Sunday 4 November 2018

कविता. २४९०. हर उजाले को रोशनी कि पहचान।

                                    हर उजाले को रोशनी कि पहचान।
हर उजाले को रोशनी कि पहचान देती है हर शुरुआत को दिशाओं कि पुकार देती है हर मौसम को एहसास कि पूंजी देती है हर रोशनी को आशाओं कि तलाश देती है हर कदम को बदलावों कि उम्मीद देती है हर उमंग को दिशाओं कि उम्मीद देती है हर नजारे को आशाओं कि दिशा देती है हर अफसाने को किरदारों कि जरुरत देती है हर शुरुआत को दिशाओं कि पुकार देती है हर राह को सुबह देती है।
हर उजाले को रोशनी कि पहचान देती है हर शुरुआत को दिशाओं कि उम्मीद देती है हर उम्मीद को खयालों कि उमंग देती है हर दिशा को दास्तानों कि पहचान देती है हर खुशी को आशाओं कि तलाश देती है हर इशारे को आशाओं के तरंग देती है हर खयाल को दिशाओं कि पुकार देती है हर कदम को बदलावों कि समझ देती है हर इरादे को तरानों कि पहचान देती है हर खयाल को सुबह देती है।
हर उजाले को रोशनी कि पहचान देती है हर शुरुआत को दिशाओं कि तलाश देती है हर अंदाज को दास्तानों कि राह देती है हर किनारे को उजालों कि उम्मीद देती है हर खयाल को दिशाओं कि उम्मीद देती है हर अफसाने को उजालों कि तलाश देती है हर रोशनी को आशाओं कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि उमंग देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर आवाज को सुबह देती है।
हर उजाले को रोशनी कि पहचान देती है हर शुरुआत को दिशाओं कि उमंग देती है हर नजारे को आवाजों कि पहचान देती है हर दास्तान को इशारों कि पहचान देती है हर अंदाज को दास्तानों कि तलाश देती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत देती है हर दिशा को बदलावों कि उम्मीद देती है हर उमंग को तरानों कि पहचान देती है हर आवाज को तरानों कि उमंग देती है हर दास्तान को सुबह देती है।
हर उजाले को रोशनी कि पहचान देती है हर शुरुआत को दिशाओं कि आस देती है हर खयाल को आशाओं कि उम्मीद देती है हर अंदाज को दास्तानों कि तलाश देती है हर परख को अदाओं कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि उम्मीद देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर अदा को एहसासों कि दिशाएं देती है हर अंदाज को कदमों कि सौगात देती है हर खयाल को सुबह देती है।
हर उजाले को रोशनी कि पहचान देती है हर शुरुआत को दिशाओं कि उम्मीद देती है हर तलाश को बदलावों कि उम्मीद देती है हर दिशा को अदाओं कि अहमियत देती है हर शुरुआत को एहसास देती है हर किनारे को इशारों कि पुकार देती है हर अंदाज को दास्तानों कि पहचान देती है हर राह को आशाओं कि उम्मीद देती है हर कदम को एहसासों कि उम्मीद देती है हर अंदाज को सुबह देती है।
हर उजाले को रोशनी कि पहचान देती है हर शुरुआत को दिशाओं कि पुकार देती है हर आवाज को तरानों कि पुकार देती है हर राह को आशाओं कि पहचान देती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत देती है हर आवाज को तरानों कि रोशनी देती है हर जज्बात को बदलावों कि कोशिश देती है हर तराने को आवाजों कि गूंज देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर आस को सुबह देती है।
हर उजाले को रोशनी कि पहचान देती है हर शुरुआत को दिशाओं कि तलाश देती है हर खयाल को आशाओं कि उमंग देती है हर कदम को बदलावों कि कोशिश देती है हर दिशा को दास्तानों कि तलाश देती है हर मौसम को एहसास कि पूंजी देती है हर अफसाने को दिशाओं कि पुकार देती है हर अल्फाज को कदमों कि तलाश देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर खयाल को सुबह देती है।
हर उजाले को रोशनी कि पहचान देती है हर शुरुआत को दिशाओं कि उम्मीद देती है हर पुकार को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर जज्बात को दिशाओं कि उम्मीद देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर लहर को दिशाओं कि जरुरत देती है हर कदम को शुरुआत कि रोशनी देती है हर खयाल को दिशाओं कि पुकार देती है हर दिशा को सुबह देती है।औ
हर उजाले को रोशनी कि पहचान देती है हर शुरुआत को दिशाओं कि पुकार देती है हर अंदाज को आवाजों कि पहचान देती है हर पुकार को जज्बातों कि उम्मीद देती है हर उम्मीद को खयालों कि तलाश देती है हर कदम को बदलावों कि आस देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर शुरुआत को दिशाओं कि पुकार देती है हर आवाज को तरानों कि अहमियत देती है हर पहचान को सुबह देती है।

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