Wednesday 3 October 2018

कविता. २४२५. दुनिया को बदल जाती है

                                              दुनिया को बदल जाती है।
कुछ कहने कि जरुरत दुनिया को बदल जाती है हर आंधी कि आस समझकर एहसास को अलग राहे दिखाकर जाती है हर कश्ती कि लहर जीवन कि कोई अलग कहानी बताती है हर किरदार को दास्तानों कि समझ तलाश अलग दिलाती है हर पूंजी कि आस जज्बातों कि रोशनी दिलाती है किसी नजर कि आंधी के संग एहसास कोई नया दिलाती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देकर दुनिया के तूफानों से लडने कि उम्मीद दिलाती है।
कुछ कहने कि जरुरत दुनिया को बदल जाती है हर आंधी कि आस समझकर पहचान को अलग दिशाओं कि पुकार उजाले लाती है हर कदम पर अलग नजारों कि पहचान उजागर होती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश के संग मुस्कान देती है हर खुशी को एहसासों कि आंधी देती है हर खयाल को दास्तानों कि पहचान देती है हर उम्मीद को रोशनी कि उमंग देती है हर राह को बदलावों कि कोशिश को किनारों कि उम्मीद दिलाती है।
कुछ कहने कि जरुरत दुनिया को बदल जाती है हर आंधी कि आस समझकर किनारे अलग दिलाकर परख देती है हर राह को रोशनी कि पहचान मौसमों कि अहमियत देती है हर आवाज को तरानों कि तलाश देती है हर अल्फाज को हकीकत को रोशनी देती है हर अदा को एहसासों कि पुकार देती है हर दिशा को दास्तानों कि तलाश देती है हर सुबह को उजालों कि तलाश को मौसमों के संग उम्मीद दिलाती है।
कुछ कहने कि जरुरत दुनिया को बदल जाती है हर आंधी कि आस समझकर एहसास अलग राहों के अंदाज देती है हर किनारे को मौसम कि पुकार देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर आस को जीवन के सांस से जोडकर इशारे देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर रोशनी को बादलों कि पहचान देती है हर उजाले को रोशनी कि उमंग एहसासों मे इशारे कि उम्मीद दिलाती है।
कुछ कहने कि जरुरत दुनिया को बदल जाती है हर आंधी कि आस समझकर अफसाने को अलग दिशाओं कि सुबह देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर अफसाने को दिशाओं कि पुकार देती है हर नजारे को मौसम कि अहमियत देती है हर अल्फाज को बदलावों के अफसाने देती है हर खयाल को आवाजों कि तलाश देती है हर अंदाज को कदमों कि आहट को सहारे कि उम्मीद दिलाती है।
कुछ कहने कि जरुरत दुनिया को बदल जाती है हर आंधी कि आस समझकर जज्बात को अलग राहों कि पहचान देती है हर कोशिश को रंगों कि सौगात देती है हर सुबह को बादलों कि पहचान देती है हर नजारे को मौसम कि दास्तान देती है हर इशारे को परख कि उमंग देती है हर कदम को एहसासों कि उम्मीद देती है हर दिशा को दास्तानों कि तलाश देती है हर अफसाने को उजाले कि उम्मीद दिलाती है।
कुछ कहने कि जरुरत दुनिया को बदल जाती है हर आंधी कि आस समझकर किनारे को अलग दिशाओं कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर दिशा को कदमों कि उमंग देती है हर अंदाज को कदमों कि उमंग देती है हर उजाले को बादलों कि तलाश देती है हर खयाल को आशाओं कि परख देती है हर आस को इरादों कि अदा देती है हर लहर को नदीयां कि उम्मीद दिलाती है।
कुछ कहने कि जरुरत दुनिया को बदल जाती है हर आंधी कि आस समझकर जज्बात को अलग नजारों कि अहमियत देती है हर रोशनी को बादलों कि उमंग देती है हर मौसम को एहसास कि पूंजी देती है हर अदा को सूरज के किरणों कि रोशनी देती है हर अल्फाज को बदलावों कि कोशिश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर कदम को एहसासों कि राह देती है हर खयाल को आशाओं कि उम्मीद दिलाती है।
कुछ कहने कि जरुरत दुनिया को बदल जाती है हर आंधी कि आस समझकर एहसास को अलग दिशाओं कि पुकार देती है हर अफसाने को मौसम कि पहचान देती है हर हवा के झोंके को एहसासों कि तलाश देती है हर रंग को दिशाओं कि रोशनी नजारे देती है हर दिशा को दास्तानों कि अदा देती है हर किनारे को लहरों कि दिशाएं देती है हर अफसाने को आशाओं कि तलाश देती है हर नजारे को सुबह कि उम्मीद दिलाती है।
कुछ कहने कि जरुरत दुनिया को बदल जाती है हर आंधी कि आस समझकर आवाज को अलग धाराओं कि शुरुआत देती है हर खयाल को कदमों कि आवाज देती है हर राह को दास्तानों कि तलाश देती है हर नजारे को अंदाजों कि परख देती है हर सुबह को आसमानों कि तलाश देती है हर मौसम को बदलावों कि कोशिश देती है हर अल्फाज को बदलावों कि दिशा देती है हर खयाल को आशाओं कि उम्मीद दिलाती है।

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