Sunday 14 October 2018

कविता. २४४७ हर सूरज के नजारे को।

                ‌‌‌‌‌‌                      हर सूरज के नजारे को।
हर सूरज के नजारे को दास्तानों कि पहचान देती है हर अंदाज को कदमों कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि अहमियत देती है हर दिशा को बदलावों कि कोशिश देती है हर अदा को एहसासों कि तलाश देती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत देती है हर पहचान को दिशाओं कि पुकार देती है हर अंदाज को किनारों कि आस देती है हर जज्बात को बदलावों कि तलाश देती है हर उमंग को तरानों कि पुकार देती है।
हर सूरज के नजारे को दास्तानों कि पहचान देती है हर अंदाज को आवाजों कि तलाश देती है हर अल्फाज को बदलावों कि कोशिश देती है हर इशारे को बदलावों कि तलाश देती है हर अंदाज को तरानों कि पहचान देती है हर अल्फाज को इरादों कि अहमियत देती है हर कदम पर बूंदों कि कहानी देती है हर उजाले को अंदाजों कि कोशिश देती है हर खयाल को आशाओं कि उम्मीद देती है हर राह को तरानों कि पुकार देती है।
हर सूरज के नजारे को दास्तानों कि पहचान देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर उम्मीद को जज्बातों कि तलाश देती है हर आस को इरादों कि सुबह देती है हर दास्तान कि कोशिश नजारों कि रोशनी देती है हर परख को एहसासों कि आस कई लम्हे देती है हर तलाश को दिशाओं कि पुकार देती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत देती है हर आवाज को अदाओं कि जरुरत देती है हर खयाल को तरानों कि पुकार देती है।
हर सूरज के नजारे को दास्तानों कि पहचान देती है हर अंदाज को राहों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि उम्मीद देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर रोशनी को उजालों कि तलाश देती है हर उम्मीद को खयालों कि परख देती है हर उजाले को रंगों कि सौगात देती है हर रोशनी को आशाओं कि पहचान देती है हर दिशा को दास्तानों कि पहचान देती है हर अल्फाज को तरानों कि पुकार देती है।
हर सूरज के नजारे को दास्तानों कि पहचान देती है हर अंदाज को दिशाओं कि उम्मीद देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर नजारे को मौसम कि सरगम देती है हर किनारे को लहरों कि जरुरत देती है हर कश्ती को आशाओं कि तलाश देती है हर लहर को दिशाओं कि उम्मीद देती है हर खयाल को आवाजों कि तलाश देती है हर दास्तान को इशारों कि तलाश देती है हर अंदाज को तरानों कि पुकार देती है।
हर सूरज के नजारे को दास्तानों कि पहचान देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर राह को बदलावों कि कोशिश देती है हर सुबह को उजालों कि तलाश देती है हर खयाल को आशाओं कि अहमियत देती है हर रोशनी को आशाओं कि तलाश देती है हर कदम को एहसासों कि तलाश देती है हर पल को दिशाओं कि उम्मीद देती है हर उजाले को अंदाजों कि कोशिश देती है हर आवाज को तरानों कि पुकार देती है।
हर सूरज के नजारे को दास्तानों कि पहचान देती है हर अंदाज को अदाओं कि पहचान देती है हर परख को लम्हों कि उम्मीद देती है हर जज्बात को बदलावों कि कोशिश देती है हर अदा पर अलग कुदरत कि पहचान देती है हर खुशी को आशाओं कि पहचान देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर अंदाज को आशाओं कि रोशनी देती है हर खयाल को आशाओं कि आस देती है हर किनारे को तरानों कि पुकार देती है।
हर सूरज के नजारे को दास्तानों कि पहचान देती है हर अंदाज को आशाओं कि तलाश देती है हर सुबह को उजालों कि पहचान देती है हर नजारे को मौसमों कि तलाश देती है हर खयाल को आशाओं कि राह देती है हर अफसाने को किरदारों कि जरुरत देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर दिशा को बदलावों कि कोशिश देती है हर तलाश को बदलावों कि तलाश देती है हर खयाल को तरानों कि पुकार देती है।
हर सूरज के नजारे को दास्तानों कि पहचान देती है हर अंदाज को कदमों कि उम्मीद देती है हर रोशनी को आशाओं कि उम्मीद देती है हर खयाल को आवाजों कि तलाश देती है हर एहसास को दिशाओं कि आस देती है हर नजारे को एहसासों कि अहमियत देती है हर रोशनी को आशाओं कि तलाश देती है हर अफसाने को किरदारों कि जरुरत देती है हर उजाले को अंदाजों कि राह देती है हर कोशिश को तरानों कि पुकार देती है।
हर सूरज के नजारे को दास्तानों कि पहचान देती है हर अंदाज को आवाजों कि तलाश देती है हर अंदाज को कदमों कि रोशनी देती है हर नजारे अलग हवाओं कि कहानी देती है हर अफसाने को दिशाओं कि उम्मीद देती है हर उजाले को अंदाजों कि कोशिश देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर उम्मीद को खयालों कि उमंग देती है हर रोशनी को तरानों कि पुकार देती है।

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