Tuesday 21 August 2018

कविता. २३४०. ‌‌‌ हर लहर को किनारों कि उमंग।

                                      हर लहर को किनारों कि उमंग।
हर लहर को किनारों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि अहमियत देती है हर तलाश को बदलावों कि पहचान देती है हर उम्मीद को उजालों कि तलाश देती है हर आवाज को तरानों कि उम्मीद देती है हर कदम को एहसासों कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि अहमियत देती है हर दिशा को बदलावों कि उमंग देती है हर अंदाज को कदमों कि कोशिश देती है हर आस कि उमंग देती है।
हर लहर को किनारों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर उमंग को दिशाओं कि उम्मीद देती है हर अंदाज को किनारों कि आस देती है हर दास्तान को राहों कि पहचान देती है हर कदम को बदलावों कि उमंग देती है हर आसमान को रंगों कि पहचान देती है हर सुबह को उजालों कि रोशनी देती है हर एहसास कि उमंग देती है।
हर लहर को किनारों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर मौसम को बदलावों कि कोशिश देती है हर राह को बदलावों कि कोशिश देती है हर कोशिश को उजालों कि उम्मीद देती है हर उजाले को अंदाजों कि तलाश देती है हर पल को किनारों कि पहचान देती है हर उमंग को दिशाओं कि पुकार देती है हर उम्मीद को खयालों कि उमंग देती है।
हर लहर को किनारों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि पुकार देती है हर आस को दिशाओं कि पुकार देती है हर राह को बदलावों कि पहचान देती है हर रोशनी को उजालों कि उम्मीद देती है हर किस्से को अल्फाजों कि तलाश देती है हर किनारे को मौसमों कि उम्मीद देती है हर राह को बदलावों कि दिशाएं देती है हर उजाले को अंदाजों कि तलाश देती है हर उजाले को पहचान कि उमंग देती है।
हर लहर को किनारों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर राह को बदलावों कि उमंग देती है हर तराने को आशाओं कि कोशिश देती है हर किस्से को अल्फाजों कि तलाश देती है हर कहानी को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि सुबह देती है हर नजारे को मौसम कि तलाश देती है हर कदम को एहसासों कि उम्मीद देती है हर जज्बात को राह कि उमंग देती है।
हर लहर को किनारों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर अदा को एहसासों कि तलाश देती है हर खयाल को दिशाओं कि पुकार देती है हर कदम को बदलावों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर किनारे को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर अल्फाज को बदलावों कि उमंग देती है हर एहसास को तलाश कि उमंग देती है।
हर लहर को किनारों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि परख देती है हर दास्तान को राहों कि कोशिश देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर किनारे को दास्तानों कि पहचान देती है हर तलाश को बदलावों कि कोशिश देती है हर अंदाज को कदमों कि कोशिश देती है हर लहर को नदीयां कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर तराने को आस कि उमंग देती है।
हर लहर को किनारों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि पुकार देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर आस को इरादों कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर उम्मीद को खयालों कि परख देती है हर अदा को एहसासों कि तलाश देती है हर उमंग को दिशाओं कि कोशिश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर खयाल को आशाओं कि उमंग देती है।
हर लहर को किनारों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर आवाज को तरानों कि तलाश देती है हर दास्तान को इशारों कि पुकार देती है हर उम्मीद को खयालों कि उमंग देती है हर राह को बदलावों कि उमंग देती है हर जज्बात को बदलावों कि उमंग देती है हर किनारे को दास्तानों कि पहचान देती है हर पहचान को दिशाओं कि पुकार देती है हर एहसास को अदाओं कि उमंग देती है।
हर लहर को किनारों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर दिशा को बदलावों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर उजाले को अंदाजों कि कोशिश देती है हर किनारे को दास्तानों कि तलाश देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार देती है हर आस को इरादों कि कोशिश देती है हर अंदाज को कदमों कि कोशिश देती है हर उम्मीद को खयालों कि उमंग देती है।

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