Thursday 16 August 2018

कविता. २३३०. हर तलाश को आसमानों के रंगों कि।

                                                     हर तलाश को आसमानों के रंगों कि।
हर तलाश को आसमानों के रंगों कि अहमियत इशारे देती है हर किनारे को दास्तानों कि उमंग देती है हर उजाले को अंदाजों कि पहचान देती है हर उम्मीद को खयालों कि उमंग देती है हर राह को कदमों कि तलाश देती है हर एहसास को बदलावों कि उमंग देती है हर पुकार को दास्तानों कि पहचान देती है हर कोशिश को उजालों कि उम्मीद देती है हर उम्मीद को किनारों कि आस इशारे देती है हर पल को उजाले देती है।
हर तलाश को आसमानों के रंगों कि अहमियत इशारे देती है हर किनारे को लहरों कि पहचान देती है हर उम्मीद को खयालों कि पहचान देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार देती है हर आस को इरादों कि दास्तान देती है हर रंग को इशारों कि तलाश देती है हर आस को कदमों कि आवाज देती है हर पल को खयालों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि सौगात इशारे देती है हर पल को उजाले देती है।
हर तलाश को आसमानों के रंगों कि अहमियत इशारे देती है हर किनारे को कदमों कि तलाश देती है हर आवाज को तरानों कि परख देती है हर उजाले को अंदाजों कि पहचान देती है हर पल को किनारों कि आस देती है हर पहचान को दिशाओं कि पुकार देती है हर अदा को किनारों कि परख देती है हर उम्मीद को रोशनी कि पहचान देती है हर आवाज को तरानों कि पहचान इशारे देती है हर पल को उजाले देती है।
हर तलाश को आसमानों के रंगों कि अहमियत इशारे देती है हर किनारे को दिशाओं कि पुकार देती है हर अदाओं को आवाजों कि कोशिश देती है हर पल को आशाओं कि तलाश देती है हर खयाल को कदमों कि परख देती है हर आस को इरादों कि तलाश देती है हर अंदाज को कदमों कि रोशनी देती है हर परख को लम्हों कि पुकार देती है हर आस को इरादों कि कोशिश अदा देती है हर पल को उजाले देती है।
हर तलाश को आसमानों के रंगों कि अहमियत इशारे देती है हर किनारे को दास्तानों कि सुबह देती है हर पल को आस कि पहचान देती है हर रोशनी को उजालों कि उम्मीद देती है हर कदम को बदलावों कि उमंग देती है हर रंग को दिशाओं कि कोशिश देती है हर सुबह को उजालों कि तलाश देती है हर उमंग को तरानों कि कोशिश देती है हर किस्से को एहसासों कि उम्मीद राह देती है हर पल को उजाले देती है।
हर तलाश को आसमानों के रंगों कि अहमियत इशारे देती है हर किनारे को लहरों कि पहचान देती है हर रोशनी को आशाओं कि परख देती है हर एहसास को दिशाओं कि कोशिश देती है हर आस को कदमों कि कोशिश देती है हर अदा को एहसासों के उजाले देती है हर पल को तरानों कि तलाश देती है हर उम्मीद को खयालों कि पहचान देती है हर आस को अंदाजों कि कोशिश इशारे देती है हर पल को उजाले देती है।
हर तलाश को आसमानों के रंगों कि अहमियत इशारे देती है हर किनारे को खयालों कि उमंग देती है हर दास्तान को इरादों कि कोशिश देती है हर कदम को बदलावों कि उमंग देती है हर पल को किनारों कि लहर देती है हर जज्बात को बदलावों कि उमंग देती है हर आस को इरादों कि कोशिश देती है हर पल को उजालों कि तलाश देती है हर पल को किस्सों कि तलाश अदा देती है हर पल को उजाले देती है।
हर तलाश को आसमानों के रंगों कि अहमियत इशारे देती है हर किनारे को दास्तानों कि तलाश देती है हर अंदाज को किनारों कि आस देती है हर पल को खयालों कि तलाश देती है हर आस को इरादों कि तलाश देती है हर आवाज को तरानों कि कोशिश देती है हर किनारे को दास्तानों कि लहर देती है हर अदा को उम्मीदों कि कोशिश देती है हर दिशा को बदलावों कि उमंग राह देती है हर पल को उजाले देती है।
हर तलाश को आसमानों के रंगों कि अहमियत इशारे देती है हर किनारे को दिशाओं कि कोशिश देती है हर आस को इरादों कि पहचान देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर उजाले को उम्मीदों कि आस देती है हर उजालों कि पहचान देती है हर आवाज को तरानों कि पहचान देती है हर पल को कदमों कि तलाश देती है हर अंदाज को कदमों कि कोशिश इरादे देती है हर पल को उजाले देती है।
हर तलाश को आसमानों के रंगों कि अहमियत इशारे देती है हर किनारे को आशाओं के किनारे देती है हर कदम को बदलावों कि उमंग देती है हर पल को किनारों कि लहर देती है हर पल को आस कि कोशिश देती है हर अंदाजों कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर आस को इरादों कि पहचान देती है हर आवाज को किनारों कि लहर इशारे देती है हर पल को उजाले देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५११५. उजालों से अरमानों की।

                             उजालों से अरमानों की। उजालों से अरमानों की परख सुबह दिलाती है नजारों को किनारों संग अंदाज सहारा देती है दिशाओं ...