Monday 13 August 2018

कविता. २३२३. हर सुबह को उजालों कि रोशनी।

                                                 हर सुबह को उजालों कि रोशनी।
हर सुबह को उजालों कि रोशनी किनारे देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार इरादे देती है हर उमंग को तरानों कि कोशिश देती है हर उम्मीद को खयालों कि पहचान देती है हर जज्बात को बदलावों कि उमंग देती है हर किनारे को आशाओं कि तलाश देती है हर आस को इरादों कि कोशिश हर उमंग कि परख देती है हर पल को बदलावों कि उमंग देती है हर राह को दिशाओं कि कोशिश देती है।
हर सुबह को उजालों कि रोशनी किनारे देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार राहे देती है हर पल को उम्मीदों कि तलाश देती है हर कदम को बदलावों कि उमंग देती है हर अदा को एहसासों कि तलाश देती है हर पल को किनारों कि लहर देती है हर मोड को बदलावों कि आवाज देती है हर रंग को दिशाओं कि पुकार देती है हर आस को इरादों कि कोशिश देती है हर पल को किनारों कि कोशिश देती है।
हर सुबह को उजालों कि रोशनी किनारे देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार तलाश देती है हर मोड को कोई अनजानी आस देती है हर दास्तान को इरादों कि पहचान देती है हर किस्से को आशाओं कि परख देती है हर आस को इशारों कि तलाश देती है हर आवाज को तरानों कि पहचान देती है हर किनारे को दास्तानों कि लहर देती है हर कदम को इशारों कि पुकार देती है हर पल को दास्तानों कि कोशिश देती है।
हर सुबह को उजालों कि रोशनी किनारे देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार आस देती है हर मौके को तरानों कि पहचान देती है हर एहसास को दिशाओं कि सुबह देती है हर आस को कदमों कि अहमियत देती है हर आस को दास्तानों कि पहचान देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर आवाज को तरानों कि परख देती है हर आस को अंदाजों कि तलाश देती है हर पल को दिशाओं कि कोशिश देती है।
हर सुबह को उजालों कि रोशनी किनारे देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार तराने देती है हर लम्हे को इशारों कि पुकार देती है हर आस को किनारों कि तलाश देती है हर अदा को जज्बातों कि आवाज देती है हर पल को कदमों कि तलाश देती है हर किनारे को दास्तानों कि तलाश देती है हर आस को इरादों कि अहमियत देती है हर मुस्कान को अदाओं कि तलाश देती है हर पल को उजालों कि कोशिश देती है।
हर सुबह को उजालों कि रोशनी किनारे देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार खयाल देती है हर पल को कदमों कि तलाश देती है हर पल को अदाओं कि परख देती है हर पल को किनारों कि लहर देती है हर बार किसी एहसास के टकराने कि समझ देती है हर मोड को बदलावों कि उमंग देती है हर पल को कदमों कि तलाश देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर आस को इरादों कि कोशिश देती है।
हर सुबह को उजालों कि रोशनी किनारे देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार इशारे देती है हर उम्मीद को किनारों कि लहर देती है हर एहसास को दिशाओं कि कोशिश देती है हर पहचान को दिशाओं कि कोशिश देती है हर मोड को बदलावों कि उमंग देती है हर तलाश को कदमों कि परख देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर पल को किनारों कि आस देती है हर अदा को एहसासों कि कोशिश देती है।
हर सुबह को उजालों कि रोशनी किनारे देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार किनारे देती है हर आस को इरादों कि पहचान देती है हर मौके को कदमों कि तलाश देती है हर पल को किनारों कि तलाश देती है हर मौके को दास्तानों कि तलाश देती है हर आस को आशाओं कि तलाश देती है हर उजाले को अंदाजों कि तलाश देती है हर आस को आवाजों कि तलाश देती है हर अंदाज को किनारों कि कोशिश देती है।
हर सुबह को उजालों कि रोशनी किनारे देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार उम्मीद देती है हर पल को इशारों कि पुकार देती है हर आवाज को तरानों कि पहचान देती है हर आस को इरादों कि पहचान देती है हर तलाश को बदलावों कि उमंग देती है हर पल को कदमों कि उम्मीद देती है हर उम्मीद को खयालों कि उमंग देती है हर पल को कदमों कि उम्मीद देती है हर आस को इरादों कि कोशिश देती है।
हर सुबह को उजालों कि रोशनी किनारे देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार उजाले देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर पल को दास्तानों कि तलाश देती है हर उम्मीद को इशारों कि पुकार देती है हर अंदाज को किनारों कि पहचान देती है हर आस को अंदाजों कि तलाश देती हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर परख को लम्हों कि तलाश देती है हर अदा को इशारों कि कोशिश देती है।

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