Wednesday 10 October 2018

कविता. २४३९. हर सुबह को अलग दुआ कि जरुरत।

                                  ‌‌‌ हर सुबह को अलग दुआ कि जरुरत।
हर सुबह को अलग दुआ कि जरुरत उमंग देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर उजाले को रोशनी कि पहचान देती है हर परख को लम्हों कि अहमियत देती है हर नजारे को आसमान कि पहचान देती है हर मौसम को बदलावों कि दास्तान देती है हर उम्मीद को खयालों कि उमंग देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर नजारे को मौसम कि पहचान इशारों कि रोशनी देती है।
हर सुबह को अलग दुआ कि जरुरत खुशी देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर पुकार को दास्तानों कि तलाश देती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत देती है हर आस को इरादों कि तलाश देती है हर खुशी को आशाओं कि कोशिश देती है हर पहचान को दिशाओं कि रोशनी देती है हर कदम को उजालों कि तलाश को रोशनी देती है।
हर सुबह को अलग दुआ कि जरुरत मुस्कान देती है हर अंदाज को कदमों कि कोशिश देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर नजारे को मौसम कि पहचान देती है हर बादल को आसमानों कि तलाश देती है हर रंग को एहसासों कि परख देती है हर लहर को दिशाओं कि पुकार देती है हर उजाले को किरणों कि उमंग देती है हर मुस्कान को अदाओं कि पहचान दिशाओं कि रोशनी देती है।
हर सुबह को अलग दुआ कि जरुरत आस देती है हर अंदाज को राहों कि तलाश देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर अफसाने को एहसासों कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर दिशा को बदलावों कि तलाश देती है हर दास्तान को इरादों कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि उम्मीद देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत राहों कि रोशनी देती है।
हर सुबह को अलग दुआ कि जरुरत परख देती है हर अंदाज को दिशाओं कि पुकार देती है हर खयाल को आशाओं कि सरगम देती है हर अदा को एहसासों कि मुस्कान देती है हर एहसास को दिशाओं कि उम्मीद देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत देती है हर अल्फाज को मुस्कान के इशारे देती है हर दास्तान को इरादों कि उम्मीद दिशाओं कि रोशनी देती है।
हर सुबह को अलग दुआ कि जरुरत एहसास देती है हर अंदाज को कदमों कि परख देती है हर राह को बदलावों कि कोशिश देती है हर अंदाज को आवाजों कि उम्मीद देती है हर उजाले को रोशनी कि पहचान देती है हर दिशा को दास्तानों कि अहमियत देती है हर अदा को एहसासों कि तलाश देती है हर आवाज को तरानों के आस देती है हर अफसाने को आशाओं कि तलाश कदमों कि रोशनी देती है।
हर सुबह को अलग दुआ कि जरुरत उजाले देती है हर अंदाज को आशाओं कि उम्मीद देती है हर उम्मीद को खयालों कि तलाश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर अफसाने को आशाओं कि पहचान देती है हर राह को बदलावों कि कोशिश देती है हर अंदाज को कदमों कि उम्मीद देती है हर राह को बदलावों के एहसास देती है हर दास्तान को इशारों कि उम्मीद उजालों कि रोशनी देती है।
हर सुबह को अलग दुआ कि जरुरत आशाएं देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर पुकार को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर कदम को एहसासों कि तलाश देती है हर अंदाज को आवाजों कि पुकार देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान दिशाओं कि रोशनी देती है।
हर सुबह को अलग दुआ कि जरुरत राह देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर दिशा को दास्तानों कि अहमियत देती है हर दिशा को बदलावों कि कोशिश देती है हर उम्मीद को खयालों कि उमंग देती है हर कदम को बदलावों कि उम्मीद देती है हर आवाज को तरानों कि उम्मीद देती है हर उजाले को अंदाजों कि कोशिश देती है हर राह को बदलावों कि उम्मीद अदाओं कि रोशनी देती है।
हर सुबह को अलग दुआ कि जरुरत किनारे देती है हर अंदाज को दिशाओं कि पुकार देती है हर राह को बदलावों कि उम्मीद देती है हर कदम को एहसासों कि तलाश देती है हर अफसाने को आशाओं कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि परख देती है हर लहर को दास्तानों कि तलाश देती है हर पुकार को एहसासों कि उम्मीद देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश खयालों कि रोशनी देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१५१. अंदाजों को इरादों की।

                               अंदाजों को इरादों की। अंदाजों को इरादों की समझ जज्बात दिलाती है इशारों को लम्हों की कहानी तलाश देकर जाती है अ...