Sunday 6 December 2020

कविता. ३९१७. सुबह कि सौगात को।

                                                                   सुबह कि सौगात को।

सुबह कि सौगात को किनारों कि कहानी परख देती है दिशाओं को बदलावों कि निशानी तलाश देती है लहरों को अफसानों कि सोच सरगम देती है आवाजों को लम्हों कि उम्मीद तराने देती है उजालों को नजारों कि समझ पुकार देती है कदमों को खयालों कि सौगात तलाश देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद एहसास देती है।

सुबह कि सौगात को सपनों कि राह अफसाना देती है अदाओं को किनारों कि उम्मीद कोशिश देती है कदमों को अंदाजों कि सरगम आस देती है इरादों को अरमानों कि उमंग पहचान देती है नजारों को अल्फाजों कि सोच मुस्कान देती है लहरों को तरानों कि पहचान आवाज देती है दिशाओं को खयालों कि सौगात एहसास देती है।

सुबह कि सौगात को कोशिश कि लहर तराने देती है नजारों को अरमानों कि सरगम बदलाव देती है किनारों को सपनों कि सुबह मुस्कान देती है किनारों को आशाओं कि उम्मीद रोशनी देती है कोशिश को अंदाजों कि रोशनी दास्तान देती है लहरों को अफसानों कि सुबह आस देती है जज्बातों को लहरों कि पहचान एहसास देती है।

सुबह कि सौगात को जज्बातों कि आस अरमान देती है दास्तानों को आशाओं कि समझ तराने देती है कदमों को अंदाजों कि सोच दिशाएं देती है अंदाजों को राहों कि तलाश अल्फाज देती है आवाजों को लम्हों कि उमंग पहचान देती है तरानों को खयालों कि सोच सरगम देती है बदलावों को अदाओं कि पुकार एहसास देती है।

सुबह कि सौगात को नजारों कि सोच सरगम देती है आवाजों को खयालों कि समझ कोशिश देती है तरानों को अरमानों कि समझ अफसाना देती है इरादों को तरानों कि आवाज जज्बात देती है किनारों को लहरों कि उम्मीद बदलाव देती है दास्तानों को अफसानों कि कहानी रोशनी देती है लहरों को कोशिश कि लहर एहसास देती है।

सुबह कि सौगात को सपनों कि राह अरमान देती है इरादों को किनारों कि उम्मीद तलाश देती है नजारों को अल्फाजों कि सुबह मुस्कान देती है जज्बातों को अंदाजों कि रोशनी उमंग देती है दास्तानों को कदमों कि आहट सरगम देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सौगात देती है आवाजों को लम्हों कि कहानी एहसास देती है।

सुबह कि सौगात को किनारों कि कहानी पुकार देती है अल्फाजों को आशाओं कि उमंग परख देती है लहरों को अफसानों कि कोशिश धून देती है इशारों को नजारों कि समझ सरगम देती है तलाश को अरमानों कि सोच सुबह देती है दास्तानों को जज्बातों कि आस मुस्कान देती है उजालों को नजारों कि समझ एहसास देती है।

सुबह कि सौगात को रोशनी कि उम्मीद तलाश देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ मुस्कान देती है किनारों को आशाओं कि सोच सरगम देती है इरादों को कदमों कि आहट अरमान देती है इशारों को सपनों कि रोशनी उमंग देती है उम्मीदों को कोशिश कि लहर बदलाव देती है दिशाओं को खयालों कि सौगात एहसास देती है।

सुबह कि सौगात को नजारों कि सोच दिशाएं देती है कदमों को अंदाजों कि राह पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि राह अहमियत देती है जज्बातों को आवाजों कि धून तलाश देती है बदलावों को अदाओं कि सौगात तलाश देती है नजारों को अफसानों कि सुबह आस देती है लहरों को अफसानों कि कहानी एहसास देती है।

सुबह कि सौगात को जज्बातों कि आस पहचान देती है किनारों को लहरों कि उम्मीद तलाश देती है दास्तानों को तरानों कि सोच सरगम देती है आशाओं को खयालों कि सोच दिशाएं देती है रोशनी को अल्फाजों कि परख अरमान देती है किनारों को आवाजों कि धून तलाश देती है आशाओं को सपनों कि राह एहसास देती है।




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