Saturday 2 November 2019

कविता. ३२१६. हर लहर को नदीया कि पुकार।

                                                     हर लहर को नदीया कि पुकार।
हर लहर को नदीया कि पुकार सपने देती है दिशाओं को जज्बातों कि सौगात परख देती है खयालों को एहसासों कि सोच सहारे देती है इशारों को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है किनारों को खयालों कि उमंग इशारे देती है आशाओं को दास्तानों कि सोच पहचान देती है किनारों को नजारों कि पहचान सोच देती है अदाओं को खयालों कि उमंग इशारों कि आस एहसास देती है।
हर लहर को नदीया कि पुकार धून देती है कदमों को खयालों कि उमंग इशारे देती है अफसानों को किनारों कि समझ उम्मीद देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह नजारे देती है अदाओं को परख कि तलाश तराने देती है दिशाओं को किनारों कि समझ बदलाव देती है तरानों को बदलावों कि परख किनारे देती है दास्तानों को जज्बातों कि रोशनी उजालों कि आस एहसास देती है।
हर लहर को नदीया कि पुकार उम्मीदे देती है राहों को अफसानों कि तलाश तराने देती है नजारों को अंदाजों कि सोच लहर देती है दास्तानों को अंदाजों कि समझ उमंग देती है कदमों को इरादों कि समझ बदलाव देती है अदाओं को कदमों कि सुबह उम्मीद देती है लहरों को अंदाजों कि समझ पहचान देती है राहों को लहरों कि पहचान इशारों कि आस एहसास देती है।
हर लहर को नदीया कि पुकार तराने देती है आशाओं को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ सुबह देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ सपने देती है नजारों को अफसानों कि तलाश इशारे देती है किनारों को अंदाजों कि परख उम्मीदे देती है दिशाओं को कदमों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को लहरों कि आस एहसास देती है।
हर लहर को नदीया कि पुकार लहरे देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सहारे देती है किनारों को एहसासों कि सुबह खयाल देती है दास्तानों को तरानों कि परख उजाले देती है अदाओं को जज्बातों कि रोशनी मुस्कान देती है अदाओं को कदमों कि समझ उमंग देती है खयालों को नजारों कि समझ उम्मीद देती है आशाओं को अंदाजों कि आस एहसास देती है।
हर लहर को नदीया कि पुकार दास्ताने देती है अदाओं को आशाओं कि परख किनारे देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सपने देती है कदमों को उम्मीदों कि कोशिश इरादे देती है नजारों को दिशाओं कि सरगम धून देती है जज्बातों को किनारों कि लहर अल्फाज देती है तरानों को बदलावों कि कोशिश राह देती है तरानों को आवाजों कि आस एहसास देती है।
हर लहर को नदीया कि पुकार नजारे देती है दास्तानों को अंदाजों कि तलाश इशारे देती है आशाओं को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है दिशाओं को कदमों कि कहानी उम्मीदे देती है अदाओं को अरमानों कि समझ बदलाव देती है दिशाओं को आशाओं कि परख उजाले देती है रोशनी को उम्मीदों कि परख किनारे देती है दास्तानों को राहों कि आस एहसास देती है।
हर लहर को नदीया कि पुकार राहे देती है दिशाओं को कदमों कि समझ बदलाव देती है दास्तानों को कोशिश कि समझ उम्मीद देती है आशाओं को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है किनारों को अंदाजों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को अरमानों कि सोच सपने देती है आशाओं को अंदाजों कि समझ उम्मीद देती है रोशनी को बदलावों कि आस एहसास देती है।
हर लहर को नदीया कि पुकार सपने देती है आशाओं को किनारों कि लहर सपने देती है दास्तानों को नजारों कि सौगात परख देती है राहों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को जज्बातों कि समझ बदलाव देती है दास्तानों को अंदाजों कि सोच सपने देती है कदमों को उम्मीदों कि सुबह खयाल देती है अदाओं को अफसानों कि आस एहसास देती है।
हर लहर को नदीया कि पुकार दास्ताने देती है अदाओं को जज्बातों कि रोशनी उम्मीदे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है आवाजों को अंदाजों कि लहर अल्फाज देती है जज्बातों को कदमों कि समझ उम्मीद देती है दिशाओं को तरानों कि समझ उमंग देती है आशाओं को किनारों कि आस एहसास देती है।

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