Friday 10 August 2018

कविता. ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌ २३१७. हर तितली को किसी नाजूक से।

                                                   हर तितली को किसी नाजूक से।
हर तितली को किसी नाजूक से एहसास कि अलग दिशाएं देती है हर दिल को छू लेने कि पहचान दिशाओं कि अलग निशानी देती है हर मुस्कान को चुपके से याद पुरानी देती है कुछ दिलों को सपने कि निशानी देती है किसी कहानी को अंदाजों कि आस सुहानी देती है किसी कहानी को पुराने किस्सों कि निशानी देती है हर आस को एहसासों कि सौगात सुहानी देती है हर लम्हे को दास्तानों कि पुकार देती है।
हर तितली को किसी नाजूक से एहसास कि अलग दिशाएं देती है हर दिल को बहलाने कि पुकार पुराने दिशाओं कि निशानी देती है हर आस को एहसासों कि उमंग आसमान को अलग निशानी देती है हर बादल को बदलावों कि पहचान दिशाओं कि आस सुहानी देती है हर बादल को आवाजों कि कहानी देती है हर खुबसूरत एहसास को दिशाओं कि पहचान सुहानी देती है हर आस को दास्तानों कि पुकार देती है।
हर तितली को किसी नाजूक से एहसास कि अलग दिशाएं देती है हर दिल को कदमों कि दिशाएं देती है हर एहसास को किनारों कि लहरों से बांधकर आगे बढने कि निशानी देती है हर बादल मे कोई कहानी छुपी रहती है हर एहसास को सतरंगी दिशाओं कि निशानी देती है हर पल मे राहों कि पहचान आशाओं कि पुकार सुहानी देती है हर आवाज को परख लेने कि जरुरत उमंग सुहानी देती है हर मोड को दास्तानों कि पुकार देती है।
हर तितली को किसी नाजूक से एहसास कि अलग दिशाएं देती है हर दिल को खयालों कि पहचान देती है हर मौके को दिशाओं कि पुकार को समझने कि दास्तान रंगों कि उमंग देती है हर बादल को मौसमों को बदलावों कि आस सुहानी देती है हर कदम को दास्तानों कि कहानी देती है हर बादल को पंछीयों कि पुकार सुहानी देती है हर दिल को सुबह के उजाले से रात के अंधियारे तक सुहानी दास्तानों कि पुकार देती है।
हर तितली को किसी नाजूक से एहसास कि अलग दिशाएं देती है हर दिल को उम्मीदों के किनारों से जज्बातों को भर देती है हर उजाले को कोशिश कि पुकार देती है हर आसमान मे रंगों कि सौगात को पहचान कि रोशनी देती है हर लम्हा कोई सुहानी आस देती है हर कोमल से एहसास को खुशियों कि रोशनी देती है हर उजाले को नजारों कि पहचान देती है हर सुंदर एहसासों कि उमंग दास्तानों कि पुकार देती है।
हर तितली को किसी नाजूक से एहसास कि अलग दिशाएं देती है हर दिल को रंगों के किनारों कि लहरों कि अहमियत देती है हर पल को कदमों कि आहट देती है हर दिल के एहसासों कि उमंग को कोशिश देती है हर लम्हा दिशाओं कि परख को दास्तानों कि पुकार देती है हर आस को एहसासों कि सौगात सुहानी देती है हर पल को कदमों कि सुबह देती है हर रंग को खुबसूरत राह कि दास्तानों कि पुकार देती है।
हर तितली को किसी नाजूक से एहसास कि अलग दिशाएं देती है हर दिल को खयालों के उजाले कि पहचान को उंचाई देती है हर कदम को खास एहसास कि रोशनी देती है हर लम्हा कोई मासूम शिकायत देती है हर आस को खुबसूरत किनारों कि पहचान देती है हर खयाल को दिशाओं कि पहचान देती है हर आस को रोशनी कि पहचान देती है हर लम्हा कोई एहसासों कि उमंग दास्तानों कि पुकार देती है।
हर तितली को किसी नाजूक से एहसास कि अलग दिशाएं देती है हर दिल को कदमों के राहों कि उम्मीदों को दिशाओं कि पहचान देती है हर खुबसूरत एहसास को नजारों कि पहचान देती है हर रंग को नजारों कि पहचान देती हर लम्हे को दिशाओं कि पहचान देती है जो मासूम तितली संग जीवन के एहसास देती है हर रंग को नजारों कि राह देती है हर अदा को सतरंगी एहसास को दास्तानों कि पुकार देती है।
हर तितली को किसी नाजूक से एहसास कि अलग दिशाएं देती है हर दिल को इशारे के उजाले कि तलाश को राहों कि अहमियत देती है हर आस दिशाओं कि पहचान कि अहमियत देती है हर पल को कदमों कि पुकार देती है हर राह को खुबसूरत एहसास कि रोशनी देती है हर लम्हा किसी कहानी को आस देती है हर मोड को किनारों कि लहर देती है हर लम्हे को मासूम दिशाओं को दास्तानों कि पुकार देती है।
हर तितली को किसी नाजूक से एहसास कि अलग दिशाएं देती है हर दिल को रंगों के उजाले देती है हर आस को एहसासों कि रोशनी देती है हर पल को नये किनारे कि सौगात सुहानी देती है हर पल को मौसमों का बदलाव देती है हर कदम को खयालों कि पहचान देती है हर आस को एहसासों कि उमंग को रोशनी कि राह देती है हर आस को अंदाजों कि राह देती है हर किनारे मे लहरों को दास्तानों कि पुकार देती है।

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