Monday 19 November 2018

कविता. २५१९. उजालों कि शुरुआत इशारे देती है।

                                      उजालों कि शुरुआत इशारे देती है।
हर सुबह को उजालों कि शुरुआत इशारे देती है हर एहसास कि आंधी को सूरज कि कहानी देती है हर खयाल को दिशाओं कि पुकार किनारे देती है हर नजारे को मौसमों कि तलाश हवाएं देती है हर इरादे को तरानों कि सौगात देती है हर उम्मीद को उजालों कि पहचान देती है हर नजारे को आशाओं कि दिशाएं तराने देती है हर सूरज के किरण को आशाओं कि कहानी कई इशारे देती है।
हर सुबह को उजालों कि शुरुआत इशारे देती है हर एहसास कि आंधी को आस कि उम्मीद देती है हर अंदाज को दास्तानों कि तलाश सौगात देती है हर खयाल को दिशाओं कि पुकार किनारे देती है हर इशारे को बदलावों कि कोशिश देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर खयाल को दिशाओं कि पुकार देती है हर आवाज कि पुकार को तरानों कि सौगात कई इशारे देती है।
हर सुबह को उजालों कि शुरुआत इशारे देती है हर एहसास कि आंधी को इशारे कि परख देती है हर जज्बात को अफसानों कि आस राहे देती है हर अल्फाज को बदलावों कि कोशिश देती है हर अफसाने को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि परख देती है हर तलाश को बदलावों कि उम्मीद देती है हर अंदाज कि दास्तान को इशारों कि अफसान कई इशारे देती है।
हर सुबह को उजालों कि शुरुआत इशारे देती है हर एहसास कि आंधी को जज्बात कि तलाश देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश अंदाज देती है हर पुकार को कदमों कि पहचान देती है हर उजाले को अंदाजों कि पहचान देती है हर अल्फाज को दिशाओं कि निशानी देती है हर सरगम को आवाजों कि कहानी देती है हर आस को एहसासों कि तलाश देती है हर पुकार को दास्तानों कि उमंग कई इशारे देती है।
हर सुबह को उजालों कि शुरुआत इशारे देती है हर एहसास कि आंधी को इरादे कि उमंग देती है हर अल्फाज को बदलावों कि कोशिश पहचान देती है हर कदम को एहसासों कि तलाश देती है हर आस को जज्बातों कि उम्मीद देती है हर पुकार को दिशाओं कि कोशिश देती है हर हवा के झोंके को आशाओं कि निशानी देती है हर उम्मीद को खयालों कि पहचान कई इशारे देती है।
हर सुबह को उजालों कि शुरुआत इशारे देती है हर एहसास कि आंधी को जज्बात कि कोशिश देती है हर खयाल को दिशाओं कि तलाश अफसाने देती है हर दास्तान को इरादों कि पुकार देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर आस को कदमों कि पहचान देती है हर आवाज के किनारे को पुकार देती है हर नजारे को रंगों कि निशानी देती है हर सूरज को किरणों कि रोशनी कई इशारे देती है।
हर सुबह को उजालों कि शुरुआत इशारे देती है हर एहसास कि आंधी को अंदाज कि तलाश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत आसमान देती है हर नजारे को सूरज कि रोशनी देती है हर दिशा को उजालों कि पहचान देती है हर नजारे को आशाओं कि पहचान देती है हर शुरुआत कि दास्तान किनारे देती है हर नजारे को मौसमों कि तलाश देती है हर रोशनी को उजालों कि उम्मीद कई इशारे देती है।
हर सुबह को उजालों कि शुरुआत इशारे देती है हर एहसास कि आंधी को पुकार कि समझ देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान रोशनी देती है हर परख को आवाजों कि कोशिश देती है हर अफसाने को दिशाओं कि तलाश देती है हर अदा को एहसासों कि कोशिश देती है हर सूरज कि रोशनी को किरणों कि पहचान देती है हर नजारे को खुबसूरत एहसास कि पूंजी कई इशारे देती है।
हर सुबह को उजालों कि शुरुआत इशारे देती है हर एहसास कि आंधी को जज्बात कि कोशिश देती है हर खयाल को दिशाओं कि पुकार देती है हर अंदाज को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर तलाश को किनारों कि आस देती है हर रोशनी को नयी शुरुआत देती है हर उजाले को अंदाजों कि पहचान देती है हर नजारे को आशाओं कि पहचान देती है हर सूरज कि किरण को नजर कई इशारे देती है।
हर सुबह को उजालों कि शुरुआत इशारे देती है हर एहसास कि आंधी को कोशिश कि जरुरत देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर नजारे को मौसमों कि तलाश देती है हर उजाले को रोशनी कि उमंग देती है हर शुरुआत को एहसासों कि कोशिश देती है हर उम्मीद को खयालों कि परख देती है हर रोशनी को उजालों कि तलाश देती है हर राह कि पहचान को आस कई इशारे देती है।

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