Sunday 25 November 2018

कविता. २५३२. इशारों कि तलाश देती है।

                                        इशारों कि तलाश देती है।
किनारे को लहरों कि सुबह इशारों कि तलाश देती है एहसास को दास्तानों कि आवाज देती है अनजाने सागर से मिलने कि प्यास देती है मुस्कान को एहसासों कि आंधी देती है जज्बात को खुशियों कि आस देती है दास्तान को किनारों कि अहमियत देती है खयाल को दिशाओं कि जरुरत देती है परख को आशाओं कि पहचान देती है रंगों कि अहमियत को लहरों कि उमंग देती है उजाले को अफसानों कि रोशनी देती है।
किनारे को लहरों कि सुबह इशारों कि तलाश देती है एहसास को लहरों कि उमंग देती है अनजाने अफसाने से जुडने कि आस देती है तलाश को दिशाओं कि पुकार देती है कदमों को अल्फाजों कि जरुरत देती है आवाज को दास्तानों कि सौगात देती है अफसाने को दास्तानों कि सौगात देती है किनारे को लहरों कि अहमियत देती है किनारों कि पहचान को अल्फाजों कि राह देती है दास्तान को एहसासों कि रोशनी देती है।
किनारे को लहरों कि सुबह इशारों कि तलाश देती है एहसास को अल्फाजों कि राह देती है अनजाने कदम से मिलने कि प्यास देती है आस को तरानों कि पहचान देती है दिशाओं को लहरों कि अहमियत देती है पुकार को खयालों कि सुबह देती है उम्मीद को अल्फाजों कि जरुरत देती है आवाज को अफसानों कि तलाश देती है दिशाओं कि पहचान को लहरों कि उमंग देती है उजाले को अफसानों कि रोशनी देती है।
किनारे को लहरों कि सुबह इशारों कि तलाश देती है एहसास को लहरों कि उमंग देती है अनजाने अफसाने से जुडकर रोशनी कि उमंग देती है अंदाज को लहरों कि उमंग देती है राह को इशारों कि जरुरत देती है किनारे को अल्फाजों कि राह देती है दास्तानों कि सौगात को अल्फाजों कि राह देती है उम्मीद को अल्फाजों कि जरुरत देती है आवाजों कि पुकार को खयालों कि समझ देती है सुबह को लहरों कि रोशनी देती है।
किनारे को लहरों कि सुबह इशारों कि तलाश देती है एहसास को जज्बातों कि पहचान देती है अनजाने किनारे से निकलकर एहसास कि रोशनी देती है किनारे को अंदाजों कि कहानी देती है अफसाने को लहरों कि तरह बदलाव कि सरगम देती है दिशाओं कि राह को अफसानों कि तलाश देती है आस को तरानों कि अहमियत देती है तराने कि राह को अल्फाजों कि अहमियत देती है दास्तान को एहसासों कि रोशनी देती है।
किनारे को लहरों कि सुबह इशारों कि तलाश देती है एहसास को आवाजों कि पुकार देती है अनजाने अफसाने से समझकर उजाले कि जरुरत देती है अंदाज को अफसानों कि परख देती है अंदाज को अल्फाजों कि जरुरत देती है आस को एहसासों कि उमंग देती है कदमों कि आस को दास्तानों कि सौगात देती है सुबह को अल्फाजों कि जरुरत देती है जज्बात को तरानों कि खुशियां देती है कदमों को आवाजों कि रोशनी देती है।
किनारे को लहरों कि सुबह इशारों कि तलाश देती है एहसास को  दिशाओं कि कहानी देती है अनजाने दिशा से मिलकर उम्मीद कि रोशनी देती है कदमों को आवाजों कि कहानी देती है एहसास को दिशाओं कि सरगम देती है कदम को अल्फाजों कि अहमियत देती है खयालों कि सुबह को अल्फाजों कि राह देती है कदम को अदाओं कि तराने देती है दास्तान को लहरों कि उमंग देती है दिशाओं को अल्फाजों कि रोशनी देती है।
किनारे को लहरों कि सुबह इशारों कि तलाश देती है एहसास को अल्फाजों कि जरुरत देती है अनजाने कदम से समझकर अदा कि पहचान देती है दास्तानों को लहरों कि उमंग देती है दिशाओं को अल्फाजों कि जरुरत देती है खयालों को दास्तान कि अहमियत देती है तराने को आशाओं कि सरगम देती है इशारे को जज्बातों कि जरुरत देती है आवाज को दास्तानों कि कहानी देती है इरादों को एहसासों कि रोशनी देती है।
किनारे को लहरों कि सुबह इशारों कि तलाश देती है एहसास को आवाजों कि पुकार देती है अनजाने किनारे से निकलकर एहसास कि आंधी देती है किनारों कि पहचान देती है लहरों को अफसानों कि परख देती है कदमों कि उमंग को आवाजों कि जरुरत देती है अंदाज को अफसानों कि तलाश देती है इरादे को अल्फाजों कि अहमियत देती है अदाओं को अफसानों कि तलाश देती है आशाओं को लहरों कि रोशनी देती है।

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