Monday 20 August 2018

कविता. २३३८. ‌ हर किरदार को आशाओं कि उम्मीद।

                                         हर किरदार को आशाओं कि उम्मीद।
हर किरदार को आशाओं कि उम्मीद कि जरुरत होती है हर सुबह को उजालों कि उम्मीद देती है हर दास्तान को एहसासों के बादलों कि पहचान देती है हर बार हवाओं कि पहचान देती है हर किस्से को तस्वीरों कि आस देती है हर जज्बात को बदलावों कि पहचान देती है हर अदा को एहसासों कि रोशनी देती है हर तराने को आशाओं कि उम्मीद देती है हर दास्तान को इरादों कि अहमियत अक्सर इशारों के संग देती है।
हर किरदार को आशाओं कि उम्मीद कि जरुरत होती है हर सुबह को उजालों कि दास्तान देती है हर दिशा को बदलावों कि उमंग देती है हर जज्बात को पुकार देती है हर लम्हे को लहरों कि जरुरत देती है हर खयाल को जज्बातों कि उम्मीद देती है हर आस को एहसासों कि तलाश देती है हर मौसम को जज्बातों कि आंधी देती है हर आवाज को तरानों कि उम्मीद देती है हर मौके को उमंग इशारों के संग देती है।
हर किरदार को आशाओं कि उम्मीद कि जरुरत होती है हर सुबह को उजालों कि तलाश देती है हर राह को किनारों कि आस देती है हर जज्बात को दिशाओं कि तलाश देती है हर उमंग को तरानों कि पहचान देती है हर आस को खयालों कि सरगम देती है हर मोड को बदलावों कि रोशनी देती है हर कदम को बदलावों कि उमंग देती है हर दास्तान को राहों कि पहचान देती है हर मोड को उम्मीदों कि आंधी इशारों के संग देती है।
हर किरदार को आशाओं कि उम्मीद कि जरुरत होती है हर सुबह को उजालों कि पहचान देती है हर आस को एहसासों कि उमंग देती है हर किनारे को दास्तानों कि परख देती है हर कदम को बदलावों कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि उम्मीद देती है हर अल्फाज को बदलावों कि उमंग देती है हर उजाले को अंदाजों कि राह देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर राह को बदलावों कि परख इशारों के संग देती है।
हर किरदार को आशाओं कि उम्मीद कि जरुरत होती है हर सुबह को उजालों कि उम्मीद देती है हर आवाज को तरानों कि उम्मीद देती है हर कश्ती को आशाओं कि पहचान देती है हर किनारे को दास्तानों कि तलाश देती है हर आवाजों को पुकार को पहचान देती है हर आस को तरानों कि उम्मीद देती है हर राह को बदलावों कि उमंग देती है हर आस को इशारों कि पहचान कि आस देती है हर आवाज को तरानों कि उम्मीद इशारों के संग देती है।
हर किरदार को आशाओं कि उम्मीद कि जरुरत होती है हर सुबह को उजालों कि तलाश देती है हर आस को कदमों कि अहमियत देती है हर राह को बदलावों कि तलाश देती है हर उजाले को सुबह देती है हर शुरुआत को एहसासों कि तलाश देती है हर उम्मीद को खयालों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि उमंग देती है हर राह को बदलावों कि आस देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान इशारों के संग देती है।
हर किरदार को आशाओं कि उम्मीद कि जरुरत होती है हर सुबह को उजालों कि उम्मीद देती है हर आवाज को तरानों कि पहचान देती है हर उमंग को तरानों कि रोशनी देती है हर किनारे को दास्तानों कि पहचान देती है हर कोशिश को उजालों कि अहमियत देती है हर पहचान को कदमों कि उमंग देती है हर राह को बदलावों कि तलाश देती है हर बदलाव को लम्हों कि पुकार देती है हर आस को इरादों कि राह इशारों के संग देती है।
हर किरदार को आशाओं कि उम्मीद कि जरुरत होती है हर सुबह को उजालों कि तलाश देती है हर उजाले को अंदाजों कि कोशिश देती है हर उम्मीद को खयालों कि पहचान देती है हर जज्बात को दिशाओं कि पहचान देती है हर खयाल को कदमों कि पहचान देती है हर किनारे को दास्तानों कि लहर देती है हर परख को आवाजों कि पहचान देती है हर उमंग को दिशाओं कि उम्मीद देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद इशारों के संग देती है।
हर किरदार को आशाओं कि उम्मीद कि जरुरत होती है हर सुबह को उजालों कि उम्मीद देती है हर उमंग को तरानों कि तलाश देती है हर आवाज को तरानों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर आस को एहसासों कि उम्मीद देती है हर परख को कदमों कि पहचान देती है हर अंदाज को किनारों कि आस देती है हर दास्तान को अल्फाजों कि पुकार देती है हर कदम को बदलावों कि उमंग इशारों के संग देती है।
हर किरदार को आशाओं कि उम्मीद कि जरुरत होती है हर सुबह को उजालों कि पहचान देती है हर आवाज को खयालों कि उमंग देती है हर उम्मीद को रोशनी कि उम्मीद देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर किनारों कि लहर को इरादों कि पहचान देती है हर तलाश को बदलावों कि उमंग देती है हर पहचान को दिशाओं कि पुकार देती है हर उम्मीद को खयालों कि पहचान इशारों के संग देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५११५. उजालों से अरमानों की।

                             उजालों से अरमानों की। उजालों से अरमानों की परख सुबह दिलाती है नजारों को किनारों संग अंदाज सहारा देती है दिशाओं ...