Tuesday 22 December 2015

कविता ३९२. सपने देखना

                                                                  सपने देखना
सपना देखना कभी गलत नहीं होता पर उस से नफरत करना गलत होता है सपना तो कभी जीता लेता है पर कभी सपना हरा भी देता है
सपने तो जीवन का एक किस्सा होते है जो कभी हँसी तो कभी दुःख दे जाते है सपने तो अपने आप में बस उम्मीद देते है वही तो उनका काम होता है
सपना जीवन की उम्मीद जगाता है सपना तो जीवन में बस देना चाहता है सपने तो जीवन की अलग सोच होते है हर बार जीवन पर अलग असर होता है
सपने तो तरह तरह के हर मोड़ पर होते है वह हमें आगे ले जाते है सपने तो जीवन को मतलब हर बार दे जाते है सपने तो हर बार जरुरी बात होते है
सपने जीवन में अलग सोच हर बार उम्मीद देते है सपने तो जीवन में नई शुरुआत देते है सपने ही तो हमारी जीवन की ताकद हर बार होते है
सपने तो अपने जीवन को आगे ले जाते है वह कभी दुःख नहीं देते है पर हम ही उन्हें समज लेना हमेशा भूल जाते है हम उन्हें समझना भूला देते है
सपने तो अक्सर जीवन को अलग असर हर बार कर जाते है जीवन के अंदर सपने तो बस खुशियों की उम्मीद होते है जिन्हे हम समज लेना चाहते है
सपने तो जीवन को अच्छी उम्मीद हर बार देते है जीवन के अंदर सपने कुछ अलग मतलब होते है पर सपने तो जीवन में हर बार नई आशा देते है
जीवन के अंदर सपने नई सोच जो जीवन में सही सोच हर बार देते है जीवन के अंदर सपने तो हर  बार अहम होते है जो उम्मीद की किरण हर बार देते है
सपने हमें कभी नहीं हराते है हम हर बार उन्हें समज नहीं पाते है सपने तो जीवन की एक ऐसी उम्मीद देते है जिस के बिना हम जिन्दा नहीं रह पाते है हम हर बार सपने को चाहे तो पाए या ना पाए वह प्यारे ही होते है 

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१४६. सपनों को एहसासों की।

                               सपनों को एहसासों की। सपनों को एहसासों की कहानी कोशिश दिलाती है लहरों को इशारों की समझ सरगम सुनाती है उम्मीदों...