Tuesday, 18 September 2018

कविता. २३९५. हर कदम को एहसासों कि पहचान।

                                     हर कदम को एहसासों कि पहचान।     
हर कदम को एहसासों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि उम्मीद देती है हर उजाले को अंदाजों कि रोशनी देती है हर अदा को बदलाव कि सुबह देती है हर रोशनी को आशाओं कि पहचान देती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत देती है हर नजारे को मौसम कि पहचान देती है हर मौसम को बदलावों कि सुबह देती है हर खयाल को आशाओं कि उम्मीद देती है हर उजाले को रोशनी देती है।
हर कदम को एहसासों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि रोशनी देती है हर खयाल को सुबह कि उम्मीद देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर खयाल को आवाजों कि पुकार देती है हर तलाश को बदलावों कि परख देती है हर अंदाज को एहसास कि तलाश देती है हर अंदाज को कदमों कि उम्मीद देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर उम्मीद को रोशनी देती है।
हर कदम को एहसासों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर दास्तान को इरादों कि कोशिश देती है हर पुकार को दास्तानों कि तलाश देती है हर खयाल को सुबह कि रोशनी देती है हर अदा को पहचान कि आस देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर उम्मीद को उजाले कि कोशिश देती है हर अंदाज को रोशनी देती है।
हर कदम को एहसासों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि अंदाज देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर पुकार को दास्तानों कि तलाश देती है हर आवाज को तरानों कि कोशिश देती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत देती है हर दिशा को बदलाव कि सुबह देती है हर आवाज को तरानों कि राह देती है हर अंदाज को किनारों कि तलाश देती है हर खयाल को रोशनी देती है।
हर कदम को एहसासों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर अंदाज को किनारों कि आस देती है हर आवाज को लहरों कि जरुरत देती है हर दास्तान को इरादों कि पहचान देती है हर परख को लम्हों कि अहमियत देती है हर अदा को एहसास कि पूंजी देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर लहर को नदीयां कि कोशिश देती है हर अंदाज को रोशनी देती है।
हर कदम को एहसासों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर उमंग को तरानों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि अदा देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर अंदाज को किनारों कि आस देती है हर खयाल को अदा कि कोशिश देती है हर दिशा को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर दिशा को रोशनी देती है।
हर कदम को एहसासों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि आस देती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत देती है हर अंदाज को दिशाओं कि पुकार देती है हर खयाल को आशाओं कि परख देती है हर खयाल को अदाओं कि कोशिश देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर दास्तान को इरादों कि कोशिश देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर परख को रोशनी देती है।
हर कदम को एहसासों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर दिशा को दास्तानों कि तलाश देती है हर अंदाज को किनारों कि आस देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर दास्तान को इरादों कि तलाश देती है हर अंदाज को खयालों कि उमंग देती है हर पुकार को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर अंदाज को रोशनी देती है।
हर कदम को एहसासों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि दास्तान देती है हर अदा को खयालों कि उमंग देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर अल्फाज को बदलावों कि तलाश देती है हर आवाज को तरानों कि अदा देती है हर पल को दिशाओं कि कोशिश देती है हर अंदाज को किनारों कि आस देती है हर राह को रोशनी देती है।
हर कदम को एहसासों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि लहर देती है हर अंदाज को जज्बातों कि सुबह देती है हर खयाल को दिशाओं कि पुकार देती है हर तलाश को बदलावों कि लहर देती है हर अंदाज को दास्तानों कि पुकार देती है हर अंदाज को किनारों कि आस देती है हर दिशा को बदलावों कि लहर देती है हर उम्मीद को उजालों कि तलाश देती है हर खयाल को रोशनी देती है।

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कविता. ५४७२. ज्ञएहसास की कोई।

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