Friday 4 December 2015

कविता ३५६. ख़ुशियों का गीत

                                        ख़ुशियों का गीत
चाहे कुछ भी हम कह दे पर जीवन का गीत हमेशा भाता है चाहे कितना भी ग़म हो लेकिन सच्चाई का दर्द मन को भाता है उसके पार हर एक बार जीवन ख़ुशियाँ तो लाता है
जीवन के हर मोड़ पर अलग एहसास तो जीवन मे हर बार आता है पर चाहे कितने ग़म क्यूँ न हो जीवन तो उम्मीदों कि धारा लाता ही है हर पल जब जीवन को समज ले ख़ुशियाँ हर साँस मे वह लाता है
चाहे जितनी बार हम जीवन मे जी लेते हो जीवन का मज़ा हर बार बेहतर ही होता है जीवन के हर रंग को समज लेना जीवन कि ज़रूरत होता है जो उम्मीद देता है
वह गीत जिसे जमाना समज लेता है उस से भी ज़्यादा मधुर धुन कभी कभी मन हमे सुनाता है जिसे समज लेने कि ज़रूरत मन हर बार समज लेता है
गीत जो जीवन को मतलब दे जाता है उसके अंदर जीवन का मतलब अलगसा होता है जिसमें हर बारी जीवन का एहसास बदल जाता है गीत मे अर्थ देता है
उस गीत मे जिसमें जीवन साँस लेता है वह कभी कभी सबसे अलग ही होता है ना सोचा हो ना समजा हो ऐसा एक अनजाना गीत जीवन कि नई सुबह दे जाता है
गीत जिनमें नया एहसास होता है उन्हें समज लेना जीवन कि ज़रूरत बन जाता है गीत जो पुराना उस पर हर बार कुछ तो असर कर जाता है जीवन को वह सही दिशा दिखा जाता है
जीवन मे अलग अलग गीत हर बार उम्मीदें तो दे जाते है जीवन पर अलग तरह का असर हर बार कर जाते है गीतों को समज लेने से ही जीवन मे सही मतलब आते है
जीवन के संगीत को परख लेना जो जीवन मे समज लेते है वही तो जीवन मे हर बार कोई ना कोई असर दिखा जाता है जीवन तो हर बार उम्मीद देते है
संगीत जो जीवन का है उस सोच के अंदर जिसमें हम उम्मीद दे जाता है जीवन तो नया गीत हर बार हमे नई उम्मीद दे जाता है गीत के अंदर ख़ुशियाँ हर बार उम्मीद दे जाती है

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