Saturday 24 November 2018

कविता. २५२९. अनजानी सुबह को कदमों कि आवाज।

                                अनजानी सुबह को कदमों कि आवाज।
अनजानी सुबह को कदमों कि आवाज इशारे देती है दास्तान को एहसासों कि तलाश सहारे देती है किनारे को जज्बातों कि जरुरत देती है आस को तरानों कि अहमियत देती है उजाले को अफसानों कि पुकार देती है अदा को लहरों कि पहचान देती है किनारे को जज्बातों कि जरुरत देती है दिशाओं कि जरुरत देती है आवाज को लहरों कि उमंग देती है खयाल को दिशाओं कि जरुरत देती है अदाओं को आस कि पहचान देती है।
अनजानी सुबह को कदमों कि आवाज इशारे देती है दास्तान को एहसासों कि आवाज देती है अंदाज को अफसानों कि पुकार देती है अदा को इशारों कि सौगात देती है इशारे को लहरों कि पहचान देती है अदा को एहसासों कि आवाज देती है दिशा को अल्फाजों कि जरुरत देती है परख को जज्बातों कि पहचान देती है खयाल को दिशाओं कि अदा देती है किनारे को लहरों कि अहमियत देती है उमंग को अफसानों कि पहचान देती है।
अनजानी सुबह को कदमों कि आवाज इशारे देती है दास्तान को एहसासों कि आस देती है खयाल को दिशाओं कि परख देती है आवाज को दास्तानों कि उम्मीद देती है दास्तान को एहसासों कि तलाश देती है अदा को लहरों कि उम्मीद देती है दिशा को अल्फाजों कि जरुरत देती है कदम को दिशाओं कि सौगात देती है किनारे को जज्बातों कि सरगम देती है दास्तान को एहसासों कि आवाज देती है अदा को लहरों कि पहचान देती है।
अनजानी सुबह को कदमों कि आवाज इशारे देती है दास्तान को एहसासों कि सुबह देती है उजाले को अफसानों कि पुकार देती है एहसास को लहरों कि उमंग देती है जज्बात को दिशाओं कि तलाश देती है लहर को किनारों कि जरुरत देती है मुस्कान को एहसासों कि आस देती है हर जज्बात को दिशाओं कि पहचान देती है राह को आशाओं कि परख देती है किनारे को लहरों कि उमंग देती है दास्तान को एहसासों कि पहचान देती है।
अनजानी सुबह को कदमों कि आवाज इशारे देती है दास्तान को एहसासों कि आस देती है इरादे को अल्फाजों कि जरुरत देती है कदम को आवाजों कि अहमियत देती है दास्तान को दिशाओं कि जरुरत देती है लहर को नजारों कि उमंग देती है मुस्कान को जीवन कि खुशियां देती है आवाज को एहसासों कि परख देती है उजाले को अफसानों कि जरुरत देती है दास्तान को एहसासों कि आस देती है कदम को अल्फाजों कि पहचान देती है
अनजानी सुबह को कदमों कि आवाज इशारे देती है दास्तान को एहसासों कि कोशिश देती है इशारे को किनारों कि अहमियत देती है आवाज को दास्तानों कि उम्मीद देती है तलाश को आवाजों कि परख देती है दास्तान को इशारों कि पहचान देती है किनारे को अंदाजों कि अहमियत देती है आस को तरानों कि जरुरत देती है आवाज को दास्तानों कि जरुरत देती है किनारे को अल्फाजों कि जरुरत देती है किनारे को जज्बातों कि पहचान देती है।
अनजानी सुबह को कदमों कि आवाज इशारे देती है दास्तान को एहसासों कि उमंग देती है पुकार को खयालों कि परख देती है दिशा को अल्फाजों कि जरुरत देती है आवाज को लहरों कि पहचान देती है अफसाने को दास्तानों कि अहमियत देती है किनारे को अंदाजों कि जरुरत देती है अल्फाज को जज्बातों कि जरुरत देती है दास्तान को एहसासों कि अहमियत देती है अंदाज को अफसानों कि पुकार देती है दास्तान को किनारों कि पहचान देती है।
अनजानी सुबह को कदमों कि आवाज इशारे देती है दास्तान को एहसासों कि कोशिश देती है दास्तान को दिशाओं कि अदा देती है किनारे को लहरों कि उमंग देती है उजाले को अफसानों कि जरुरत देती है पुकार को खयालों कि दास्तान देती है आवाज को एहसासों कि कोशिश देती है अदा को एहसासों कि कोशिश देती है कदम को अल्फाजों कि जरुरत देती है अफसाने को दास्तानों कि अहमियत देती है आस को तरानों कि पहचान देती है।
अनजानी सुबह को कदमों कि आवाज इशारे देती है दास्तान को एहसासों कि परख देती है दिशाओं को अल्फाजों कि जरुरत देती है पुकार को खयालों कि समझ देती है अंदाज को अफसानों कि दास्तान देती है किनारे को लहरों कि अहमियत देती है अदाओं को दिशाओं कि अदा देती है कदमों कि पहचान देती है आवाज को लहरों कि अहमियत देती है किनारे को लहरों कि जरुरत देती है दास्तान को एहसासों कि पहचान देती है।
अनजानी सुबह को कदमों कि आवाज इशारे देती है दास्तान को एहसासों कि उमंग देती है आवाज को लहरों कि अहमियत देती है दिशा को अल्फाजों कि जरुरत देती है इशारे को किनारों कि आवाज देती है दास्तान को एहसासों कि कोशिश देती है दास्तान को लहरों कि उमंग देती उम्मीद को जज्बातों कि जरुरत देती है अंदाज को अफसानों कि दास्तान देती है पुकार को खयालों कि समझ देती है किनारे को लहरों कि पहचान देती है।

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