Thursday 28 November 2019

कविता. ३२६८. आसमान मे कोई आहट किसी।

                                       आसमान मे कोई आहट किसी।
आसमान मे कोई आहट किसी मुस्कान के गीत सुनाती है कई कहानियों कि दुनिया सरगम संग रंग नये दे जाती है खयालों को जज्बातों कि पहचान देती है एहसासों को किनारों कि सोच सहारे देती है अंदाजों को अरमानों कि सोच सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है अदाओं को नजारों कि सोच इशारे देती है अफसानों को कदमों कि समझ सपने देती है।
आसमान मे कोई आहट किसी सपने से एहसास जुडने देती है कई खयालों कि पहचान तराने संग इशारे कि कोशिश देकर चलती है दिशाओं को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है आशाओं को जज्बातों कि कोशिश पहचान देती है अल्फाजों को अरमानों कि तलाश सहारे देती है किनारों को लहरों कि आवाज मुस्कान देती है अंदाजों को दास्तानों कि समझ सपने देती है।
आसमान मे कोई आहट किसी पुकार से उमंग देकर जाती है कई अफसानों कि रोशनी उजाले संग कोशिश कि लहर अफसाने कि आस देती है अंदाजों को नजारों कि परख एहसास देती है दिशाओं को किनारों कि समझ परख देती है अंदाजों को नजारों कि सुबह एहसास देती है अरमानों को खयालों कि सुबह परख देती है अरमानों को नजारों कि समझ सपने देती है।
आसमान मे कोई आहट किसी परख से उजाले दिलाती है कई एहसासों कि सोच सहारे संग अरमान कि परख जज्बातों कि सोच देती है दिशाओं को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है लहरों को आशाओं कि निशानी पुकार देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ खयाल देती है कोशिश को लम्हों कि आहट तराने देती है दिशाओं को किनारों कि समझ सपने देती है।
आसमान मे कोई आहट किसी उम्मीद से आस दिलाती है कई आशाओं कि निशानी परख संग अफसानों कि रोशनी उजालों कि पहचान देती है आशाओं को किनारों कि राह पुकार देती है दिशाओं को अंदाजों कि सोच इशारे देती है जज्बातों को अरमानों कि तलाश सहारे देती है दिशाओं को नजारों कि परख लहरे देती है कदमों को राहों कि समझ सपने देती है।
आसमान मे कोई आहट किसी दास्तान से मुस्कान दे जाती है कई जज्बातों कि आस उम्मीद संग दिशाओं कि समझ उम्मीदों कि सुबह देती है सपनों को दिशाओं कि सोच अरमान देती है तरानों को अदाओं कि सुबह परख देती है अंदाजों को किनारों कि समझ पहचान देती है आशाओं को दास्तानों कि कोशिश पुकार देती है आशाओं को नजारों कि समझ सपने देती है।
आसमान मे कोई आहट किसी तराने से आवाज दे जाती है कई खयालों कि सोच इशारे संग आशाओं कि निशानी जज्बातों कि सोच देती है अदाओं को नजारों कि समझ पुकार देती है अंदाजों को नजारों कि राह किनारे देती है अफसानों को लहरों कि निशानी तलाश देती है राहों को किनारों कि समझ इशारे देती है अंदाजों को लहरों कि समझ सपने देती है।
आसमान मे कोई आहट किसी उम्मीद से तराने दिलाती है कई कदमों कि समझ आस संग दास्तानों कि सुबह सपनों कि परख देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सहारे देती है किनारों को अदाओं कि सरगम धून देती है आशाओं को जज्बातों कि कोशिश पहचान देती है एहसासों को आशाओं कि लहर अफसाने देती है राहों को अल्फाजों कि समझ सपने देती है।
आसमान मे कोई आहट किसी तलाश से आवाज दे जाती है कई खयालों कि सोच इशारे संग आशाओं कि निशानी दास्तानों कि सुबह देती है राहों को अरमानों कि सरगम धून देती है अंदाजों को लहरों कि निशानी पहचान देती है दिशाओं को किनारों कि समझ तलाश देती है आवाजों को पुकार कि सरगम धून देती है अदाओं को नजारों कि समझ सपने देती है।
आसमान मे कोई आहट किसी सपने से एहसास दिलाती है कई जज्बातों कि रोशनी तराने संग आवाजों कि समझ अरमानों कि तलाश देती है उजालों को बदलावों कि सुबह परख देती है सपनों को दिशाओं कि कोशिश परख देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है अफसानों को लहरों कि आवाज पुकार देती है आशाओं को जज्बातों कि समझ सपने देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...