Friday 11 December 2020

कविता. ३९२६. आशाओं को जज्बातों कि आवाज।

                                                        आशाओं को जज्बातों कि आवाज।

आशाओं को जज्बातों कि आवाज तलाश देती है दास्तानों को अफसानों कि सुबह सौगात देती है नजारों को अल्फाजों कि परख सरगम देती है अदाओं को किनारों कि कहानी पुकार देती है कोशिश को सपनों कि सरगम तराना देती है लहरों को इशारों कि सुबह पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अल्फाज देती है कदमों को इरादों कि तलाश देती है। 

आशाओं को जज्बातों कि आवाज सहारे देती है इरादों को अरमानों कि समझ परख देती है आशाओं को दास्तानों कि उमंग पुकार देती है दिशाओं को बदलावों कि राह आस देती है लहरों को तरानों कि रोशनी अल्फाज देती है उजालों को नजारों कि सोच सुबह देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद तलाश देती है किनारों को लहरों कि तलाश देती है।

आशाओं को जज्बातों कि आवाज अदाएं देती है किनारों को आशाओं कि सोच सरगम देती है जज्बातों को आवाजों कि धून रोशनी देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है आशाओं को दास्तानों कि सौगात उम्मीद देती है किनारों को आशाओं कि सरगम पहचान देती है उजालों को नजारों कि सौगात तराने देती है कोशिश को सपनों कि तलाश देती है।

आशाओं को जज्बातों कि आवाज सरगम देती है लहरों को अल्फाजों कि उमंग परख देती है किनारों को सपनों कि राह अफसाना देती है बदलावों को अदाओं कि उम्मीद तराने देती है लहरों को अंदाजों कि रोशनी कोशिश देती है अरमानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है इरादों को सपनों कि सुबह आस देती है नजारों को अंदाजों कि तलाश देती है।

आशाओं को जज्बातों कि आवाज सौगात देती है नजारों को अफसानों कि सोच सरगम देती है तरानों को खयालों कि सुबह मुस्कान देती है कदमों को खयालों कि समझ दिशाएं देती है कोशिश को अल्फाजों कि परख सौगात देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी पहचान देती है रोशनी को अल्फाजों कि सरगम धून देती है उजालों को नजारों कि तलाश देती है।

आशाओं को जज्बातों कि आवाज आस देती है दास्तानों को अंदाजों कि कहानी पुकार देती है इशारों को नजारों कि समझ बदलाव देती है किनारों को उजालों कि राह पहचान देती है अदाओं को सपनों कि राह अरमान देती है तरानों को अदाओं कि कोशिश पुकार देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद रोशनी देती है अंदाजों को खयालों कि तलाश देती है।

आशाओं को जज्बातों कि आवाज तराना देती है दिशाओं को खयालों कि सोच सरगम देती है अदाओं को किनारों कि कहानी पुकार देती है नजारों को अफसानों कि सौगात उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश धून देती है रोशनी को अल्फाजों कि परख पहचान देती है इशारों को लहरों कि सरगम धून देती है आवाजों को लम्हों कि तलाश देती है।

आशाओं को जज्बातों कि आवाज पुकार देती है इरादों को अरमानों कि उमंग परख देती है लहरों को अफसानों कि सोच सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अल्फाज देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी परख देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात रोशनी देती है कोशिश को सपनों कि कोशिश पुकार देती है अंदाजों को राहों कि तलाश देती है।

आशाओं को जज्बातों कि आवाज समझ देती है अंदाजों को कोशिश कि सरगम पुकार देती है मुस्कान को अल्फाजों कि कहानी परख देती है जज्बातों को अरमानों कि उमंग किनारा देती है दिशाओं को बदलावों कि राह बदलाव देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग सहारे देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच अदाएं देती है तरानों को कोशिश कि तलाश देती है।

आशाओं को जज्बातों कि आवाज सुबह देती है किनारों को सपनों कि सरगम पुकार देती है कदमों को अंदाजों कि सौगात तलाश देती है एहसासों को अल्फाजों कि सोच इशारा देती है लहरों को एहसासों कि कहानी परख देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस पहचान देती है इरादों को कोशिश कि लहर बदलाव देती है इरादों को समझ कि तलाश देती है।




No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६५. उम्मीदों को किनारों की।

                               उम्मीदों को किनारों की। उम्मीदों को किनारों की सौगात इरादा देती है आवाजों को अदाओं की पुकार पहचान दिलाती है द...