सौगात देती है हर कदम को बदलावों कि उम्मीद देती है हर आस को दिशाओं कि पुकार देती है हर किनारे को लहरों कि उमंग देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर खयाल राहों कि अहमियत देती है।
हर सुबह कि किरण से कोई कहानी बनती है हर किस्से के साथ अदाओं कि परख देती है हर अल्फाज को दिशाओं कि सौगात देती है हर आवाज को तरानों कि सरगम देती है हर अंदाज को दास्तानों कि पहचान देती है हर अदा को एहसासों कि कोशिश देती है हर राह को आशाओं कि पहचान देती है हर अंदाज को कदमों कि आहट देती है हर खयाल को आशाओं कि अहमियत देती है।
हर सुबह कि किरण से कोई कहानी बनती है हर किस्से के साथ राहों कि तलाश देती है हर आवाज को तरानों कि लहर देती है हर सरगम को दिशाओं कि पुकार देती है हर अफसाने को किरदारों कि जरुरत देती है हर तलाश को कदमों कि आहट देती है हर आस को एहसासों कि दास्तान देती है हर नजारे को मौसमों कि पहचान देती है हर तलाश को दिशाओं कि अहमियत देती है।
हर सुबह कि किरण से कोई कहानी बनती है हर किस्से के साथ खयालों कि उमंग देती है हर आस को इरादों कि तलाश देती है हर अफसाने को कदमों कि आहट देती है हर पुकार को दास्तानों कि तलाश देती है हर किनारे को दिशाओं कि उमंग देती है हर खयाल को अफसानों कि तलाश देती है हर अंदाज को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर इशारे को बदलावों कि अहमियत देती है।
हर सुबह कि किरण से कोई कहानी बनती है हर किस्से के साथ दास्तानों कि अदा देती है हर खयाल को इशारों कि पुकार देती है हर दिशा को बदलावों कि तलाश देती है हर अंदाज को किनारों कि आस देती है हर नजारे को मौसमों कि पहचान देती है हर सूरज को उजालों कि उम्मीद देती है हर अदा को एहसासों कि कोशिश देती है हर रंग को दिशाओं कि कोशिश कि अहमियत देती है।
हर सुबह कि किरण से कोई कहानी बनती है हर किस्से के साथ आवाजों कि कोशिश देती है हर आसमान को बादलों कि कहानी देती है हर नजारे को रोशनी कि उमंग देती है हर अंदाज को कदमों कि सौगात देती है हर मौसम को बदलावों कि तलाश देती है हर रंग को नजारों कि रोशनी देती है हर अंदाज को मौसमों कि पहचान देती है हर नजारे के एहसास को मौसमों कि अहमियत देती है।
हर सुबह कि किरण से कोई कहानी बनती है हर किस्से के साथ अंदाजों कि तलाश देती है हर मौसम को बदलावों कि उम्मीद देती है हर हवा के झोंके को एहसासों कि उमंग देती है हर परख को किनारों कि आस देती है हर आसमान को रंगों कि पहचान देती है हर अल्फाज को बदलावों कि तलाश देती है हर दिशा को दास्तानों कि समझ देती है हर आस को रंगों कि अहमियत देती है।
हर सुबह कि किरण से कोई कहानी बनती है हर किस्से के साथ दिशाओं कि पुकार देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर नजारे को सूरज कि रोशनी एहसास देती है हर आस को इरादों कि तलाश देती है हर पहचान को दिशाओं कि पुकार देती है हर अंदाज को कदमों कि कोशिश देती है हर दास्तान को राहों कि रोशनी देती है हर अंदाज को कदमों कि अहमियत देती है।
हर सुबह कि किरण से कोई कहानी बनती है हर किस्से के साथ राहों कि तलाश देती है हर उजाले को अंदाजों कि उम्मीद देती है हर खयाल को दिशाओं कि दास्तान लहर देती है हर उम्मीद को इशारों कि पुकार देती है हर कदम को बदलावों कि उम्मीद देती है हर आस को इशारों कि तलाश देती है हर जज्बात को अफसानों कि कोशिश देती है हर कोशिश को दिशाओं कि अहमियत देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१५९. किनारों को सपनों की।

                              किनारों को सपनों की। किनारों को सपनों की आहट तलाश दिलाती है नजारों को दिशाओं की कोशिश संग अरमानों की पहचान देक...