Friday 15 November 2019

कविता. ३२४१. बदलाव को जज्बातों कि पुकार।

                                          बदलाव को जज्बातों कि पुकार।
बदलाव को जज्बातों कि पुकार सपने देती है उजालों को अरमानों कि सौगात खयाल देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ उमंग देती है आशाओं को किनारों कि लहर इशारे देती है अदाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है आशाओं को अंदाजों कि सोच सपने देती है दिशाओं को सपनों कि तलाश तराने देती है नजारों को अंदाजों कि सुबह नजारे देती है।
बदलाव को जज्बातों कि पुकार किनारे देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ उम्मीद देती है राहों को अंदाजों कि तलाश सहारे देती है कदमों को अरमानों कि सुबह नजारे देती है अदाओं को किनारों कि लहर सपने देती है अफसानों को तरानों कि सुबह एहसास देती है आशाओं के दिशाओं को राहों कि लहर सपने देती है दिशाओं को अरमानों कि एहसास नजारे देती है।
बदलाव को जज्बातों कि पुकार सपने देती है आशाओं को कदमों कि आहट अल्फाज देती है रोशनी को दिशाओं कि सरगम धून देती है किनारों को एहसासों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को अंदाजों कि सोच सहारे देती है अदाओं को अरमानों कि रोशनी उजाले देती है तरानों को दास्तानों कि समझ उम्मीद देती है अल्फाजों को अफसानों कि समझ नजारे देती है।
बदलाव को जज्बातों कि पुकार राहे देती है अदाओं को दास्तानों कि समझ उमंग देती है आशाओं को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अल्फाजों कि समझ उम्मीद देती है राहों को किनारों कि लहर इशारे देती है दिशाओं को कदमों कि परख उजाले देती है किनारों को एहसासों कि सरगम धून देती है दास्तानों को जज्बातों कि सौगात नजारे देती है।
बदलाव को जज्बातों कि पुकार उजाले देती है दिशाओं को अरमानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह नजारे देती है दास्तानों को अंदाजों कि पुकार सपने देती है कदमों को इरादों कि सोच सहारे देती है किनारों को नजारों कि परख उजाले देती है दिशाओं को लहरों कि सोच सपने देती है इशारों को अंदाजों कि सुबह उमंग देती है राहों को दिशाओं कि आस नजारे देती है।
बदलाव को जज्बातों कि पुकार दास्ताने देती है राहों को अंदाजों कि तलाश तराने देती है अल्फाजों को कोशिश कि परख उजाले देती है लहरों को खयालों कि उमंग इशारे देती है दिशाओं को जज्बातों कि सरगम धून देती है अदाओं को अरमानों कि समझ उम्मीद देती है आशाओं को एहसासों कि कोशिश अफसाने देती है अंदाजों को राहों कि सोच नजारे देती है।
बदलाव को जज्बातों कि पुकार इशारे देती है अदाओं को जज्बातों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ उमंग देती है दास्तानों को अरमानों कि समझ उम्मीद देती है कदमों को आशाओं कि परख उजाले देती है अंदाजों को किनारों कि लहर अल्फाज देती है अल्फाजों को लहरों कि तलाश तराने देती है एहसासों को कदमों कि आहट नजारे देती है।
बदलाव को जज्बातों कि पुकार इरादे देती है दिशाओं को अरमानों कि सुबह खयाल देती है अदाओं को किनारों कि लहर इशारे देती है तरानों को आशाओं कि समझ उमंग देती है राहों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है कदमों को आशाओं कि परख उम्मीदे देती है अंदाजों को तरानों कि सरगम धून देती है अफसानों को किनारों कि पहचान नजारे देती है।
बदलाव को जज्बातों कि पुकार सपने देती है नजारों को अंदाजों कि सोच सहारे देती है कदमों को आशाओं कि परख किनारे देती है दिशाओं को अफसानों कि समझ सुबह देती है दास्तानों को कदमों कि आहट अल्फाज देती है दिशाओं को अंदाजों कि तलाश सहारे देती है राहों को एहसासों कि परख उजाले देती है रोशनी को तरानों कि कोशिश नजारे देती है।
बदलाव को जज्बातों कि पुकार किनारे देती है दास्तानों को अफसानों कि तलाश इशारे देती है दिशाओं को अरमानों कि समझ उमंग देती है नजारों को तरानों कि सोच सहारे देती है अल्फाजों को जज्बातों कि सुबह उमंग देती है उम्मीदों को आशाओं कि सोच पहचान देती है किनारों को अंदाजों कि सरगम खयाल देती है दिशाओं को किनारों कि लहर नजारे देती है।

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