Monday 21 December 2020

कविता. ३९३६. तरानों को खयालों कि सुबह।

                                                        तरानों को खयालों कि सुबह।

तरानों को खयालों कि सुबह परख देती है कोशिश को उम्मीदों कि सरगम रोशनी देती है कदमों कि आहट लहरों कि सोच देती है किनारों को जज्बातों कि समझ अदाएं देती है लहरों कि सोच समझ देती है आशाओं को जज्बातों कि पुकार कोशिश देती है कदमों कि आहट अफसाना देती है दिशाओं को दास्तानों कि सरगम देती है।

तरानों को खयालों कि सुबह आवाज देती है लहरों को उजालों कि सौगात तलाश देती है किनारों कि सोच अरमानों कि तलाश देती है कोशिश को उम्मीदों कि सरगम आस देती है एहसासों कि समझ अदाएं देती है कदमों को इशारों कि पहचान सौगात देती है नजारों कि तलाश सपना देती है बदलावों को इशारों कि सरगम देती है।

तरानों को खयालों कि सुबह आस देती है कदमों को इरादों कि समझ अदाएं देती है कोशिश कि सरगम तरानों कि समझ अदाएं देती है कोशिश को इरादों कि समझ पहचान देती है‌ आशाओं कि सौगात पुकार देती है दास्तानों को जज्बातों कि तलाश सौगात देती है जज्बातों कि पुकार सौगात देती है अदाओं को आवाजों कि सरगम देती है।

तरानों को खयालों कि सुबह इशारा देती है किनारों को जज्बातों कि पुकार कोशिश देती है अदाओं कि तलाश उजालों कि राह समझ देती है लहरों को उजालों कि सौगात सरगम देती है बदलावों कि तलाश सपना देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ अदाएं देती है किनारों कि तलाश सुबह देती है कदमों को इरादों कि सरगम देती है।

तरानों को खयालों कि सुबह आस देती है अरमानों को आवाजों कि राह दास्तान देती है अंदाजों कि अल्फाज जज्बातों कि पुकार सरगम देती है किनारों को इरादों कि सोच समझ देती है लहरों कि परख पहचान देती है आशाओं को इशारों कि पहचान सौगात देती है अंदाजों कि राह सहारे देती है किनारों को जज्बातों कि सरगम देती है।

तरानों को खयालों कि सुबह सरगम देती है रोशनी को लहरों कि तलाश सपना देती है कोशिश कि आस कदमों कि आहट अफसाना देती है कदमों को इशारों कि पहचान सौगात देती है जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है अदाओं को आवाजों कि तलाश सपना देती है अरमानों कि तलाश सुबह देती है आशाओं को अंदाजों कि सरगम देती है।

तरानों को खयालों कि सुबह अल्फाज देती है कदमों को इरादों कि सोच समझ देती है दिशाओं कि सरगम आवाजों कि धून एहसास देती है कोशिश को उजालों कि सुबह अरमान देती है दास्तानों कि सौगात इशारा देती है लहरों को उम्मीदों कि सरगम पुकार देती है किनारों कि सोच कोशिश देती है आवाजों को अल्फाजों कि सरगम देती है।

तरानों को खयालों कि सुबह अरमान देती है दास्तानों को जज्बातों कि तलाश सौगात देती है कदमों कि सौगात इशारों कि लहर किनारा देती है कदमों को आवाजों कि तलाश सपना देती है दिशाओं कि सुबह पुकार देती है कोशिश को उजालों कि राह इरादा देती है कदमों कि आहट अफसाना देती है अदाओं को नजारों कि सरगम देती है।

तरानों को खयालों कि सुबह परख देती है आशाओं को अंदाजों कि सोच समझ देती है किनारों कि तलाश सपनों कि कोशिश अरमान देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ दास्तान देती है कोशिश कि सौगात इशारा देती है उम्मीदों को जज्बातों कि पुकार रोशनी देती है किनारों कि तलाश सपना देती है राहों को लहरों कि सरगम देती है।

तरानों को खयालों कि सुबह आस देती है कदमों को तरानों कि तलाश सपना देती है कोशिश कि लहरों कि आस कोशिश देती है एहसासों को दिशाओं कि तलाश अरमान देती है दास्तानों कि सुबह किनारा देती है उजालों को इरादों कि समझ‌ अरमान देती है आवाजों कि धून अफसाना देती है उम्मीदों को आशाओं कि सरगम देती है।






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