Monday 2 December 2019

कविता. ३२७५. हर किनारे संग अरमान कि कोशिश।

                                      हर किनारे संग अरमान कि कोशिश।
हर किनारे संग अरमान कि कोशिश सुबह देती है एहसासों को आशाओं कि सरगम धून देकर जाती है जज्बातों को बदलावों कि निशानी तलाश देती है दिशाओं को खयालों कि सोच सहारे देती है आवाजों को तरानों कि समझ अफसाने देती है अंदाजों को नजारों कि सोच इशारे देती है अल्फाजों को दास्तानों कि समझ अदाएं देती है दास्तानों को लहरों कि आस देती है।
हर किनारे संग अरमान कि कोशिश परख देती है खयालों को ख्वाबों कि निशानी पुकार देकर जाती है अदाओं को नजारों कि सोच जज्बात देती है अंदाजों को अरमानों कि सौगात तलाश देती है एहसासों को नजारों कि तलाश इरादे देती है अल्फाजों को दास्तानों कि समझ किनारे देती है जज्बातों को बदलावों कि सुबह सपने देती है आशाओं को लहरों कि आस देती है।
हर किनारे संग अरमान कि कोशिश समझ देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश इरादे देकर जाती है आशाओं को जज्बातों कि तलाश इरादे देती है खयालों को ख्वाबों कि सोच अरमान देती है अदाओं को दास्तानों कि परख एहसास देती है अदाओं को किनारों कि समझ आवाज देती है कदमों को आशाओं कि निशानी राह देती है अंदाजों को लहरों कि आस देती है।
हर किनारे संग अरमान कि कोशिश पहचान देती है आशाओं को कदमों कि आहट तराने देकर जाती है अंदाजों को दास्तानों कि परख समझ देती है तरानों को अदाओं कि सुबह उजाले देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ रोशनी देती है अफसानों को जज्बातों कि कोशिश राह देती है लहरों को एहसासों कि सोच समझ देती है खयालों को लहरों कि आस देती है।
हर किनारे संग अरमान कि कोशिश रोशनी देती है दिशाओं को बदलावों कि समझ तलाश देकर जाती है राहों को अल्फाजों कि सोच इशारे देती है अदाओं को नजारों कि परख एहसास देती है आशाओं को कदमों कि आहट एहसास देती है अंदाजों को खयालों कि सरगम धून देती है दिशाओं को अफसानों कि सुबह सपने देती है तरानों को लहरों कि आस देती है।
हर किनारे संग अरमान कि कोशिश उमंग देती है जज्बातों को अल्फाजों कि परख आस देकर जाती है आशाओं को राहों कि समझ सुबह देती है सपनों को दिशाओं कि सोच इशारे देती है अंदाजों को नजारों कि तलाश इरादे देती है अफसानों को अदाओं कि परख रोशनी देती है किनारों को जज्बातों कि समझ इरादे देती है दिशाओं को लहरों कि आस देती है।
हर किनारे संग अरमान कि कोशिश रोशनी देती है दास्तानों को अफसानों कि सोच अदाएं देकर जाती है उजालों को कदमों कि आहट पुकार देती है अंदाजों को आशाओं कि निशानी परख देती है राहों को बदलावों कि सुबह सपने देती है दिशाओं को दास्तानों कि समझ रोशनी देती है अल्फाजों को बदलावों कि सरगम धून देती है अंदाजों को लहरों कि आस देती है।
हर किनारे संग अरमान कि कोशिश आस देती है दिशाओं को कदमों कि सौगात सुबह देकर जाती है जज्बातों को अल्फाजों कि समझ अफसाने देती है खयालों को ख्वाबों कि सोच इशारे देती है दास्तानों को अंदाजों कि परख अरमान देती है कदमों को आशाओं कि निशानी तलाश देती है अदाओं को नजारों कि सोच सहारे देती है एहसासों को लहरों कि आस देती है।
हर किनारे संग अरमान कि कोशिश राह देती है अंदाजों को दास्तानों कि परख एहसास देकर जाती है आशाओं को बदलावों कि रोशनी उजाले देती है दिशाओं को किनारों कि सरगम धून देती है अफसानों को खयालों कि सोच एहसास देती है अदाओं को नजारों कि सरगम पुकार देती है आवाजों को बदलावों कि सुबह सपने देती है आशाओं को लहरों कि आस देती है।
हर किनारे संग अरमान कि कोशिश पहचान देती है कदमों को आशाओं कि निशानी सरगम देकर जाती है अदाओं को नजारों कि सोच सहारे देती है आवाजों को तरानों कि समझ इशारे देती है दिशाओं को आवाजों कि पुकार एहसास देती है दिशाओं को बदलावों कि रोशनी उजाले देती है उम्मीदों को एहसासों कि राह किनारे देती है अंदाजों को लहरों कि आस देती है।

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