Saturday 12 December 2020

कविता. ३९२७. उजालों को नजारों कि सोच।

                                                                  उजालों को नजारों कि सोच।

उजालों को नजारों कि सोच सरगम देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है कोशिश को अल्फाजों कि रोशनी उमंग देती है लहरों को अरमानों कि समझ सौगात देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच अफसाना देती है नजारों को कोशिश पुकार देती है लहरों को तरानों कि राह रोशनी देती है आशाओं को खयालों कि सुबह देती है।

उजालों को नजारों कि सोच दिशाएं देती है कदमों को अंदाजों कि सरगम पुकार देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद तलाश देती है मुस्कान को आवाजों कि धून सौगात देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख सौगात देती है अंदाजों को बदलाव पहचान देती है एहसासों को सपनों कि सुबह आस देती है रोशनी को जज्बातों कि सुबह देती है।

उजालों को नजारों कि सोच अदाएं देती है कोशिश को अल्फाजों कि उम्मीद तलाश देती है जज्बातों को सपनों कि सुबह आस देती है अंदाजों को राहों कि तलाश किनारा देती है लहरों को तरानों कि आस अल्फाज देती है कोशिश को सरगम रोशनी देती है इरादों को अरमानों कि समझ सौगात देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह देती है।

उजालों को नजारों कि सोच आस देती है इरादों को अरमानों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को खयालों कि सरगम पुकार देती है कदमों को इशारों कि पहचान परख देती है किनारों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग पुकार देती है किनारों को आशाओं कि कहानी राह देती है तरानों को लहरों कि सुबह देती है।

उजालों को नजारों कि सोच सरगम देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पुकार देती है कदमों को अरमानों कि उमंग परख देती है आशाओं को खयालों कि समझ कोशिश देती है तरानों को दिशाओं कि सरगम पुकार देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी पहचान देती है अंदाजों को राहों कि तलाश कोशिश देती है रोशनी को अल्फाजों कि सुबह देती है।

उजालों को नजारों कि सोच अरमान देती है इशारों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है खयालों को किनारों कि समझ कोशिश देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है बदलावों को कदमों कि आहट सपना देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सरगम देती है लहरों को अफसानों कि कहानी सुबह देती है इशारों को जज्बातों कि सुबह देती है।

उजालों को नजारों कि सोच पहचान देती है जज्बातों को कदमों कि आहट अरमान देती है इरादों को कोशिश कि सरगम धून देती है आशाओं को खयालों कि सौगात तलाश देती है दास्तानों को बदलावों कि उम्मीद सरगम देती है इशारों को अल्फाजों कि परख किनारा देती है तरानों को सपनों कि रोशनी उमंग देती है लहरों को अफसानों कि सुबह देती है।

उजालों को नजारों कि सोच परख देती है आशाओं को खयालों कि समझ अफसाना देती है दिशाओं को बदलावों कि जज्बात सौगात देती है कोशिश को सपनों कि रोशनी उमंग देती है लहरों को अल्फाजों कि परख अरमान देती है जज्बातों को तरानों कि पहचान आस देती है अंदाजों को राहों कि सरगम धून देती है दिशाओं को आवाजों कि सुबह देती है।

उजालों को नजारों कि सोच दिशाएं देती है अदाओं को लहरों कि सरगम पुकार देती है अफसानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है तरानों को लहरों कि उम्मीद बदलाव देती है कोशिश को सपनों कि उम्मीद तलाश देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात समझ देती है तरानों को खयालों कि समझ आस देती है इरादों को सपनों कि सुबह देती है।

उजालों को नजारों कि सोच उमंग देती है इरादों को कोशिश कि लहर सौगात देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच लहर देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह मुस्कान देती है अरमानों को तरानों कि आस पहचान देती है जज्बातों को सपनों कि सरगम धून देती है कदमों को अंदाजों कि बदलाव रोशनी देती है किनारों को आशाओं कि सुबह देती है।

उजालों को नजारों कि सोच दास्तान देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पहचान देती है किनारों को राहों कि तलाश आस देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात अफसाना देती है दिशाओं को खयालों कि सोच किनारा देती है इरादों को अरमानों कि समझ अल्फाज देती है रोशनी को सपनों कि सोच सौगात देती है दास्तानों को अंदाजों कि सुबह देती है।







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