Thursday 10 December 2020

कविता. ३९२५. किनारों से इशारों कि पहचान।

                                                          किनारों से इशारों कि पहचान।

किनारों से इशारों कि पहचान परख देती है रोशनी को अल्फाजों कि सरगम पुकार देती है कोशिश को अरमानों कि उमंग जज्बात देती है आशाओं को खयालों कि सोच दिशाएं देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है लहरों को तरानों कि पुकार देती है इरादों को अंदाजों कि कोशिश बदलाव देती है इरादों को सपनों कि आस देती है।

किनारों से इशारों कि पहचान सपना देती है आशाओं को खयालों कि समझ धून देती है अल्फाजों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है नजारों को अफसानों कि कहानी पुकार देती है लहरों को अफसानों कि कोशिश सौगात देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग परख देती है एहसासों को अदाओं कि सौगात तलाश देती है कदमों को खयालों कि आस देती है।

किनारों से इशारों कि पहचान अंदाज देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग रोशनी देती है लहरों को तरानों कि राह आस देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अरमान जगाती है जज्बातों को आवाजों कि धून तलाश देती है कोशिश को अल्फाजों कि उम्मीद तराने देती है आशाओं को दास्तानों कि सरगम धून देती है लहरों को नजारों कि आस देती है।

किनारों से इशारों कि पहचान कोशिश देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह आस देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी परख देती है जज्बातों को अरमानों कि सौगात तलाश देती है नजारों को दिशाओं कि उम्मीद कोशिश देती है इरादों को अदाओं कि सुबह आस देती है तरानों को आवाजों कि उमंग सरगम देती है राहों को एहसासों कि आस देती है।

किनारों से इशारों कि पहचान अरमान देती है इरादों को अंदाजों कि रोशनी कोशिश देती है उजालों को नजारों कि सोच सरगम देती है कदमों को खयालों कि सौगात उजाले देती है तरानों को दिशाओं कि उमंग परख देती है एहसासों को अल्फाजों कि पुकार कोशिश देती है लहरों को अफसानों कि सुबह आस देती है अदाओं को राहों कि आस देती है।

किनारों से इशारों कि पहचान समझ देती है दिशाओं को बदलावों कि राह उम्मीद देती है कदमों को खयालों कि तलाश आवाज देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख अरमान देती है लहरों को तरानों कि पहचान सरगम देती है इरादों को अरमानों कि सोच रोशनी देती है कोशिश को अंदाजों कि परख समझ देती है आशाओं को सपनों कि आस देती है।

किनारों से इशारों कि पहचान बदलाव देती है आशाओं को खयालों कि सोच सरगम देती है लहरों को तरानों कि रोशनी उमंग देती है अफसानों को नजारों कि समझ एहसास देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि सरगम पुकार देती है उजालों को नजारों कि पुकार उम्मीद देती है तरानों को अदाओं कि आस देती है।

किनारों से इशारों कि पहचान सुबह देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी परख देती है आवाजों को लम्हों कि पुकार जज्बात देती है इरादों को अरमानों कि उमंग कोशिश देती है आशाओं को एहसासों कि समझ सरगम देती है आशाओं को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है लहरों को अफसानों कि पहचान परख देती है लहरों को अफसानों कि आस देती है।

किनारों से इशारों कि पहचान आवाज देती है उजालों को नजारों कि सोच सरगम देती है कदमों को अंदाजों कि सुबह मुस्कान देती है अंदाजों को राहों कि तलाश पुकार देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख सौगात देती है दिशाओं को बदलावों कि रोशनी उमंग देती है एहसासों को जज्बातों कि राह अदाएं देती है अदाओं को खयालों कि आस देती है।

किनारों से इशारों कि पहचान अदाएं देती है इरादों को अरमानों कि समझ सुबह देती है दास्तानों को जज्बातों कि राह कोशिश देती है उजालों को नजारों कि परख सरगम देती है लहरों को तरानों कि आस अरमान देती है जज्बातों को आवाजों कि धून तलाश देती है आशाओं को दास्तानों कि सौगात रोशनी देती है आवाजों को लम्हों कि आस देती है।









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