Wednesday 5 September 2018

कविता. २३६९. जब खुशियां जीवन मे आती है।

                                    जब खुशियां जीवन मे आती है।
जब खुशियां जीवन मे आती है अल्फाज को लब्जों से कुछ ऐसी मोहब्बत हो जाती है कि चुपके से जलती हर चिंगारी आग बनके सुलगाती है हर एहसास मे नयी उमंग आशाओं कि ज्योत जलाती है हर आस को किनारों कि लहर भी कश्ती सी नजर आती है हर सुबह कि रोशनी उजालों कि तलाश देती है हर कदम पर इशारों कि पहचान देती है हर आस को किनारों कि उमंग देती है।
जब खुशियां जीवन मे आती है अल्फाज को लब्जों से कुछ ऐसी मोहब्बत हो जाती है कि चुपके से हर उमंग परिंदों से पंख उधार लेकर आती है हर खयाल मे नयी दिशा दुनिया कि तलाश दिलाती है हर राह को रंगों से भर देने कि उम्मीद उजाले ले आती है हर खयाल कि उमंग उम्मीदों कि कोशिश देती है हर आस पर सुबह कि रोशनी नये इशारे दे जाती है हर खयाल को आशाओं कि उमंग देती है।
जब खुशियां जीवन मे आती है अल्फाज को लब्जों से कुछ ऐसी मोहब्बत हो जाती है कि चुपके से हर इरादा मजबूत बनाकर लहर लेकर आती है हर सांस को नयी दास्तान राह कि कहानी सुनाती है हर उम्मीद को खयालों कि पहचान इशारे दे जाती है हर तलाश को बदलावों कि आंधी आस देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार नये उजाले दे जाती है हर पहचान को दिशाओं कि उमंग देती है।
जब खुशियां जीवन मे आती है अल्फाज को लब्जों से कुछ ऐसी मोहब्बत हो जाती है कि चुपके से हर इशारे को समझ का इरादा दे जाती है हर उम्मीद को नयी रोशनी कि राह देती है हर आसमान को बादलों कि कहानी देती है हर पुकार को दास्तानों कि आवाज तराने सुहाने देती है हर इरादे को लहरों कि आवाज सी ताकत दे जाती है हर उजाले को अंदाजों कि कोशिश सरगम दे जाती है हर खयाल को राहों कि उमंग देती है।
जब खुशियां जीवन मे आती है अल्फाज को लब्जों से कुछ ऐसी मोहब्बत हो जाती है कि चुपके से हर किनारे को लहरों कि कहानी रंग कई दे जाती है हर सांस को दिशाओं कि तलाश देती है हर उंचाई कि आस को धरती से मिलाकर आगे बढने कि उम्मीद तराने देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश सुबह दे जाती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद दास्तान दे जाती है हर अदा को कदमों कि उमंग देती है।
जब खुशियां जीवन मे आती है अल्फाज को लब्जों से कुछ ऐसी मोहब्बत हो जाती है कि चुपके से हर सुबह को उजालों कि तलाश नजारे दे जाती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत देती है हर बादल को आसमानों कि तलाश देती है हर नजारे को मौसम कि दास्तान उजाले देती है हर उम्मीद को खयालों कि तलाश राह दे जाती है हर जज्बात को बदलावों कि उमंग दे जाती है हर अंदाज को दास्तानों कि उमंग देती है।
जब खुशियां जीवन मे आती है अल्फाज को लब्जों से कुछ ऐसी मोहब्बत हो जाती है कि चुपके से हर उजाले को अंदाजों कि रोशनी दास्तान दे जाती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर राह को बदलावों कि दास्तान दे जाती है हर आस को सुबह कि रोशनी देती जाती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश परख दे जाती है हर तलाश को दिशाओं कि पुकार दे जाती है हर आस को इरादों कि उमंग देती है।
जब खुशियां जीवन मे आती है अल्फाज को लब्जों से कुछ ऐसी मोहब्बत हो जाती है कि चुपके से हर उम्मीद को खयालों कि उम्मीद दिशा दे जाती है हर खुशी को आशाओं कि सौगात देती है हर उजाले को अंदाजों कि रोशनी दे जाती है हर कदम को बदलावों कि उमंग देती है हर दास्तान को इरादों कि तलाश अदा दे जाती है हर कोशिश को उजालों कि तलाश दे जाती है हर दास्तान को इशारों कि उमंग देती है।
जब खुशियां जीवन मे आती है अल्फाज को लब्जों से कुछ ऐसी मोहब्बत हो जाती है कि चुपके से हर तराने को आवाजों कि पुकार राह दे जाती है हर कदम को बदलावों कि कोशिश देती है हर अंदाज को राहों कि पहचान दे जाती है हर खयाल को आशाओं कि अहमियत देती है हर तलाश को बदलावों कि कोशिश दे जाती है हर राह को बदलावों कि तलाश दे जाती है हर खयाल को एहसासों कि उमंग देती है।
जब खुशियां जीवन मे आती है अल्फाज को लब्जों से कुछ ऐसी मोहब्बत हो जाती है कि चुपके से हर सुबह को उजालों कि रोशनी तलाश दे जाती है हर दिशा को दास्तानों कि पहचान देती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत दे जाती है हर अंदाज को कदमों कि आहट दे जाती है हर उम्मीद को खयालों कि रोशनी दे जाती है हर आस को एहसासों कि उम्मीद दे जाती है हर तलाश को बदलावों कि उमंग देती है।

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