Sunday 20 December 2020

कविता. ३९३५. किनारों को भी कभी लहरों कि।

                                                               किनारों को भी कभी लहरों कि।

किनारों को भी कभी लहरों कि उम्मीद होती है दिशाओं से जुडकर आशाएं नया इशारा देती है कदमों को खयालों कि सरगम पुकार देती है सपनों को अंदाजों कि रोशनी तलाश देती है जज्बातों को आवाजों कि धून उजाले देती है अरमानों को अदाओं कि सौगात सहारे देती है बदलावों को कोशिश कि पहचान उजालों कि राह देती है।

किनारों को भी कभी लहरों कि सुबह होती है आशाओं से जुडकर दिशाएं नया सहारा देती है कोशिश को अल्फाजों कि उम्मीद तलाश देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात सहारे देती है उमंग को नजारों कि सोच सरगम देती है इरादों को अंदाजों कि रोशनी उमंग देती है अफसानों को लहर कि बदलाव उम्मीदों कि राह देती है।

किनारों को भी कभी लहरों कि तलाश होती है आवाजों से जुडकर सुबह नया तराना देती है सपनों को दास्तानों कि सुबह आस देती है कदमों को अल्फाजों कि सरगम पुकार देती है रोशनी को जज्बातों कि तलाश सपना देती है अफसानों को जज्बातों कि पुकार सहारे देती है कोशिश को उजालों कि सरगम इशारों कि राह देती है।

किनारों को भी कभी लहरों कि रोशनी होती है अंदाजों से जुडकर सरगम नया कोशिश देती है कोशिश को उजालों कि सौगात इशारा देती है बदलावों को जज्बातों कि पुकार कोशिश देती है आवाजों को उजालों कि सुबह परख देती है कदमों को इरादों कि सोच आस देती है तरानों को खयालों कि तलाश तरानों कि राह देती है।

किनारों को भी कभी लहरों कि उमंग होती है जज्बातों से जुडकर आस नया अरमान देती है कदमों को आशाओं कि सरगम पुकार देती है कोशिश को उम्मीदों कि सरगम परख देती है बदलावों को इशारों कि परख समझ देती है इशारों को खयालों कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को दास्तानों कि सुबह अंदाजों कि राह देती है।

किनारों को भी कभी लहरों कि सोच होती है अदाओं से जुडकर कोशिश नया रोशनी देती है बदलावों को जज्बातों कि परख आस देती है कदमों को इरादों कि तलाश उजाला दास्तान देती है तरानों को लहरों कि सोच आस देती है एहसासों को लहरों कि सोच आवाज देती है कदमों को इरादों कि सोच नजारों कि राह देती है।

किनारों को भी कभी लहरों कि तलाश होती है लहरों से जुडकर समझ नया आस देती है इरादों को एहसासों कि समझ अदाएं देती है कोशिश को जज्बातों कि सुबह परख देती है कदमों को इशारों कि पहचान सौगात देती है आवाजों को अल्फाजों कि सरगम पुकार देती है तरानों को खयालों कि सुबह अदाओं कि राह देती है।

किनारों को भी कभी लहरों कि समझ देती है अंदाजों से जुडकर परख नया तराना देती है अंदाजों को इरादों कि सोच समझ देती है एहसासों को दिशाओं कि तलाश सपना देती है उजालों को इरादों कि समझ अदाएं देती है अदाओं को जज्बातों कि तलाश सपना देती है रोशनी को जज्बातों कि पुकार रोशनी कि राह देती है।

किनारों को भी कभी लहरों कि सोच होती है आवाजों से जुडकर आस नया अरमान देती है दास्तानों को तरानों कि राह सरगम देती है कदमों को इशारों कि सुबह अफसाना देती है कोशिश को उम्मीदों कि सरगम पुकार देती है नजारों को एहसासों कि सौगात अल्फाज देती है नजारों को एहसासों कि सरगम अदाओं कि राह देती है।

किनारों को भी कभी लहरों कि सरगम होती है आशाओं से जुडकर रोशनी नया सहारा देती है आवाजों को अल्फाजों कि समझ अदाएं देती है दिशाओं को दास्तानों कि तलाश तराना देती है लहरों को इशारों कि पहचान सौगात देती है दास्तानों को जज्बातों कि पुकार कोशिश देती है कदमों को इरादों कि सोच आवाजों कि राह देती है।



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