Friday 22 November 2019

कविता. ३२५५. हर राह को किसी पुकार कि पहचान।

                                            हर राह को किसी पुकार कि पहचान।
हर राह को किसी पुकार कि पहचान इशारे देती है दास्तानों को अरमानों कि कोशिश पहचान देती है परख को अल्फाजों कि आशाएं आस देती है दिशाओं को जज्बातों कि पहचान तराने देती है कदमों को अल्फाजों कि परख एहसास देती है मन के आसमान को उम्मीद कि धारा दिशाएं देती है नजारों को रोशनी कि निशानी आशाओं कि सरगम देती है।
हर राह को किसी पुकार कि पहचान इरादे देती है तरानों को अदाओं कि सोच इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि पुकार आस देती है कदमों को अल्फाजों कि समझ किनारे देती है अंदाजों को दास्तानों कि सुबह सपने देती है दिशाओं मे अफसानों को लहरों कि सौगात तराने देती है आवाजों को एहसासों कि धून अफसाने कि सरगम देती है।
हर राह को किसी पुकार कि पहचान दास्ताने देती है दिशाओं को बदलावों कि कोशिश राहे देती है अंदाजों को कदमों कि कोशिश अल्फाज देती है एहसासों को आशाओं के लहरों कि निशानी पहचान देती है दिशाओं को अदाओं कि मुस्कान आस देती है कोशिश को खयालों कि सोच इशारे देती है दिशाओं को बदलावों कि पुकार आवाज कि सरगम देती है।
हर राह को किसी पुकार कि पहचान किनारे देती है नजारों को रोशनी कि दिशाएं अफसाने देती है आशाओं को किनारों कि सुबह सपने देती है अफसानों को कदमों के दिशाओं कि परख अरमान देती है अफसानों को कदमों कि पुकार सहारे देती है दिशाओं को बदलावों कि तलाश किनारे देती है दास्तानों को आशाओं कि निशानी आस कि सरगम देती है।
हर राह को किसी पुकार कि पहचान तराने देती है दिशाओं को बदलावों कि निशानी अरमान देती है दिशाओं को जज्बातों कि समझ एहसास देती है अंदाजों को किनारों कि समझ तलाश देती है आशाओं को लहरों कि पहचान तराने देती है अफसानों को लहरों कि निशानी सोच देती है दिशाओं को बदलावों कि आवाज जज्बातों कि सरगम देती है।
हर राह को किसी पुकार कि पहचान अफसाने देती है आशाओं को किनारों कि समझ दिशाएं देती है अल्फाजों को दास्तानों कि परख अफसाने देती है कदमों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है आवाजों को तरानों कि पुकार सहारे देती है आशाओं को जज्बातों कि आवाज नजारे देती है अंदाजों को कदमों कि आहट अफसानों कि सरगम देती है।
हर राह को किसी पुकार कि पहचान नजारे देती है दास्तानों को खयालों कि सोच सहारे देती है एहसासों को लहरों कि समझ अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह सपने देती है अफसानों को जज्बातों कि कोशिश पहचान देती है अंदाजों को तरानों कि पुकार आवाज देती है दास्तानों को आशाओं कि निशानी किनारों कि सरगम देती है।
हर राह को किसी पुकार कि पहचान कोशिश देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तलाश देती है जज्बातों को अंदाजों कि सुबह सपने देती है अदाओं को दास्तानों कि निशानी आस देती है अंदाजों को अल्फाजों कि समझ परख देती है अफसानों को कदमों कि आहट तराने देती है अरमानों को नजारों कि परख एहसासों कि सरगम देती है।
हर राह को किसी पुकार कि पहचान एहसास देती है अंदाजों को तरानों कि पुकार अफसाने देती है दास्तानों को आशाओं कि निशानी कोशिश देती है अरमानों को दिशाओं कि सोच सहारे देती है अदाओं को किनारों कि सुबह सपने देती है आशाओं को किनारों कि समझ नजारे देती है अफसानों को लहरों कि कोशिश अंदाजों कि सरगम देती है।
हर राह को किसी पुकार कि पहचान अदाएं देती है आवाजों को खयालों कि समझ एहसास देती है दिशाओं को बदलावों कि पुकार आवाज देती है अंदाजों को कदमों कि आहट कोशिश देती है तरानों को दास्तानों कि निशानी आस देती है अरमानों को अदाओं कि मुस्कान अहमियत देती है किनारों को आशाओं कि आस नजारों कि सरगम देती है।

No comments:

Post a Comment

कविता. ५१६६. कोशिश की कहानी अक्सर।

                              कोशिश की कहानी अक्सर। कोशिश की कहानी अक्सर अरमानों की पुकार सुनाती है दास्तानों को एहसासों की रोशनी सौगात दिला...