Tuesday 14 August 2018

कविता. २३२६. ‌‌‌‌‌‌‌‌‌ कोई कहानी सन्नाटे से उजागर होती है।

                                          कोई कहानी सन्नाटे से उजागर होती है।
हर मौसम के संग कोई कहानी सन्नाटे से उजागर होती है हर एहसास को दिशाओं कि कोशिश देती है हर पहचान को दिशाओं कि रोशनी देती है हर जज्बात को बदलावों कि उमंग देती है हर आस को किनारों कि लहर देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर नजारे को दिशाओं कि आस देती है हर जज्बात को बदलावों कि तलाश देती है हर मुस्कान को कदमों कि तलाश देती है हर जवाब देती है।
हर मौसम के संग कोई कहानी सन्नाटे से उजागर होती है हर एहसास को अदाओं कि पहचान देती हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर सुबह को उजालों कि उम्मीद देती है हर आवाज को तरानों कि कोशिश देती है हर उंचाई को दिल को छू जाने कि उमंग देती है हर एहसास को खयालों कि तलाश देती है हर पल को उजालों कि उम्मीद देती है हर आस को इरादों कि तलाश देती है हर जवाब देती है।
हर मौसम के संग कोई कहानी सन्नाटे से उजागर होती है हर एहसास को आसमान कि दिशाएं देती है हर एहसास को रंगों कि पहचान देती है हर तलाश को बदलावों कि कोशिश देती है हर आस को इरादों कि पहचान देती है हर तराने को आशाओं कि कोशिश देती है हर मौके को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर पहचान को दिशाओं कि पुकार देती है हर अदा को इशारों कि तलाश देती है हर जवाब देती है।
हर मौसम के संग कोई कहानी सन्नाटे से उजागर होती है हर एहसास को किनारों कि लहर देती है हर दिशा को बदलावों कि उमंग देती है हर अंदाज को कदमों कि अहमियत देती है हर जज्बात को बदलावों कि उमंग देती है हर आस को इरादों कि तलाश देती है हर उजाले को अंदाजों कि पहचान देती है हर कदम को बदलावों कि कोशिश देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार देती है हर जवाब देती है।
हर मौसम के संग कोई कहानी सन्नाटे से उजागर होती है हर एहसास को कदमों कि कोशिश देती है हर पल को उजालों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर तराने को आवाजों कि पुकार देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर उम्मीद को खयालों कि उमंग देती है हर पल को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर जवाब देती है।
हर मौसम के संग कोई कहानी सन्नाटे से उजागर होती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार देती है हर आस को उम्मीदों कि तलाश देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर परख को लम्हों कि पहचान देती है हर आवाज को तरानों कि पुकार देती है हर कदम को बदलावों कि राह देती है हर आस को इरादों कि तलाश देती है हर दिशा को बदलावों कि उमंग देती है हर जवाब देती है।
हर मौसम के संग कोई कहानी सन्नाटे से उजागर होती है हर एहसास को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर पल को खयालों कि उमंग देती है हर कदम को बदलावों कि उमंग देती है हर दिशा को खयालों कि उमंग देती है हर किनारे को दास्तानों कि तलाश देती है हर पुकार को इशारों कि अदा देती है हर पल को उजालों कि तलाश देती है हर जवाब देती है।
हर मौसम के संग कोई कहानी सन्नाटे से उजागर होती है हर एहसास को खयालों कि उमंग देती है हर आस को कदमों कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर आस को इरादों कि पहचान देती है हर किनारे को दास्तानों कि तलाश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर आस को इरादों कि तलाश देती है हर अंदाज को उम्मीदों कि कोशिश देती है हर जवाब देती है।
हर मौसम के संग कोई कहानी सन्नाटे से उजागर होती है हर एहसास को किनारों कि लहर देती है हर पल को किनारों कि तलाश देती है हर जज्बात को बदलावों कि उमंग देती है हर कदम को बदलावों कि उमंग देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर किनारे को लहरों कि कोशिश देती है हर पल को उजालों कि तलाश देती है हर उम्मीद को खयालों कि उमंग देती है हर जवाब देती है।
हर मौसम के संग कोई कहानी सन्नाटे से उजागर होती है हर एहसास को कदमों कि तलाश देती है हर मोड को बदलावों कि उमंग देती है हर आस को इरादों कि पहचान देती है हर अदा को एहसासों कि पहचान देती है हर दिशा को बदलावों कि उमंग देती है हर कदम को एहसासों कि तलाश देती है हर राह को बदलावों कि उमंग देती है हर दिशा को बदलावों कि परख देती है हर जवाब देती है।

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