Wednesday 21 November 2018

कविता. २५२३. हर लहर को दिशाओं कि सौगात।

                                    हर लहर को दिशाओं कि सौगात।
हर लहर को दिशाओं कि सौगात देती है सुबह को किनारों कि राह देती है बदलाव को एहसास कि नयी कहानी देती है कदमों को इशारों कि उमंग देती है रोशनी को दिशाओं कि तलाश देती है उजाले संग नयी सरगम एहसास देती है बदलाव कि दिशा को मुस्कान देती है सुबह को अलग एहसास कि रोशनी देती है नजारे को इशारों कि उमंग देती है राह के किनारों कि पहचान देती है जो कदमों को आस देती है।
हर लहर को दिशाओं कि सौगात देती है सुबह को इशारों कि उमंग देती है दास्तान को इशारों कि पहचान देती है नयी कहानी को दिशाओं कि सौगात देती है दास्तान के एहसास को उजालों कि पहचान देती है पुकार को दिशाओं कि सौगात देती है परख को हर राह कि रोशनी एहसास देती है दास्तान के आशाओं कि परख रोशनी सेे जुडकर इशारे कि तलाश को उम्मीद देती है खुशीयों कि पहचान को आस देती है।
हर लहर को दिशाओं कि सौगात देती है सुबह को उजालों कि परख देती है किनारे को उम्मीद कि लहर देती है राह को उजालों कि रोशनी देती है अरमानों कि उमंग को आशाओं कि परख देती है उजाले को कदमों के संग सहारे देती है राह को आशाओं कि परख इशारे देती है आस को उम्मीद का एहसास देती है जज्बात को उजालों कि परख देती है रोशनी को किरणों कि सौगात देती है आसमान को आस देती है।
हर लहर को दिशाओं कि सौगात देती है सुबह को अदाओं कि पहचान देती है अंदाज को उजालों कि उमंग देती है दास्तान को आशाओं कि पहचान देती है रंगों को इशारों कि सौगात देती है किनारे को उजालों कि आवाज देती है राह को आशाओं कि परख देती है किनारे को उम्मीद कि अहमियत देती है दास्तान को किरदारों कि परख देती है हर पुकार को जज्बातों कि पहचान देती है कदमों कि शुरुआत को आस देती है।
हर लहर को दिशाओं कि सौगात देती है सुबह को आशाओं कि उमंग देती है बदलाव को कदमों कि परख देती है इशारे को किनारों कि सुबह देती है राह को उजालों कि आवाज देती है कदमों कि सौगात को सरगम देती है किनारे को उजालों कि परख देती है दास्तान को एहसासों कि शुरुआत इशारे देती है कदमों कि सौगात को किनारे देती है परख को उजालों कि अहमियत देती है तलाश को आस देती है।
हर लहर को दिशाओं कि सौगात देती है सुबह को उजालों कि पुकार देती है हर आसमान को उम्मीदों कि कहानी इशारे देती है रोशनी कि पहचान को आशाओं कि उमंग देती है दिशाओं कि परख को किनारों कि परख देती है उमंग को आशाओं कि लहर देती है सुबह के एहसास को आवाज देती है हर कदम को उजालों कि अहमियत देती है परख को रोशनी कि पहचान देती है आसमान को आस देती है।
हर लहर को दिशाओं कि सौगात देती है सुबह को अदाओं कि उमंग देती है दास्तान को आशाओं कि पहचान देती है किनारे कि उमंग को उजालों कि अहमियत देती है दास्तान कि आवाज को उजालों कि शुरुआत देती है किनारे को आशाओं कि पहचान देती है कदमों को उजालों कि अहमियत देती है पुकार को जज्बातों कि उमंग देती है उजाले को आशाओं कि राह देती है  पहचान को आस देती है।
हर लहर को दिशाओं कि सौगात देती है सुबह को आशाओं कि राह देती है उम्मीद को दिशाओं कि सरगम देती है किनारे को आशाओं कि रोशनी देती है हर परख को जज्बातों कि सरगम देती है आवाज को उजालों कि अहमियत देती है इशारे को किनारों कि लहर देती है बदलाव को कदमों कि सौगात देती है सुबह को रोशनी कि कहानी दिशाओं कि सरगम देती है कदमों कि सौगात देती है किनारे को आस देती है।
हर लहर को दिशाओं कि सौगात देती है सुबह को उजालों कि परख देती है राह को आशाओं कि अहमियत देती है इरादे को आवाजों कि तलाश देती है रोशनी को किरणों कि सौगात देती है कदमों को आशाओं कि पहचान देती है किनारे से जुडकर उम्मीद को नये दिन कि आवाज देती है कदमों को राहों कि अहमियत देती है परख को जज्बातों कि उमंग देती है हर एहसास को आशाओं कि उमंग देती है कदमों को आस देती है।
हर लहर को दिशाओं कि सौगात देती है सुबह को अदाओ कि सौगात देती है कदमों को उजालों कि आवाज देती है दास्तान को आशाओं कि उमंग देती है आस को उम्मीदों कि कहानी देती है राह को उजालों कि परख देती है हर जज्बात को उजालों कि सौगात देती है कदमों कि सौगात देती है दास्तान को उजालों कि परख देती है बदलाव को आशाओं कि उमंग देती है।

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