Monday 25 November 2019

कविता. ३२६१. हर कोशिश को लम्हों कि आहट।

                                        हर कोशिश को लम्हों कि आहट।
हर कोशिश को लम्हों कि आहट पहचान कि राहे देती है कदमों को जज्बातों कि समझ सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सौगात तलाश देती है कदमों को अल्फाजों कि सोच इशारे देती है तरानों को अदाओं कि सुबह सपने देती है कदमों को आशाओं कि सरगम दिशाएं देती है अंदाजों को खयालों कि पहचान इशारे देती है आशाओं को किनारों कि सरगम पुकार देती है।
हर कोशिश को लम्हों कि आहट तराने कि समझ देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह परख देती है सपनों को दिशाओं कि पहचान अदाएं देती है किनारों को जज्बातों कि सौगात तलाश देती है राहों को अफसानों कि रोशनी दास्ताने देती है अंदाजों को आशाओं कि सोच इरादे देती है तरानों को अदाओं कि सुबह सपने देती है खयालों को किनारों कि सरगम पुकार देती है।
हर कोशिश को लम्हों कि आहट जज्बात कि सोच देती है उजालों को अरमानों कि तलाश सहारे देती है कदमों को अल्फाजों कि परख इशारे देती है लहरों को आशाओं कि निशानी पहचान देती है तरानों को दास्तानों कि सोच मुस्कान देती है किनारों को अदाओं कि परख आस देती है आवाजों को कदमों कि आहट इशारे देती है दिशाओं को किनारों कि सरगम पुकार देती है।
हर कोशिश को लम्हों कि आहट तलाश कि सुबह देती है सपनों को दिशाओं कि समझ इशारे देती है आशाओं को कदमों कि कोशिश पहचान देती है अंदाजों को दास्तानों कि परख आस देती है खयालों को इशारों कि राह जज्बात देती है नजारों को रोशनी कि सौगात तलाश देती है कदमों को अल्फाजों कि परख नजारे देती है अंदाजों को किनारों कि सरगम पुकार देती है।
हर कोशिश को लम्हों कि आहट कदमों कि आहट देती है अंदाजों को अदाओं कि सुबह सपने देती है अफसानों को लहरों कि कहानी सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सरगम धून देती है आशाओं को किनारों कि सुबह सपने देती है आशाओं को कदमों कि समझ दास्ताने देती है अदाओं को नजारों कि सरगम धून देती है आशाओं को किनारों कि सरगम पुकार देती है।
हर कोशिश को लम्हों कि आहट तराने कि सुबह देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश सहारे देती है राहों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है अंदाजों को लहरों कि निशानी आस देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ नजारे देती है अंदाजों को खयालों कि सोच इशारे देती है अफसानों को कदमों कि सुबह सपने देती है अदाओं को किनारों कि सरगम पुकार देती है।
हर कोशिश को लम्हों कि आहट सपने कि पहचान देती है दिशाओं को किनारों कि लहर अफसाने देती है अंदाजों को कदमों कि सोच इशारे देती है अफसानों को जज्बातों कि समझ सुबह देती है सपनों को कदमों कि आहट तराने देती है दास्तानों को अदाओं कि सुबह परख देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच इशारे देती है दिशाओं को किनारों कि सरगम पुकार देती है।
हर कोशिश को लम्हों कि आहट नजारे कि समझ देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को अफसानों कि सोच सहारे देती है खयालों को इशारों कि राह किनारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह परख देती है दिशाओं को नजारों कि समझ तलाश देती है कदमों को अल्फाजों कि परख आस देती है अदाओं को किनारों कि सरगम पुकार देती है।
हर कोशिश को लम्हों कि आहट तराने कि सुबह देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है आवाजों को खयालों कि सुबह सपने देती है एहसासों को लहरों कि निशानी पहचान देती है आवाजों को अरमानों कि तलाश सहारे देती है अंदाजों को दास्तानों कि राह किनारे देती है अंदाजों को एहसासों कि सोच इशारे देती है दिशाओं को किनारों कि सरगम पुकार देती है।
हर कोशिश को लम्हों कि आहट परख कि तलाश देती है तरानों को अदाओं कि सुबह सपने देती है अंदाजों को लहरों कि आवाज पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है राहों को अल्फाजों कि परख आस देती है दास्तानों को लहरों कि निशानी आवाज देती है आशाओं को किनारों कि सरगम पुकार देती है।

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