Tuesday 27 November 2018

कविता. २५३६. उजाले को अफसानों कि रोशनी।

                               उजाले को अफसानों कि रोशनी।
कदमों कि आस उजाले को अफसानों कि रोशनी देती है दास्तान के संग उम्मीद को अल्फाजों कि जरुरत देती है परख को आवाजों कि पुकार देती है अंदाज को अफसानों कि पहचान देती है दास्तान को लहरों कि अहमियत देती है खयाल को जज्बातों कि कहानी देती है अंदाज को अफसानों कि रोशनी देती है किनारे को नजारों कि उमंग देती है तलाश को दिशाओं कि सुबह देती है रंगों कि जरुरत आसमानों कि खुबसूरती देती है।
कदमों कि आस उजाले को अफसानों कि रोशनी देती है दास्तान के संग उजाले को रोशनी कि जरुरत देती है अंदाज को किनारों कि पहचान देती है आवाज को दास्तानों कि सौगात देती है सुबह को सूरज कि रोशनी देती है दास्तान को एहसासों कि रोशनी देती है अदाओं को सरगम कि जरुरत देती है तराने को आशाओं कि सौगात देती है परख को जज्बातों कि कहानी देती है आवाजों को पुकार कि खुबसूरती देती है।
कदमों कि आस उजाले को अफसानों कि रोशनी देती है दास्तान के संग रोशनी को इशारों कि तलाश देती है आवाज को दास्तानों कि सौगात देती है अंदाज को अफसानों कि रोशनी देती है राह को अल्फाजों कि जरुरत देती है नजारे को इशारों कि तलाश देती है नजारे को एहसासों कि उमंग देती है दास्तान को दिशाओं कि पहचान देती है दास्तान को एहसासों कि उमंग देती है रोशनी को जरुरत कि खुबसूरती देती है।
कदमों कि आस उजाले को अफसानों कि रोशनी देती है दास्तान के संग खयाल को अल्फाजों कि अंदाज देती है किनारे को लहरों कि पहचान देती है आवाज को दास्तानों कि निशानी देती है अदा को एहसासों कि अहमियत देती है निशानी को अल्फाजों कि राह देती है दिशा को अफसानों कि जरुरत देती है अंदाज को दिशाओं कि राह देती है परख को आवाजों कि जरुरत देती है किनारे को समझ कि खुबसूरती देती है।
कदमों कि आस उजाले को अफसानों कि रोशनी देती है दास्तान के संग उजाले को किनारों कि लहर देती है आवाज को दास्तानों कि सौगात देती है अंदाज को अफसानों कि रोशनी देती है लहर को जज्बातों कि पुकार देती है दिशा को अदाओं कि जरुरत देती है अंदाज को कदमों कि पुकार देती है दास्तान को एहसासों कि उमंग देती है अल्फाज को लहरों कि पहचान देती है अदा को रोशनी कि खुबसूरती देती है।
कदमों कि आस उजाले को अफसानों कि रोशनी देती है दास्तान के संग रोशनी को एहसासों कि तलाश देती है अंदाज को दिशाओं कि राह देती है आवाज को लहरों कि अहमियत देती है दास्तान को एहसासों कि कोशिश देती है परख को दिशाओं कि कहानी देती है सौगात को अफसानों कि रोशनी देती है अंदाज को इशारों कि तलाश देती है दिशा को अल्फाजों कि अहमियत देती है किनारे को समझ कि खुबसूरती देती है।
कदमों कि आस उजाले को अफसानों कि रोशनी देती है दास्तान के संग उजाले को अफसानों कि रोशनी देती है दास्तान को एहसासों कि रोशनी देती है उम्मीद को अफसानों कि आस देती है दिशा को अल्फाजों कि जरुरत देती है परख को जज्बातों कि कहानी देती है परख को दिशाओं कि राह देती है आवाज को लहरों कि अहमियत देती है अंदाज को अफसानों कि रोशनी देती है दास्तान को जरुरत कि खुबसूरती देती है।
कदमों कि आस उजाले को अफसानों कि रोशनी देती है दास्तान के संग उम्मीद को अल्फाजों कि राह देती है आवाज को दास्तानों कि सौगात देती है अंदाज को किनारों कि समझ देती है लहर को जज्बातों कि अहमियत देती है आवाज को लहरों कि पहचान देती है दास्तान को एहसासों कि उमंग देती है रोशनी को उजालों कि जरुरत देती है आवाज को दास्तानों कि सौगात देती है दिशा को पहचान कि खुबसूरती देती है।
कदमों कि आस उजाले को अफसानों कि रोशनी देती है दास्तान के संग उजाले को अफसानों कि आस देती है किनारे को अंदाजों कि पुकार देती है दास्तान को एहसासों कि सौगात देती है आवाज को लहरों कि पहचान देती है अंदाज को अफसानों कि रोशनी देती है किनारे को अंदाजों कि कहानी देती है आवाज को लहरों कि अहमियत देती है दास्तान को लहरों कि राह देती है दास्तान को जरुरत कि खुबसूरती देती है।
कदमों कि आस उजाले को अफसानों कि रोशनी देती है दास्तान के संग रोशनी को एहसासों कि उमंग देती है आवाज को दास्तानों कि सौगात देती है अंदाज को अफसानों कि आस देती है परख को जज्बातों कि अहमियत देती है किनारे को लहरों कि सौगात देती है अदाओं को अल्फाजों कि जरुरत देती है दास्तान को एहसासों कि उमंग देती है सुबह को अल्फाजों कि जरुरत देती है आवाज को रोशनी कि खुबसूरती देती है।

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