Monday 3 September 2018

कविता. २३६६. हर आस को पहचान देती है।

                                    हर आस को पहचान देती है।
हर दिन को नये सुबह कि रोशनी कोई कहानी दे जाती है हर सांस को एहसासों कि कोई निशानी देती जाती है हर उमंग को दिशाओं कि रोशनी देती है हर नजारे को मौसम कि तलाश देती है हर खयाल को नये सुबह कि रोशनी देती है हर कहानी को अल्फाज कि पहचान देती है हर राह को बदलावों कि पहचान देती है हर आवाज को तरानों कि कोशिश देती है हर आस को पहचान देती है।
हर दिन को नये सुबह कि रोशनी कोई कहानी दे जाती है हर सांस को एहसासों कि कोई पुकार देती जाती है हर नजारे को मौसम कि पहचान देती है हर हवा को किनारों कि लहर देती है हर दिशा को हवाओं कि आंधी देती है हर खयाल को आशाओं कि पूंजी देती है हर कदम को बदलावों कि उमंग देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर तलाश को बदलावों कि उमंग देती है हर आस को पहचान देती है।
हर दिन को नये सुबह कि रोशनी कोई कहानी दे जाती है हर सांस को एहसासों कि कोई दास्तान देती जाती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर कदम को बदलावों कि उमंग देती है हर दिशा को बदलावों कि जरुरत देती है हर कदम को एहसासों कि जरुरत देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर तराने को आशाओं कि जरुरत देती है हर आस को पहचान देती है।
हर दिन को नये सुबह कि रोशनी कोई कहानी दे जाती है हर सांस को एहसासों कि कोई पुकार देती जाती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत देती है हर लहर को नदीयां कि परख देती है हर दिशा को दास्तानों कि जरुरत देती है हर आस को इशारों कि जरुरत देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर खयाल को अदाओं कि तलाश देती है हर आस को पहचान देती है।
हर दिन को नये सुबह कि रोशनी कोई कहानी दे जाती है हर सांस को एहसासों कि कोई नजर देती जाती है हर अंदाज को कदमों कि जरुरत देती है हर आसमान को बादलों कि पहचान देती है हर मौसम को बदलावों कि उमंग देती है हर दास्तान को राहों कि तलाश देती है हर आवाज को तरानों कि जरुरत देती है हर रोशनी को आशाओं कि परख देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर आस को पहचान देती है।
हर दिन को नये सुबह कि रोशनी कोई कहानी दे जाती है हर सांस को एहसासों कि कोई दास्तान देती जाती है हर दिशा को बदलावों कि उमंग देती है हर नजारे को मौसम कि पुकार देती जाती है हर हवा को एहसासों कि जरुरत देती है हर रोशनी को उजालों कि जरुरत देती है हर खयाल को आवाजों कि जरुरत देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर राह को बदलावों कि अदा देती है हर आस को पहचान देती है।
हर दिन को नये सुबह कि रोशनी कोई कहानी दे जाती है हर सांस को एहसासों कि कोई पुकार देती जाती है हर खयाल को आशाओं कि जरुरत देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर अल्फाज को बदलावों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर दिशा को बदलावों कि जरुरत देती है हर उम्मीद को मौसमों कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर आस को पहचान देती है।
हर दिन को नये सुबह कि रोशनी कोई कहानी दे जाती है हर सांस को एहसासों कि कोई तलाश देती जाती है हर आवाज को तरानों कि अहमियत देती है हर उजाले को रोशनी कि जरुरत देती है हर दास्तान को एहसासों कि तलाश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर पुकार को एहसासों कि उम्मीद देती है हर तराने को आशाओं कि जरुरत देती है हर अंदाज को कदमों कि अदा देती है हर आस को पहचान देती है।
हर दिन को नये सुबह कि रोशनी कोई कहानी दे जाती है हर सांस को एहसासों कि कोई अदा देती जाती है हर खयाल को आशाओं कि जरुरत देती है हर उम्मीद को खयाल कि जरुरत देती है हर एहसास को दिशाओं कि तलाश देती है हर किनारे को लहरों कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर किनारे को लहरों कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर आस को पहचान देती है।
हर दिन को नये सुबह कि रोशनी कोई कहानी दे जाती है हर सांस को एहसासों कि कोई राह देती जाती है हर अंदाज को कदमों कि जरुरत देती है हर किनारे को लहरों कि कोशिश देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर तराने को आशाओं कि जरुरत देती है हर खयाल को आशाओं कि जरुरत देती है हर राह को आवाजों कि जरुरत देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर आस को पहचान देती है।

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