Sunday 10 November 2019

कविता. ३२३२. अरमानों को सपनों कि सौगात।

                                                              अरमानों को सपनों कि सौगात।
अरमानों को सपनों कि सौगात सहारे देती है दिशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है दास्तानों को पहचान कि समझ उमंग देती है राहों को जज्बातों कि सुबह नजारे देती है अदाओं को किनारों कि परख कोशिश देती है तरानों को बदलावों कि सोच सपने देती है कदमों को आवाजों कि तलाश इशारे देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ आशाओं कि पहचान देती है।
अरमानों को सपनों कि सौगात परख देती है दास्तानों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है दिशाओं को बदलाव कि सुबह सौगात देती है कदमों को आशाओं कि समझ पहचान देती है आशाओं को नजारों कि कोशिश इशारे देती है कदमों को लहरों कि सोच तलाश देती है हवाओं को जज्बातों कि समझ नजारे देती है राहों को एहसासों कि सुबह आशाओं कि पहचान देती है।
अरमानों को सपनों कि सौगात पुकार देती है आवाजों को खयालों कि पुकार इशारे देती है आशाओं को तरानों कि लहर सरगम देती है दिशाओं को अंदाजों कि सुबह इरादे देती है अल्फाजों को दास्तानों कि सरगम परख देती है आशाओं को नजारों कि राह तराने देती है कोशिश को अफसानों कि राह लहरे देती है दिशाओं को जज्बातों कि समझ आशाओं कि पहचान देती है।
अरमानों को सपनों कि सौगात इशारे देती है किनारों को लहरों कि सोच सपने देती है उजालों को रोशनी कि परख दास्ताने देती है उम्मीदों को कदमों कि आहट सहारे देती है दिशाओं को अफसानों कि सोच पुकार देती है अंदाजों को एहसासों कि कोशिश तराने देती है जज्बातों को अदाओं कि लहर सहारे देती है अंदाजों को बदलावों कि सरगम आशाओं कि पहचान देती है।
अरमानों को सपनों कि सौगात किनारे देती है खयालों को जज्बातों कि समझ किनारे देती है अंदाजों को कदमों कि सोच इशारे देती है अल्फाजों को दिशाओं कि परख सपने देती है नजारों को दास्तानों कि समझ रोशनी देती है कदमों को अरमानों कि समझ दिशाएं देती है बदलावों को राहों कि सुबह नजारे देती है अदाओं को अफसानों कि परख आशाओं कि पहचान देती है।
अरमानों को सपनों कि सौगात तराने देती है दिशाओं को कदमों कि आहट दास्ताने देती है किनारों को लहरों कि परख राहे देती है नजारों को अदाओं कि रोशनी उजाले देती है जज्बातों को अफसानों कि सरगम धून देती है आशाओं को एहसासों कि तलाश अदाएं देती है परख को खयालों कि आस समझ देती है लहरों को जज्बातों कि पुकार आशाओं कि पहचान देती है।
अरमानों को सपनों कि सौगात सहारे देती है कोशिश को दिशाओं कि परख राहे देती है अफसानों को तरानों कि धून सरगम देती है लहरों को दास्तानों कि सोच उम्मीदे देती है किनारों को अल्फाजों कि राह इशारे देती है अंदाजों को अरमानों कि सुबह उजाले देती है उम्मीदों को जज्बातों कि रोशनी पुकार देती है खयालों को दिशाओं कि समझ आशाओं कि पहचान देती है।
अरमानों को सपनों कि सौगात धून देती है नजारों को अफसानों कि समझ दास्ताने देती है जज्बातों को दिशाओं कि सुबह राह देती है आशाओं को नयी सुबह पुकार देती है कदमों को खयालों कि लहर सोच देती है दास्तानों को अल्फाजों कि परख उम्मीदे देती है किनारों को दिशाओं कि समझ सुबह देती है तरानों को जज्बातों कि लहर आशाओं कि पहचान देती है।
अरमानों को सपनों कि सौगात इशारे देती है दिशाओं को किनारों कि परख अफसाने देती है इरादों को कदमों कि सरगम पुकार देती है खयालों को पुकार धून देती है दास्तानों को राहों कि लहर कोशिश देती है किनारों को अल्फाजों कि सोच उजाले देती है तरानों को आवाजों कि धून इशारे देती है लहरों को उम्मीदों कि सुबह परख देती है कदमों को अदाओं कि राह आशाओं कि पहचान देती है।
अरमानों को सपनों कि सौगात परख देती है कदमों को खयालों कि पुकार एहसास देती है तरानों को दिशाओं कि सौगात तराने देती है नजारों को जज्बातों कि सुबह नजारे देती है अंदाजों को दास्तानों कि समझ लहरे देती है किनारों को अल्फाजों कि परख राह देती है आशाओं को लहरों कि सोच कोशिश देती है बदलावों को एहसासों कि परख आशाओं कि पहचान देती है।

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