Friday 6 December 2019

कविता. ३२८३. हर कदम के संग अरमान कि।

                                              हर कदम के संग अरमान कि।
हर कदम के संग अरमान कि कोशिश मुस्कुराने कि उमंग देती है अंदाजों को दिशाओं कि पहचान बहारों कि तरंग देती है आशाओं को जज्बातों कि दिशाएं सुबह देती है अरमानों को एहसासों कि सोच सरगम देती है किनारों को कोशिश कि अहमियत देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है आशाओं को किनारों कि समझ एहसास कि पुकार देती है।
हर कदम के संग अरमान कि सोच मुस्कुराने कि उम्मीद देती है सपनों को अदाओं कि समझ सुबह कि तलाश देती है अंदाजों को नजारों कि समझ अफसाने देती है दिशाओं को बदलावों कि पहचान तराने देती है अल्फाजों को खयाल कि अहमियत देती है अल्फाजों को लहरों कि निशानी परख देती है दास्तानों को सपनों कि परख अफसाने कि पुकार देती है।
हर कदम के संग अरमान कि समझ मुस्कुराने कि आस देती है जज्बातों को बदलावों कि लहर आवाज कि धून देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सोच सहारे देती है खयालों को ख्वाबों कि सरगम पुकार देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश देती है जज्बातों को बदलावों कि समझ पहचान देती है आशाओं को कदमों कि सोच खयाल कि पुकार देती है।
हर कदम के संग अरमान कि सुबह मुस्कुराने कि दास्तान देती है आशाओं को किनारों कि परख आस कि कोशिश देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश इरादे देती है आवाजों को तरानों कि सोच सरगम देती है अदाओं को खयालों कि परख देती है राहों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है आवाजों को बदलावों कि समझ अरमान कि पुकार देती है।
हर कदम के संग अरमान कि आस मुस्कुराने कि आस देती है तरानों को अदाओं कि सुबह रोशनी कि सोच देती है अफसानों को खयालों कि सुबह कोशिश देती है अरमानों को कदमों कि आहट पहचान देती है राहों को बदलावों कि कोशिश देती है जज्बातों को अल्फाजों कि समझ तलाश देती है किनारों को अदाओं कि सरगम आस कि पुकार देती है।
हर कदम के संग अरमान कि दास्तान मुस्कुराने कि सोच देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ खयाल कि सरगम देती है कोशिश को लम्हों कि आहट तराने देती है अंदाजों को जज्बातों कि सोच पहचान देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश देती है राहों को अफसानों कि रोशनी उजाले देती है अंदाजों को लहरों कि निशानी दास्तान कि पुकार देती है।
हर कदम के संग अरमान कि रोशनी मुस्कुराने कि बजह देती है दास्तानों को अल्फाजों कि सुबह उजाले कि परख देती है अंदाजों को नजारों कि समझ परख देती है तरानों को अदाओं कि सुबह उमंग देती है दिशाओं को बदलावों कि सुबह रोशनी देती है अंदाजों को कदमों कि आहट नजारे देती है दिशाओं को अफसानों कि रोशनी उजाले कि पुकार देती है।
हर कदम के संग अरमान कि समझ मुस्कुराने कि कोशिश देती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश इरादे कि सोच देती है दास्तानों को अफसानों कि राह किनारे देती है किनारों को अंदाजों कि परख पुकार देती है अंदाजों को नजारों कि समझ अरमान देती है दिशाओं को आशाओं कि लहर अफसाने देती है अदाओं को किनारों कि समझ लहर कि पुकार देती है।
हर कदम के संग अरमान कि कोशिश मुस्कुराने कि आस देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ इशारे कि राह देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश सहारे देती है कदमों को आशाओं कि लहर अफसाने देती है अदाओं को किनारों कि परख एहसास देती है दास्तानों को राहों कि समझ पहचान देती है इरादों को नजारों कि तलाश अल्फाज कि पुकार देती है।
हर कदम के संग अरमान कि सुबह मुस्कुराने कि सोच देती है अंदाजों को नजारों कि सुबह उजाले कि रोशनी देती है तरानों को अदाओं कि सरगम धून देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच सहारे देती है दिशाओं को कदमों कि आहट सपने देती है अल्फाजों को लहरों कि निशानी अरमान देती है इशारों को जज्बातों कि राह उमंग कि पुकार देती है।

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