Thursday 28 November 2019

कविता. ३२६७. हर दास्तान को कदमों कि समझ।

                                    हर दास्तान को कदमों कि समझ।
हर दास्तान को कदमों कि समझ इशारे देती है आशाओं को किनारों कि सरगम राहे देती है अंदाजों को नजारों कि सोच सहारे देती है जज्बातों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है दिशाओं को जज्बातों कि सौगात तलाश देती है खयालों को इशारों कि कोशिश अरमान जगाती है अदाओं को नजारों कि तलाश अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह देती है।
हर दास्तान को कदमों कि समझ उम्मीदे देती है अंदाजों को नजारों कि परख पहचान देती है दास्तानों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है अल्फाजों को राहों कि समझ तलाश देती है खयालों को इशारों कि कोशिश परख देती है दिशाओं को तरानों कि सोच इशारे देती है अरमानों को कदमों कि पहचान तराने देती है किनारों को बदलावों कि सुबह देती है।
हर दास्तान को कदमों कि समझ तराने देती है जज्बातों को दिशाओं कि सरगम पुकार देती है अदाओं को नजारों कि सोच सहारे देती है अफसानों को कदमों कि समझ खयाल देती है दिशाओं को जज्बातों कि सोच किनारे देती है राहों को अल्फाजों कि परख आस देती है नजारों को रोशनी कि सुबह सपने देती है आशाओं को बदलावों कि सुबह देती है।
हर दास्तान को कदमों कि समझ उजाले देती है दिशाओं को तरानों कि समझ इरादे देती है जज्बातों को अंदाजों कि रोशनी उजाले देती है अल्फाजों को खयालों कि सोच सहारे देती है नजारों को अंदाजों कि परख आस देती है दिशाओं को आशाओं कि निशानी एहसास देती है अंदाजों को बदलावों कि सोच इशारे देती है कदमों को बदलावों कि सुबह देती है।
हर दास्तान को कदमों कि समझ उम्मीदे देती है अंदाजों को नजारों कि पुकार सहारे देती है आशाओं को किनारों कि समझ इशारे देती है लहरों को दिशाओं कि निशानी आस देती है अल्फाजों को राहों कि पहचान तराने देती है अरमानों को नजारों कि सोच इरादे देती है कदमों को जज्बातों कि तलाश सहारे देती है राहों को बदलावों कि सुबह देती है।
हर दास्तान को कदमों कि समझ इरादे देती है दिशाओं को किनारों कि कोशिश परख देती है अंदाजों को नजारों कि सरगम पुकार देती है जज्बातों को राहों कि सोच सहारे देती है खयालों को इशारों कि समझ अफसाने देती है कदमों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है दास्तानों को लहरों कि निशानी पहचान देती है उजालों को बदलावों कि सुबह देती है।
हर दास्तान को कदमों कि समझ अफसाने देती है राहों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है कदमों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है तरानों को अदाओं कि सुबह सपने देती है अंदाजों को नजारों कि सोच इशारे देती है खयालों को मुस्कान कि उमंग सहारे देती है अरमानों को नजारों कि समझ सबेरा देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह देती है।
हर दास्तान को कदमों कि समझ उजाले देती है दिशाओं को किनारों कि सोच सहारे देती है तरानों को अदाओं कि कोशिश पहचान देती है अंदाजों को जज्बातों कि सौगात तलाश देती है अफसानों को कदमों कि समझ आस देती है दिशाओं को परख कि सोच पुकार देती है अदाओं को आशाओं कि निशानी पहचान देती है तरानों को बदलावों कि सुबह देती है।
हर दास्तान को कदमों कि समझ तराने देती है अफसानों को कदमों कि आहट पुकार देती है आशाओं को किनारों कि परख आस देती है दिशाओं को नजारों कि समझ सुबह देती है दास्तानों को लहरों कि निशानी पहचान देती है कोशिश को लम्हों कि आहट सरगम देती है खयालों को नजारों कि समझ अफसाने देती है राहों को बदलावों कि सुबह देती है।
हर दास्तान को कदमों कि समझ अफसाने देती है जज्बातों को राहों कि आस किनारे देती है अंदाजों को लहरों कि सोच पुकार देती है कोशिश को आशाओं कि निशानी पहचान देती है लम्हों को अल्फाजों कि परख सहारे देती है दिशाओं को किनारों कि समझ अफसाने देती है अंदाजों को अदाओं कि कोशिश पहचान देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह देती है।

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