Monday, 22 October 2018

कविता. २४६४. जज्बातों के किनारे को लहरों कि।

                                     जज्बातों के किनारे को लहरों कि।
जज्बातों के किनारे को लहरों कि पहचान देती है हर रोशनी को आशाओं कि तलाश देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर कदम को बदलावों कि रोशनी देती है हर उजाले को अंदाजों कि पहचान देती है हर अदा को एहसासों कि उम्मीद देती है हर कोशिश को उजालों कि तलाश देती है हर अफसाने को आशाओं कि सुबह देती है हर खयाल को आशाओं कि दास्तान देती है।
जज्बातों के किनारे को लहरों कि पहचान देती है हर रोशनी को उजालों कि उम्मीद देती है हर अंदाज को कदमों कि पहचान देती है हर आस को इरादों कि तलाश देती है हर आवाज को तरानों कि तलाश देती है हर रोशनी को आशाओं कि कोशिश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर खयाल को दिशाओं कि पुकार देती है हर कदम को बदलावों कि राहों कि दास्तान देती है।
जज्बातों के किनारे को लहरों कि पहचान देती है हर रोशनी को दिशाओं कि कोशिश देती है हर रोशनी को उजालों कि तलाश देती है हर अफसाने को इशारों कि पुकार देती है हर उम्मीद को खयालों कि पहचान देती है हर आसमान को बादलों कि तलाश देती है हर रंग को दिशाओं कि कोशिश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर रोशनी को उजालों कि पहचान कि दास्तान देती है।
जज्बातों के किनारे को लहरों कि पहचान देती है हर रोशनी को कदमों कि तलाश देती है हर पुकार को एहसासों कि तलाश देती है हर अंदाज को किनारों कि लहर देती है हर खयाल को आशाओं कि उमंग देती है हर किनारे को दिशाओं कि सुबह देती है हर खुशी को आशाओं कि कोशिश देती है हर अफसाने को किरदारों कि कोशिश देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार कि दास्तान देती है।
जज्बातों के किनारे को लहरों कि पहचान देती है हर रोशनी को आवाजों कि पुकार देती है हर अंदाज को कदमों कि कोशिश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर दास्तान को इशारों कि पुकार देती है हर उजाले को अंदाजों कि रोशनी देती है हर कदम को एहसासों कि उम्मीद देती है हर अल्फाज को दिशाओं कि पुकार देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश कि दास्तान देती है।
जज्बातों के किनारे को लहरों कि पहचान देती है हर रोशनी को राहों कि कोशिश देती है हर आसमान को बादलों कि पहचान देती है हर अंदाज को एहसासों कि उम्मीद देती है हर दिशा को बदलावों कि उम्मीद देती है हर उम्मीद को खयालों कि उमंग देती है हर पुकार को दास्तानों कि तलाश देती है हर परख को लम्हों कि जरुरत देती है हर दिशा को बदलावों कि उम्मीद कि दास्तान देती है।
जज्बातों के किनारे को लहरों कि पहचान देती है हर रोशनी को आशाओं कि समझ देती है हर खयाल को आवाजों कि परख देती है हर अदा को कदमों कि तलाश देती है हर आवाज को तरानों कि आहट देती है हर अंदाज को किनारों कि आस देती है हर दिशा को बदलावों कि उम्मीद देती है हर उजाले को अंदाजों कि पहचान देती है हर कदम को एहसासों कि तलाश कि दास्तान देती है।
जज्बातों के किनारे को लहरों कि पहचान देती है हर रोशनी को अदाओं कि तलाश देती है हर दिशा को बदलावों कि कोशिश देती है हर कदम को एहसासों कि उम्मीद देती है हर उजाले को रोशनी कि पहचान देती है हर आस को इरादों कि तलाश देती है हर खयाल को आशाओं कि तलाश देती है हर आसमान को बादलों कि उमंग देती है हर दिशा को बदलावों कि उम्मीद कि दास्तान देती है।
जज्बातों के किनारे को लहरों कि पहचान देती है हर रोशनी को आशाओं कि कोशिश देती है हर अदा को एहसासों कि तलाश देती है हर दिशा को बदलावों कि कोशिश देती है हर अल्फाज को कदमों कि तलाश देती है हर खयाल को आवाजों कि समझ देती है हर कदम को एहसासों कि उम्मीद देती है हर तराने को आशाओं कि कोशिश देती है हर अंदाज को कदमों कि तलाश कि दास्तान देती है।
जज्बातों के किनारे को लहरों कि पहचान देती है हर रोशनी को उजालों कि किरण देती है हर खयाल को आशाओं कि कोशिश देती है हर अंदाज को कदमों कि अहमियत देती है हर किनारे को लहरों कि दोस्ती देती है हर एहसास को दिशाओं कि पुकार देती है हर अंदाज को कदमों कि कोशिश देती है हर अफसाने को दिशाओं कि पुकार देती है हर एहसास को दिशाओं कि राह कि दास्तान देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५४७३. अफसानों को कदमों की।

                          अफसानों को कदमों की। अफसानों को कदमों की सौगात मुस्कान सुनाती है तरानों की सरगम संग कोशिश दिलाती है लम्हों को एहसा...