Wednesday 12 September 2018

कविता. २३८४. पहचान तलाश देती है।

                                            पहचान तलाश देती है।
हर तराने को आवाजों कि पुकार देती है हर आशाओं कि पहचान इरादे को अहमियत देती है हर उम्मीद को खयालों कि तलाश देती है हर पहचान को दिशाओं कि पुकार देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर लहर को नदीयां कि परख देती है हर खयाल को आशाओं कि उम्मीद देती है हर खुशी को आशाओं कि उम्मीद देती है हर इशारे को बदलावों कि पहचान तलाश देती है।
हर तराने को आवाजों कि पुकार देती है हर आशाओं कि पहचान इरादे को अहमियत देती है हर खयाल को आशाओं कि परख देती है हर एहसास को तरानों कि उम्मीद देती है हर उजाले को अंदाजों कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि सौगात देती है हर अंदाज को अफसानों कि आवाज देती है हर आस को कदमों कि आवाज देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान तलाश देती है।
हर तराने को आवाजों कि पुकार देती है हर आशाओं कि पहचान इरादे को अहमियत देती है हर आस को इरादों कि कोशिश देती है हर आवाज को उजालों कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत देती है हर एहसास को अदाओं कि तलाश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान तलाश देती है।
हर तराने को आवाजों कि पुकार देती है हर आशाओं कि पहचान इरादे को अहमियत देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर तराने को आशाओं कि उमंग देती है हर अंदाज को किनारों कि तलाश देती है हर खयाल को दिशाओं कि पुकार देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर अंदाज को दास्तानों कि लहर देती है हर आवाज को तरानों कि पहचान तलाश देती है।
हर तराने को आवाजों कि पुकार देती है हर आशाओं कि पहचान इरादे को अहमियत देती है हर खयाल को आशाओं कि लहर देती है हर दिशा को बदलावों कि कोशिश देती है हर दास्तान को इशारों कि पुकार देती है हर कोशिश को उजालों कि उम्मीद देती है हर तलाश को बदलावों कि लहर देती है हर दिशा को राहों कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान तलाश देती है।
हर तराने को आवाजों कि पुकार देती है हर आशाओं कि पहचान इरादे को अहमियत देती है हर अल्फाज को बदलावों कि परख देती है हर खयाल को आशाओं कि लहर देती है हर दिशा को बदलावों कि तलाश देती है हर कदम को एहसासों कि लहर देती है हर खयाल को आशाओं कि परख देती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत देती है हर अदा को दिशाओं कि पहचान तलाश देती है।
हर तराने को आवाजों कि पुकार देती है हर आशाओं कि पहचान इरादे को अहमियत देती है हर खयाल को आशाओं कि जरुरत देती है हर दिशा को बदलावों कि कोशिश देती है हर लहर को नदीयां कि जरुरत देती है हर खुशी को उजालों कि जरुरत देती है हर आवाज को तरानों कि जरुरत देती है हर लहर को दिशाओं कि पुकार देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान तलाश देती है।
हर तराने को आवाजों कि पुकार देती है हर आशाओं कि पहचान इरादे को अहमियत देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर दास्तान को इरादों कि कोशिश देती है हर अदा को एहसासों कि जरुरत देती है हर आस को इरादों कि कोशिश देती है हर जज्बात को बदलावों कि उमंग देती है हर अदा को एहसासों कि पहचान तलाश देती है।
हर तराने को आवाजों कि पुकार देती है हर आशाओं कि पहचान इरादे को अहमियत देती है हर किनारे को लहरों कि उमंग देती है हर जज्बात को बदलावों कि कोशिश देती है हर अंदाज को आशाओं कि पहचान देती है हर उजाले को अंदाजों कि जरुरत देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार देती है हर दास्तान को इरादों कि कोशिश देती है हर आवाज को तरानों कि पहचान तलाश देती है।
हर तराने को आवाजों कि पुकार देती है हर आशाओं कि पहचान इरादे को अहमियत देती है हर जज्बात को बदलावों कि तरंग देती है हर खयाल को आशाओं कि परख देती है हर उम्मीद को रोशनी कि कोशिश देती है हर दिशा को दास्तानों कि तलाश देती है हर राह को बदलावों कि उम्मीद देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान तलाश देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१२५. किनारों को अंदाजों की।

                              किनारों को अंदाजों की। किनारों को अंदाजों की समझ एहसास दिलाती है दास्तानों के संग आशाओं की मुस्कान अरमान जगाती...