Monday, 8 October 2018

कविता. २४३६. नजारे को मौसम कि पहचान।

                                      नजारे को मौसम कि पहचान।
हर कुदरत को नजारे को मौसम कि पहचान देती है हर आवाज को तरानों कि अहमियत देती है हर आसमान को बादलों कि पहचान देती है हर कदम को एहसासों कि उम्मीद देती है हर अल्फाज को दिशाओं कि पुकार देती है हर खयाल को जज्बातों कि तलाश देती है हर अंदाज को अदाओं कि पहचान देती है हर पुकार को एहसासों कि रोशनी देती है हर उजाले को अंदाजों कि कोशिश देती है।
हर कुदरत को नजारे को मौसम कि पहचान देती है हर आवाज को किनारों कि अहमियत देती है हर खयाल को आशाओं कि उम्मीद देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर अदा को एहसासों कि रोशनी देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर आस को इरादों कि रोशनी देती है हर जज्बात को तरानों कि पहचान देती है हर उम्मीद को खयालों कि कोशिश देती है।
हर कुदरत को नजारे को मौसम कि पहचान देती है हर आवाज को दिशाओं कि अहमियत देती है हर अल्फाज को बदलावों कि तलाश देती है हर अफसाने को आशाओं कि उम्मीद देती है हर लहर को नदीयां कि तलाश देती है हर किनारे को एहसासों कि पहचान देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर समझ को किस्सों कि कोशिश देती है।
हर कुदरत को नजारे को मौसम कि पहचान देती है हर आवाज को दास्तानों कि अहमियत देती है हर कहानी को दास्तानों कि उम्मीद देती है हर उजाले को अंदाजों कि तलाश देती है हर कदम को बदलावों कि उम्मीद देती है हर तराने को आशाओं कि पहचान देती है हर राह को आवाजों कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर अदा को एहसासों कि कोशिश देती है।
हर कुदरत को नजारे को मौसम कि पहचान देती है हर आवाज को तरानों कि अहमियत देती है हर खयाल को आशाओं कि पहचान देती है हर दास्तान को इरादों कि उम्मीद देती है हर उजाले को अंदाजों कि रोशनी देती है हर परख को किस्सों कि तलाश देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर दास्तान को इरादों कि कोशिश देती है।
हर कुदरत को नजारे को मौसम कि पहचान देती है हर आवाज को खयालों कि अहमियत देती है हर अल्फाज को बदलावों कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर दिशा को दास्तानों कि तलाश देती है हर उजाले को अंदाजों कि राह देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर उम्मीद को रोशनी कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है।
हर कुदरत को नजारे को मौसम कि पहचान देती है हर आवाज को राहों कि अहमियत देती है हर नजारे को मौसम कि पहचान देती है हर खुशी को जज्बातों कि रोशनी देती है हर अंदाज को कदमों कि उम्मीद देती है हर दास्तान को इरादों कि राह देती है हर अफसाने को अदाओं कि उम्मीद देती है हर उजाले को अंदाजों कि तलाश देती है हर पहचान को दिशाओं कि कोशिश देती है।
हर कुदरत को नजारे को मौसम कि पहचान देती है हर आवाज को अदाओं कि अहमियत देती है हर खयाल को आशाओं कि उम्मीद देती है हर रोशनी को उजालों कि उम्मीद देती है हर अदा को एहसासों कि तलाश देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर आवाज को तरानों कि तलाश देती है हर खयाल को आशाओं कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है।
हर कुदरत को नजारे को मौसम कि पहचान देती है हर आवाज को तरानों कि अहमियत देती है हर पुकार को दास्तानों कि पहचान देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर दिशा को बदलावों कि उम्मीद देती है हर उजाले को अंदाजों कि रोशनी देती है हर कदम को बदलावों कि उम्मीद देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर किनारे को लहरों कि कोशिश देती है।
हर कुदरत को नजारे को मौसम कि पहचान देती है हर आवाज को दास्तानों कि अहमियत देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश देती है हर आवाज को तरानों कि पहचान देती है हर खयाल को आशाओं कि उमंग देती है हर तराने को आवाजों कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि रोशनी देती है हर आस को इरादों कि उम्मीद देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है।

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