Friday 12 October 2018

कविता. २४४३. नजारों से चुपके से अरमानों कि।

                ‌                नजारों से चुपके से अरमानों कि।
बादलों के नजारों से चुपके से अरमानों कि कोई आंधी अक्सर आती है हर बार किसी सन्नाटे को किनारों कि लहर उजाले देती है हर रंग को हवाओं के एहसास दिलाती है हर कहानी को दास्तानों कि तलाश देती है हर रोशनी को उजालों कि राह इशारे देती है हर आवाज को तरानों कि कोशिश देती है हर आसमान को दास्तानों कि पहचान देती है हर परिंदे को आशाओं कि उमंग देती है।
बादलों के नजारों से चुपके से अरमानों कि कोई राह अक्सर आती है हर बार किसी एहसास को दिशाओं कि पुकार इरादे देती है हर खयाल को आशाओं के दीप दिलाती है हर रोशनी को उजालों कि तलाश नजारे देती है हर कदम को बदलावों कि तलाश उम्मीदे देती है हर आस को इशारों कि अदा देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर अफसाने को आवाजों कि उमंग देती है।
बादलों के नजारों से चुपके से अरमानों कि कोई दास्तान अक्सर आती है हर बार किसी तराने को लहरों कि जरुरत इशारे देती है हर कदम को बदलावों के अफसाने दिलाती है हर अंदाज को कदमों कि कोशिश सौगात देती है हर अंदाज को दिशाओं कि पुकार राहे देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर दिशा को दास्तानों कि उमंग देती है।
बादलों के नजारों से चुपके से अरमानों कि कोई दिशा अक्सर आती है हर बार किसी कहानी को किरदारों कि कोशिश आस देती है हर दिशा को दास्तानों के उजाले दिलाती है हर राह को बदलावों कि तलाश परख देती है हर खयाल को आशाओं कि अहमियत देती है हर अंदाज को किनारों कि आस देती है हर परख को लम्हों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि उमंग देती है।
बादलों के नजारों से चुपके से अरमानों कि कोई पुकार अक्सर आती है हर बार किसी तराने को आवाजों कि तलाश इशारे देती है हर अंदाज को कदमों के अफसाने दिलाती है हर खयाल को आशाओं कि सुबह देती है हर आस को इरादों कि पहचान देती है हर आवाज को तरानों कि कोशिश देती है हर इशारे को बदलावों कि तलाश देती है हर अदा को एहसासों कि उमंग देती है।
बादलों के नजारों से चुपके से अरमानों कि कोई परख अक्सर आती है हर बार किसी दास्तान को इरादों कि कोशिश राहे देती है हर आवाज को तरानों के जज्बात दिलाती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर खयाल को दिशाओं कि पुकार देती है हर दिशा को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर आवाज को तरानों कि उमंग देती है।
बादलों के नजारों से चुपके से अरमानों कि कोई अदा अक्सर आती है हर बार किसी सुबह को उजालों कि तलाश तराने देती है हर खयाल को आशाओं के कदम दिलाती है हर दिशा को बदलावों कि उम्मीद देती है हर राह को आशाओं कि तलाश देती है हर किनारों कि लहर देती है हर दिशा को किनारों कि तलाश देती है हर खयाल को आशाओं कि अदा देती है हर अदा को खुशीयों कि उमंग देती है।
बादलों के नजारों से चुपके से अरमानों का कोई इशारा अक्सर आताप  है हर बार किसी उजाले को अंदाजों कि रोशनी लहर देती है हर दिशा को बदलावों के अफसाने दिलाती है हर आस को इरादों कि तलाश देती है हर खयाल को आवाजों कि कोशिश देती है हर कदमों कि राह देती है हर आस को इरादों कि कोशिश देती है हर पुकार को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर दिशा को बदलावों कि उमंग देती है।
बादलों के नजारों से चुपके से अरमानों कि कोई समझ अक्सर आती है हर बार किसी एहसास को दिशाओं कि पुकार उमंग देती है हर अंदाज को किनारों के तराने दिलाती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर आस को इरादों कि पहचान देती है हर आवाज को तरानों कि कोशिश देती है हर अफसाने को आशाओं कि उमंग देती है।
बादलों के नजारों से चुपके से अरमानों कि कोई कहानी अक्सर आती है हर बार किसी पुकार को दास्तानों कि तलाश इशारे देती है हर आवाज को तरानों के अफसाने दिलाती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर कदम को कोशिश कि जरुरत देती है हर अंदाज को दिशाओं कि पुकार देती है हर अदा को एहसासों कि उमंग देती है।

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