Sunday 24 November 2019

कविता. ३२५९ हर किनारे को राहों कि पहचान।

                                                                हर किनारे को राहों कि पहचान।
हर किनारे को राहों कि पहचान तराने देती है अंदाजों को नजारों कि सौगात सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सरगम उमंग देती है दिशाओं को आशाओं कि निशानी पहचान देती है कदमों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि रोशनी तलाश देती है जज्बातों को अरमानों कि कोशिश इशारे देती है दिशाओं को सोच कि उमंग देती है।
हर किनारे को राहों कि पहचान सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह सपने देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है किनारों को अदाओं कि सुबह सपने देती है दास्तानों को अफसानों कि समझ तराने देती है कोशिश को अरमानों कि तलाश इरादे देती है दास्तानों को अफसानों कि पहचान अदाएं देती है नजारों को रोशनी कि उमंग देती है।
हर किनारे को राहों कि पहचान इशारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है आवाजों को तरानों कि पुकार सोच देती है अंदाजों को नजारों कि सरगम धून देती है आशाओं को जज्बातों कि रोशनी खयाल देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह सपने देती है अंदाजों को दास्तानों कि परख आस देती है आवाजों को पुकार कि उमंग देती है।
हर किनारे को राहों कि पहचान इरादे देती है खयालों को अरमानों कि तलाश सहारे देती है आशाओं को कदमों कि पहचान अदाएं देती है आशाओं को किनारों कि सरगम धून देती है जज्बातों को अरमानों कि तलाश आस देती है अंदाजों को नजारों कि समझ परख देती है अदाओं को नजारों कि सुबह सपने देती है कोशिश को लम्हों कि उमंग देती है।
हर किनारे को राहों कि पहचान नजारे देती है आवाजों को एहसासों कि सोच सपने देती है अरमानों को नजारों कि परख आस देती है अंदाजों को कदमों कि आहट पुकार देती है आशाओं को किनारों कि सोच इशारे देती है आशाओं को जज्बातों कि सुबह सपने देती है कोशिश को अरमानों कि तलाश सहारे देती है आवाजों को तरानों कि उमंग देती है।
हर किनारे को राहों कि पहचान दास्ताने देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह परख देती है आशाओं को कदमों कि तलाश सुबह देती है सपनों को आशाओं कि निशानी आस देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है तरानों को अदाओं कि कोशिश परख देती है जज्बातों को अल्फाजों कि समझ आस देती है अंदाजों को लहरों कि उमंग देती है।
हर किनारे को राहों कि पहचान इशारे देती है आशाओं को जज्बातों कि पुकार आवाज देती है लहरों को आशाओं कि समझ सपने देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश परख देती है तरानों को अदाओं कि सुबह अरमान देती है आवाजों को बदलावों कि पहचान अदाएं देती है आशाओं को कदमों कि आहट परख देती है कोशिश को आशाओं कि उमंग देती है।
हर किनारे को राहों कि पहचान तराने देती है आवाजों को किनारों कि परख आस देती है दिशाओं को बदलावों कि पहचान अदाएं देती है अंदाजों को नजारों कि समझ अरमान देती है एहसासों को आशाओं कि निशानी अरमान देती है खयालों को ख्वाबों कि सरगम धून देती है कोशिश को अंदाजों कि परख तलाश देती है जज्बातों को दिशाओं कि उमंग देती है।
हर किनारे को राहों कि पहचान दास्ताने देती है दिशाओं को नजारों कि सोच सहारे देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देती है अफसानों को जज्बातों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को किनारों कि समझ अफसाने देती है आशाओं को किनारों कि आहट अरमान देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह सपने देती है अदाओं को नजारों कि उमंग देती है।
हर किनारे को राहों कि पहचान अफसाने देती है अल्फाजों को दास्तानों कि परख आस देती है अंदाजों को लहरों कि निशानी आस देती है नजारों को बदलावों कि सुबह सपने देती है अदाओं को दास्तानों कि सोच इशारे देती है अंदाजों को बदलावों कि सुबह सपने देती है किनारों को जज्बातों कि समझ कोशिश देती है अफसानों को कदमों कि उमंग देती है।

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